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BREAKING| जिला जज के पदों पर न्यायिक अधिकारियों के लिए कोई कोटा नहीं: सुप्रीम कोर्ट ने जारी किए दिशानिर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को जिला जजों के पदों पर पदोन्नत जजों के लिए किसी स्पेशल कोटा/वेटेज की संभावना को खारिज कर दिया। साथ ही कहा कि उच्च न्यायिक सेवा में सीधी भर्ती के असमान प्रतिनिधित्व का कोई राष्ट्रव्यापी पैटर्न नहीं है।कोर्ट ने कहा कि न्यायिक अधिकारियों के बीच "नाराजगी" की भावना उच्च न्यायिक सेवा (HJS) संवर्ग के भीतर किसी भी कृत्रिम वर्गीकरण को उचित नहीं ठहरा सकती। विभिन्न स्रोतों (नियमित पदोन्नति, सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा और सीधी भर्ती) से एक सामान्य संवर्ग में प्रवेश और वार्षिक...
S.304 IPC | 'इरादा' और 'जानकारी' कैसे तय करते हैं कि अपराध सदोष मानव वध है, जो हत्या नहीं? सुप्रीम कोर्ट ने समझाया
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (10 नवंबर) को एक व्यक्ति की दोषसिद्धि को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 के तहत हत्या के बजाय धारा 304 के भाग I के तहत सदोष मानव वध में बदल दिया। कोर्ट ने कहा कि दोषी का मृतक की हत्या करने का कोई इरादा नहीं था, हालांकि उसे पता था कि चोट लगने से उसकी मौत हो सकती है।जस्टिस के विनोद चंद्रन और जस्टिस एनवी अंजारिया की खंडपीठ ने 1998 में अहमदाबाद में हुई एक घटना से संबंधित मामले की सुनवाई की, जिसमें अपीलकर्ता एक विवाद के बाद मृतक लुइस विलियम्स के घर गया, गालियां दीं और चाकू...
'आवारा कुत्तों की लगातार मौजूदगी जन सुरक्षा के लिए ख़तरा': सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक जगहों से कुत्तों को हटाने के लिए जारी किए दिशा-निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने भारत भर में आवारा कुत्तों के बढ़ते हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की है और कहा है कि आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी जन सुरक्षा के लिए ख़तरा बनी हुई है। कोर्ट ने कहा कि कुत्तों के काटने की बार-बार होने वाली घटनाएं, खासकर शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, परिवहन केंद्रों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर, गंभीर प्रशासनिक खामियों और संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत नागरिकों के सुरक्षा के अधिकार को सुरक्षित रखने में व्यवस्थागत विफलता को उजागर करती हैं।कई मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए, बेंच ने...
'केवल अधिनियमन पर्याप्त नहीं': केरल हाईकोर्ट ने JJ Actऔर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु निर्देश जारी किए
केरल हाईकोर्ट ने किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015 और सम्पूर्णा बेहुरा बनाम भारत संघ [2018 (4) SCC 433] में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक निर्देश जारी किए हैं।चीफ जस्टिस नितिन जामदार और जस्टिस बसंत बालाजी की खंडपीठ ने दो संबंधित मामलों में निर्णय सुनाते हुए ये निर्देश जारी किए, एक स्वत: संज्ञान याचिका और दूसरी नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और उसके कार्यक्रम निदेशक सम्पूर्णा बेहुरा द्वारा स्थापित...
जस्टिस सूर्यकांत: भारत के भावी मुख्य न्यायाधीश द्वारा लिए गए प्रमुख निर्णय और उल्लेखनीय मामले
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) बीआर गवई के 23 नवंबर को पद छोड़ने के बाद जस्टिस सूर्यकांत भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वे 9 फ़रवरी, 2027 तक इस पद पर बने रहेंगे, जिस दिन वे सेवानिवृत्त होंगे।जिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं है, उन्हें बता दें कि जस्टिस कांत हरियाणा के हिसार से हैं और वे राज्य के पहले व्यक्ति होंगे जो मुख्य न्यायाधीश का पद संभालेंगे। वे पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वरिष्ठ वकील के रूप में नामित थे और हरियाणा राज्य द्वारा एडवोकेट जनरल के रूप में नियुक्त...
निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 के तहत चेक अनादर पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया महत्वपूर्ण फैसले
सुप्रीम कोर्ट ने निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 (NI Act) पर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय दिए हैं, जिनमें चेक अनादर की शिकायत दर्ज करने के अधिकार क्षेत्र को स्पष्ट करने से लेकर शिकायत दर्ज करने के लिए वाद का कारण कब उत्पन्न होता है, यह स्पष्ट करने तक के मुद्दे शामिल हैं। न्यायालय ने एनआई अधिनियम के मामलों की शीघ्र सुनवाई के लिए भी निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा, यह मानते हुए कि 20,000 रुपये से अधिक के नकद ऋण के लिए चेक अनादर की शिकायत सुनवाई योग्य है, दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता, 2016 (IBC)...
POCSO Act में रेप का क्राइम करने का प्रयास
रेप के अपराध के प्रयास के मामले में अभियुक्त लड़की के साथ बलात्संग कारित करने के लिए आशयित था। उस अपराध को कारित करने में वह मारूति कार में सीट पर लड़की को लिटा दिया और तब स्वयं उस पर लेट गया। वह उसका नीकर नीचे खींच दिया और अपनी पैंट की जिप भी खोल लिया और अपना पुरुष जननांग बाहर निकाल लिया। वह अपना पुरुष जननांग लड़की के गुप्तांग पर दाबा था, परन्तु चूंकि उसका स्खलन हो गया था. इसलिए वह प्रवेशन नहीं कर सका था और बलात्संग का अपराध पूरा करने में असमर्थ था. लेकिन यह स्पष्ट है कि उसने बलात्संग कारित...
POCSO Act में धारा 18 के प्रावधान
अधिनियम की यह धारा 18 अपराध के प्रयत्न से संबंधित है। इस धारा के प्रावधान है कि-जो कोई इस अधिनियम के अधीन दंडनीय किसी अपराध को करने का प्रयास करता है या किसी अपराध को करवाता है और ऐसे प्रयास में अपराध कारित करने के लिए कोई कार्य करता है वह अपराध के लिए उपबंधित किसी प्रकार के किसी ऐसी अवधि के कारावास से जो यथास्थिति, आजीवन कारावास के आधे तक का हो सकेगा या उस अपराध के लिए उपबंधित कारावास की अधिकतम अवधि के आधे तक का हो सकेगा या जुर्माने से या दोनों से दंडनीय होगा।शब्द प्रयत्न का साधारणतया तात्पर्य...
POCSO Act में अपराध करने के लिए उकसाने पर सजा
इस एक्ट की धारा 16 के प्रावधान Abetment को क्राइम बनाते हैं लेकिन धारा 16 के सज़ा का उल्लेख नहीं है। Abetment की सज़ा का उल्लेख धारा 17 में मिलता है। जिसके अनुसार-जो कोई इस अधिनियम के अधीन किसी अपराध का दुष्प्रेरण करता है, यदि दुष्प्रेरित कार्य दुष्प्रेरण के परिणामस्वरूप किया जाता है, तो वह उस दंड से दंडित किया जाएगा जो उस अपराध के लिए उपबंधित है। स्पष्टीकरण–कोई कार्य या अपराध दुष्प्रेरण के परिणामस्वरूप तब किया गया कहा जाता है जब वह उस उकसाहट के परिणामस्वरूप या उस षड्यंत्र के अनुसरण में या उस...
POCSO Act की धारा 16 के प्रावधान
इस एक्ट की धारा 16 अधिनियम में दिए गए किसी भी क्राइम के दुष्प्रेरण से संबंधित है। इस धारा में दुष्प्रेरण को अपराध बनाया गया है जिसके अनुसार-कोई व्यक्ति किसी अपराध के किए जाने का दुष्प्रेरण करता है, जो पहला उस अपराध को करने के लिए किसी व्यक्ति को उकसाता है; अथवादूसरा उस अपराध को करने के लिए किसी षड़यंत्र में एक या अधिक अन्य व्यक्ति या व्यक्तियों के साथ सम्मिलित होता है, यदि उस षड़यंत्र के अनुसरण में, और उस अपराध को करने के उद्देश्य से, कोई कार्य या अवैध लोप घटित जाए; अथवातीसरा उस अपराध के लिए...
