पटना हाईकोट

गया का विष्णुपद मंदिर सार्वजनिक ट्रस्ट, गयावाल ब्राह्मणों की निजी संपत्ति नहीं: पटना हाइकोर्ट
गया का विष्णुपद मंदिर सार्वजनिक ट्रस्ट, गयावाल ब्राह्मणों की निजी संपत्ति नहीं: पटना हाइकोर्ट

पटना हाइकोर्ट ने माना कि राज्य के गया जिले में हिंदुओं के श्राद्ध संस्कार का केंद्र विष्णुपद मंदिर धार्मिक सार्वजनिक ट्रस्ट है, न कि गयावाल ब्राह्मणों (मंदिर के पारंपरिक पुजारी) की निजी संपत्ति।जस्टिस सुनील दत्त मिश्रा की पीठ ने गयावाल पंडों के समूह की ओर से दायर दूसरी अपील खारिज करते हुए कहा,“उपरोक्त तथ्यों और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से मंदिर की उत्पत्ति, पूजा के संबंध में भक्त द्वारा प्रयोग किया जाने वाला अधिकार, जनता द्वारा दिए गए उपहार की प्रकृति और सीमा और उपरोक्त...

हाईकोर्ट ने बिहार DGP को थाने में वकील से मारपीट के आरोप की जांच करने का निर्देश दिया
हाईकोर्ट ने बिहार DGP को थाने में वकील से मारपीट के आरोप की जांच करने का निर्देश दिया

पटना हाईकोर्ट ने बिहार के पुलिस डायरेक्टर जनरल (DGP) को मोकामा पुलिस स्टेशन में पुलिसकर्मी द्वारा वकील के साथ कथित मारपीट की जांच करने का निर्देश दिया।जस्टिस राजीव रंजन प्रसाद ने निर्देश दिया,"इस मामले को बिहार राज्य के पुलिस डायरेक्टर जनरल के संज्ञान में लाया जाए, जिनसे उम्मीद की जाती है कि वे पूरे मामले को देखेंगे और सक्षम अधिकारी द्वारा उचित जांच का आदेश देंगे, जो किसी भी मामले में संबंधित पुलिस स्टेशन से जुड़ा नहीं है। मामले की ऐसी जांच आज से छह सप्ताह की अवधि के भीतर की जाएगी। ऐसी जांच के...

SHO द्वारा अनधिकृत नियुक्ति की एसआईटी जांच की याचिका को पटना हाइकोर्ट ने की खारिज की, 10 हजार का जुर्माना लगाया
SHO द्वारा अनधिकृत नियुक्ति की एसआईटी जांच की याचिका को पटना हाइकोर्ट ने की खारिज की, 10 हजार का जुर्माना लगाया

पटना हाइकोर्ट ने निजी प्रतिवादी की नियुक्ति को चुनौती देने वाली जनहित याचिका (PIL) खारिज करते हुए व्यक्ति पर 10,000/ रुपये का जुर्माना लगाया। थाने के SHO द्वारा बिना किसी नियुक्ति आदेश के पुलिस स्टेशन में काम करने की अनुमति दी गई।चीफ जस्टिस के. विनोद चंद्रन और जस्टिस राजीव रॉय की खंडपीठ ने कहा,''हम जनहित याचिका अदालत की प्रक्रिया का दुरुपयोग मानते हैं। याचिकाकर्ता को 8वें प्रतिवादी के खिलाफ दर्ज मामले के बारे में पता है और क्योंकि 8वें प्रतिवादी को भी अगले दिन गिरफ्तार कर लिया जाता है,...

केवल अपने रिश्ते के आधार पर बेटा पिता के स्वामित्व वाली इमारत में निवास के अधिकार का दावा नहीं कर सकता: पटना हाइकोर्ट
केवल अपने रिश्ते के आधार पर बेटा पिता के स्वामित्व वाली इमारत में निवास के अधिकार का दावा नहीं कर सकता: पटना हाइकोर्ट

पटना हाइकोर्ट ने माता-पिता और सीनियर सिटीजन के भरण-पोषण और कल्याण एक्ट 2007 (Maintenance and Welfare of Parents and Senior Citizens Act) के मामले तहत फैसला सुनाया। हाइकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि केवल उनके रिश्ते के आधार पर बेटे को पिता के स्वामित्व वाली प्रॉपर्टी में निवास का दावा करने का अधिकार नहीं है। चीफ जस्टिस के विनोद चंद्रन और जस्टिस पार्थ सारथी की खंडपीठ ने इस मामले में बेटे की उत्पादक व्यवसाय में भागीदारी, उसकी कमाई की क्षमता और किराये का खर्च वहन करने की क्षमता पर विचार करते हुए...

सामूहिक बलात्कार और हत्या मामला: पटना हाईकोर्ट ने मौत की सजा पाए व्यक्ति को बरी किया, यह बताई वजह
सामूहिक बलात्कार और हत्या मामला: पटना हाईकोर्ट ने मौत की सजा पाए व्यक्ति को बरी किया, यह बताई वजह

पटना हाईकोर्ट ने 12 वर्षीय लड़की की हत्या और बलात्कार के दोषी व्यक्ति को दी गई मौत की सज़ा को पलट दिया। अदालत इस फैसले पर तब पहुंची जब पता चला कि अभियोजन पक्ष का पूरा मामला केवल आरोपी व्यक्ति के घर में प्रवेश करने वाले ट्रैकर कुत्ते की उपस्थिति पर निर्भर है।जस्टिस आशुतोष कुमार और जस्टिस आलोक कुमार पांडे की खंडपीठ ने कहा,"हम यह समझने में विफल हैं कि ट्रायल कोर्ट उसी तरह कैसे आगे बढ़ी जैसे जांच आगे बढ़ी थी, इस धारणा पर कि कुत्ते ने अपीलकर्ता के घर में घुसने में कभी गलती नहीं की होगी। कुत्ते के...