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NDPS एक्ट : क्या ड्रग्स की मात्रा का निर्धारण पूरे मिश्रण पर आधारित होना चाहिए या केवल शुद्ध ड्रग्स की मात्रा पर?
NDPS एक्ट : क्या ड्रग्स की मात्रा का निर्धारण पूरे मिश्रण पर आधारित होना चाहिए या केवल शुद्ध ड्रग्स की मात्रा पर?

NDPS एक्ट में ड्रग्स की मात्रा को लेकर बहसनारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 (NDPS Act) भारत का एक कठोर कानून है, जिसका उद्देश्य ड्रग्स की तस्करी और दुरुपयोग को रोकना है। इस कानून के तहत एक महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि जब ड्रग्स अन्य पदार्थों के साथ मिश्रित होते हैं, तो अपराध में शामिल ड्रग्स की मात्रा का निर्धारण कैसे किया जाए। यह सवाल इस बात के निर्धारण के लिए महत्वपूर्ण है कि मात्रा को छोटा (Small), वाणिज्यिक (Commercial) या मध्यम (Intermediate) माना जाए, जो सीधे तौर पर सजा की...

क्या डीम्ड यूनिवर्सिटी के अधिकारी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत सरकारी सेवक माने जा सकते हैं?
क्या डीम्ड यूनिवर्सिटी के अधिकारी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत सरकारी सेवक माने जा सकते हैं?

भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में "सरकारी सेवक" का दायराभ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 (PC Act) को सार्वजनिक कार्यालयों में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए लागू किया गया था। समय के साथ, एक महत्वपूर्ण प्रश्न उभरा है कि क्या डीम्ड यूनिवर्सिटी, जो मान्यता प्राप्त हैं लेकिन पारंपरिक विश्वविद्यालयों जैसी नहीं हैं, के अधिकारियों को इस अधिनियम के तहत सरकारी सेवक (Public Servant) माना जा सकता है। यह वर्गीकरण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तय करता है कि ऐसे अधिकारियों को भ्रष्टाचार के लिए PC Act के तहत मुकदमा चलाया...

क्या स्पीकर को अयोग्यता के मामले 3 महीने में निपटाने चाहिए? क्या 10वीं अनुसूची के तहत एक निष्पक्ष न्यायाधिकरण की आवश्यकता है?
क्या स्पीकर को अयोग्यता के मामले 3 महीने में निपटाने चाहिए? क्या 10वीं अनुसूची के तहत एक निष्पक्ष न्यायाधिकरण की आवश्यकता है?

अयोग्यता याचिकाओं (Disqualification Petitions) में स्पीकर की भूमिकाभारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची, जिसे आमतौर पर "दलबदल विरोधी कानून" (Anti-Defection Law) के रूप में जाना जाता है, राजनीतिक दल-बदल को रोकने के उद्देश्य से लाई गई थी। इस अनुसूची के तहत, विधानसभा के स्पीकर या विधान परिषद के अध्यक्ष को अयोग्यता याचिकाओं पर निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है। हालांकि, ऐसे मामलों में स्पीकर की भूमिका को समय पर और निष्पक्ष निर्णय के लिए लंबे समय से विवादित माना जाता रहा है। 10वीं अनुसूची और इसका...