POCSO Act में Vulgar Literature में बच्चों का इस्तेमाल करने पर दंड
Vulgar Literature में बच्चों के इस्तेमाल को इस एक्ट की धारा 13 में अपराध घोषित किया गया है और धारा 14 में दंड का उल्लेख किया गया है। धारा 14 के अनुसार-(1) जो कोई अश्लील प्रयोजनों के लिए किसी बालक या बालकों का उपयोग करेगा, वह ऐसे कारावास से, जिसकी अवधि पांच वर्ष से कम की नहीं होगी, दण्डित किया जाएगा और जुर्माने का भी दायी होगा तथा दूसरे या पश्चातुवती दोषसिद्धि की दशा में ऐसे कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष से कम की नहीं होगी. दण्डित किया जाएगा और जुर्माने का भी दायी होगा।(2) जो कोई उपधारा (1) के...
POCSO Act में Vulgar Literature में बच्चों का इस्तेमाल अपराध
अधिनियम की धारा 13 में Vulgar Literature में बच्चों के इस्तेमाल को अपराध बनाया गया है, इस धारा में इस कृत्य को अपराध घोषित किया गया है जिसके अनुसार-जो कोई किसी बालक का उपयोग मीडिया (जिसके अंतर्गत टेलीविजन चैनलों या विज्ञापन या इंटरनेट या कोई अन्य इलेक्ट्रानिक प्ररूप या मुद्रित प्ररूप द्वारा प्रसारित कार्यक्रम या विज्ञापन चाहे ऐसे कार्यक्रम या विज्ञापन का आशय व्यक्तिगत उपयोग या वितरण के लिए हो या नहीं) के किसी प्ररूप में लैंगिक परितोषण, जिसके अंतर्गत(क) किसी बालक की जननेंद्रियों का प्रदर्शन(ख)...
POCSO Act में Sexual Harassment का अपराध
इस Act की धारा 11 Sexual Harassment के संबंध में उल्लेख करती है।किसी व्यक्ति द्वारा किसी बालक पर लैंगिक उत्पीड़न किया गया है जब ऐसा व्यक्ति-(i) लैंगिक आशय से कोई शब्द कहता है या ध्वनि या अंग विक्षेप करता है या कोई वस्तु या शरीर का भाग प्रदर्शित इस आशय के साथ करता है कि बालक द्वारा ऐसा शब्द या ध्वनि सुनी जाए या ऐसा अंग विक्षेप या वस्तु या शरीर का भाग देखा जाए या(ii) लैंगिक आशय से उस व्यक्ति द्वारा किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किसी बालक को अपने शरीर या शरीर का कोई भाग प्रदर्शित करने के लिए कहता...
POCSO Act की धारा 9 के प्रावधान
इस एक्ट की धारा 9 के अनुसार-(क) जो कोई पुलिस अधिकारी होते हुए, किसी बालक पर(i) पुलिस थाने या ऐसे परिसरों की सीमाओं के भीतर जहां उसकी नियुक्ति की गई है. प्रवेशन लैंगिक हमला करता है; या(ii) किसी थाने के परिसर चाहे उस पुलिस थाने में अवस्थित है या नहीं जहां उसकी नियुक्ति की गई है. प्रवेशन लैंगिक हमला करता है; या(iii) अपने कर्तव्यों के अनुक्रम में या अन्यथा प्रवेशन लैंगिक हमला करता है, या(iv) जहां कोई पुलिस अधिकारी के रूप में ज्ञात या पहचाना गया व्यक्ति प्रवेशन लैंगिक हमला करता है; या(ख) कोई सशस्त्र...
POCSO Act में Sexual Assault के लिए सजा
इस एक्ट की धारा 8 में Sexual Assault में सज़ा का प्रावधान रखा गया है। इस धारा के अनुसार-लैंगिक हमले के लिए दंड- जो कोई लैंगिक हमला कारित करेगा वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से जिसकी अवधि तीन वर्ष से कम की नहीं होगी किन्तु जो पांच वर्ष तक की हो सकेगी और जुर्माने से भी दंडनीय होगा।लैंगिक हमले के अपराध में कम से कम कारावास तीन वर्ष का रखा गया है और अधिकतम पांच वर्ष तक हो सकता है। इस प्रकार लैंगिग हमले का अपराध भी अपने आप में एक गंभीर अपराध है जिसके लिए कठोर दंड है।एक मामले में अभियुक्त को...
