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भारत में मानसिक बीमारी वाले व्यक्तियों के लिए कानूनी प्रक्रियाओं को समझना
भारत में मानसिक बीमारी वाले व्यक्तियों के लिए कानूनी प्रक्रियाओं को समझना

परिचय: भारत में, ऐसे व्यक्तियों के अधिकारों और कल्याण की रक्षा के लिए विशिष्ट कानूनी प्रावधान हैं जो मानसिक बीमारी के कारण अपनी रक्षा करने में असमर्थ हैं। ये प्रावधान ऐसे व्यक्तियों की जांच, परीक्षण और हिरासत के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं की रूपरेखा तैयार करते हैं।धारा 328: अभियुक्त के पागल होने की स्थिति में प्रक्रियायह धारा उन स्थितियों से संबंधित है जहां मजिस्ट्रेट को संदेह होता है कि जांच के तहत व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है। ऐसे मामलों में, मजिस्ट्रेट को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि...

अपराध का दोषी प्रतीत होने वाले किसी अन्य व्यक्ति के विरुद्ध आगे बढ़ने की शक्ति सीआरपीसी - 319
अपराध का दोषी प्रतीत होने वाले किसी अन्य व्यक्ति के विरुद्ध आगे बढ़ने की शक्ति सीआरपीसी - 319

न्याय के गलियारे में, दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 319 के रूप में जाना जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रावधान मौजूद है, जो यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि न्याय हो। यह धारा अदालत को ऐसे व्यक्तियों को बुलाने, हिरासत में लेने या गिरफ्तार करने का अधिकार देती है, जो मूल रूप से आरोपी नहीं होने के बावजूद, विचाराधीन अपराध करते प्रतीत होते हैं।सीआरपीसी की धारा 319 क्या है? सीआरपीसी की धारा 319 अतिरिक्त अभियोजन से संबंधित है। यह अदालत को चल रहे मुकदमे में व्यक्तियों को आरोपी के...

सीआरपीसी की धारा 311 के अनुसार महत्वपूर्ण गवाहों को बुलाने की अदालत की शक्ति
सीआरपीसी की धारा 311 के अनुसार महत्वपूर्ण गवाहों को बुलाने की अदालत की शक्ति

दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 311 एक महत्वपूर्ण प्रावधान है जो अदालतों को जांच, मुकदमे या कार्यवाही के किसी भी चरण में गवाहों को बुलाने, व्यक्तियों की जांच करने, या पहले से जांचे गए व्यक्तियों को वापस बुलाने और फिर से जांच करने का अधिकार देता है। इस धारा का प्राथमिक उद्देश्य निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित करना और न्याय में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकना है।कार्यक्षेत्र और उद्देश्य: धारा 311 का दायरा व्यापक है, जो अदालतों को उचित निर्णय पर पहुंचने के लिए आवश्यक कदम उठाने की अनुमति देता है।...