POCSO Act की धारा 7 से संबंधित प्रावधान
अधिनियम की धारा 7 के अनुसार-लैंगिक हमला- जो कोई, लैंगिक आशय के साथ बालक की योनि, लिंग, गुदा या स्तनों को छूता है या बालक को ऐसे व्यक्ति या अन्य व्यक्ति की योनि, लिंग, गुदा या स्तन छूने के लिए तैयार करता है या लैंगिक आशय के साथ ऐसा कोई अन्य कार्य करता है जिसमें प्रवेशन किए बिना शारीरिक संपर्क अंतर्ग्रस्त होता है, उसके द्वारा लैंगिक हमला किया गया माना जाएगा।पॉक्सो अधिनियम, 2012 की धारा 7 के अधीन लैंगिक हमले की व्याप्ति और परिधि केवल पीड़िता की योनि को स्पर्श करने तक ही विस्तारित नहीं होती है, वरन्...
POCSO Act की धारा 6 के प्रावधान
इस एक्ट की धारा 6 में गुरुतर लैंगिक हमले के अपराध में सज़ा दिए जाने के प्रावधान किये गए हैं। जिसके अनुसार-(1) जो कोई गुरुतर प्रवेशन लैंगिक हमला करेगा, वह कठिन कारावास से, जिसकी अवधि बीस वर्ष से कम की नहीं होगी, किन्तु जो आजीवन कारावास, जिसका अभिप्राय उस व्यक्ति के शेष प्राकृत जीवनकाल के लिए कारावास होगा, तक ही हो सकेगी, दण्डित किया जाएगा और जुर्माने का भी दायी होगा या मृत्यु से दण्डित किया जाएगा।(2) उपधारा (1) के अधीन अधिरोपित जुर्माना न्यायोचित और युक्तियुक्त होगा और उसका संदाय, पीड़ित के...
POCSO Act में दिए गए फैसले, जिसमें सज़ा बरकरार रही
इस एक्ट से जुड़े अनेक मामलों में सज़ा दी गयी है। कुछ ऐसे प्रकरण हैं जिनमें सुप्रीम कोर्ट और अलग अलग हाई कोर्ट ने अपना मत दिया है। सानो मुरमू बनाम उड़ीसा राज्य, 2003 क्रि लॉ ज 2365 जहाँ तक उन घटनाओं जो घटना की तारीख पर घटित हुई थी के अनुक्रम का सम्बन्ध है अभियोजन के अभिसाक्ष्य में कोई शैथिल्यता नहीं है। चिकित्सीय साक्ष्य अभियोक्त्री के साय के द्वारा संपुष्ट हुआ था। चक्षुदर्शी साक्षी का यह साक्ष्य कि तात्विक समय पर वह अभियुक्त को अभियोक्त्री के द्वारा विरोध तथा उसके द्वारा हस्तक्षेप के बावजूद...
POCSO Act में लोक सेवक का अर्थ
शब्द लोक सेवक का तात्पर्य ऐसे व्यक्ति से है, जो इस समय सेवा में, जब कोर्ट से अपराध का संज्ञान लेने के लिए कहा गया हो। बलात्संग के अपराध से सम्बन्धित विधि में परिवर्तन के लिए प्रेरणा विख्यात मथुरा वाद जहाँ पीडिता मथुरा नामक जनजातीय लड़की थी ने बलात्संग के अपराध से सम्बन्धित विधि में परिवर्तन के लिए प्रभावित किया था। वर्तमान वाद में एक युवा लड़की के साथ पुलिस थाना में बलात्संग किए जाने का अभिकथन किया गया था। उसे स्वयं उसके भाई के द्वारा परिवाद पर उसके पति के साथ रात में पूछताछ के लिए बुलाया गया...
POCSO Act में गुरुतर लैंगिक हमले से संबंधित प्रावधान
इस एक्ट की धारा 5 गुरुतर लैंगिक हमले की परिभाषा देती है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि गुरुतर अर्थात बड़ा। अगर कोई किसी विश्वास के पद पर रहते हुए किसी बालक के साथ लैंगिक हमला करता है तो इसे गुरुतर लैंगिक हमला माना गया है। जैसे एक पुलिस अधिकारी पद पर रहते हुए अगर लैंगिक हमला करेगा तो यह गुरुतर लैंगिक हमला होगा। इस आलेख में धारा 5 पर प्रकाश डाला जा रहा है।एक मामले में कहा गया है कि तीन वर्ष की लड़की की योनि में अंगुली डालना, जो चिकित्सीय साक्ष्य के द्वारा समर्पित है इसमें कोई संदेह नहीं छोड़ता है...



















