हाईकोर्ट

हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मानव तस्करी से बचाई गई लड़कियों की कस्टडी में चूक पर मांगा जवाब
हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मानव तस्करी से बचाई गई लड़कियों की कस्टडी में चूक पर मांगा जवाब

दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से बुराड़ी इलाके में व्यावसायिक यौन शोषण रैकेट से बचाई गई आठ लड़कियों (नाबालिग और वयस्क) की हिरासत में अपनी कथित लापरवाही पर स्पष्टीकरण मांगा है। जस्टिस रविंदर डुडेजा ने गैर सरकारी संगठन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन एलायंस की याचिका पर नोटिस जारी किया। संगठन ने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 31 के संदर्भ में एजेंसी को नाबालिग लड़कियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करना चाहिए था। प्रावधान में कहा गया है कि सीडब्ल्यूसी के पास जरूरतमंद बच्चों की देखभाल,...

[सेवा कानून] एकपक्षीय जांच बिना साक्ष्य के निष्कर्ष लौटाने को उचित नहीं ठहराती: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट
[सेवा कानून] एकपक्षीय जांच बिना साक्ष्य के निष्कर्ष लौटाने को उचित नहीं ठहराती: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने माना कि एकपक्षीय जांच करने से जांच अधिकारी को बिना किसी साक्ष्य के किसी कर्मचारी के खिलाफ निष्कर्ष लौटाने की स्वतंत्रता नहीं मिलती।जस्टिस विवेक सिंह ठाकुर और जस्टिस रंजन शर्मा की खंडपीठ ने कहा,"एकपक्षीय जांच का मतलब यह नहीं है कि जांच अधिकारी विभाग के पक्ष में निष्कर्ष लौटाने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन बिना किसी साक्ष्य के कर्मचारी के खिलाफ निष्कर्ष लौटाने के लिए स्वतंत्र है।"पृष्ठभूमि तथ्य:याचिकाकर्ता विनोद कुमार बागवानी निदेशालय, शिमला में अधीक्षक ग्रेड-II के पद पर...

यूपी सरकार के बहराइच मजार विध्वंस के मामले में आश्वासन का उल्लंघन करने के खिलाफ अवमानना याचिका दायर
यूपी सरकार के बहराइच मजार विध्वंस के मामले में आश्वासन का उल्लंघन करने के खिलाफ अवमानना याचिका दायर

इलाहाबाद हाईकोर्ट में अवमानना ​​याचिका दायर कर आरोप लगाया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बहराइच जिले में स्थित दरगाह हजरत सैय्यद मोहम्मद हाशिम शाह (जिसे लक्कड़ शाह मजार के नाम से जाना जाता है) के खिलाफ कोई भी दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने के अपने आश्वासन का उल्लंघन किया।याचिका में आरोप लगाया गया कि राज्य सरकार ने 10 जून, 2025 को न्यायालय के समक्ष स्पष्ट रूप से कहा था कि दरगाह के ध्वस्तीकरण को रोक दिया गया और अगले चार सप्ताह तक कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी, लेकिन इसके बावजूद 13 जून को दरगाह को...

न्याय से वंचित किया गया, ब्रेल में दस्तावेज़ नहीं दिए गए: हाईकोर्ट ने बलात्कार के नेत्रहीन आरोपी की सजा रद्द कर फिर से ट्रायल का दिया आदेश
'न्याय से वंचित किया गया, ब्रेल में दस्तावेज़ नहीं दिए गए': हाईकोर्ट ने बलात्कार के नेत्रहीन आरोपी की सजा रद्द कर फिर से ट्रायल का दिया आदेश

उत्तराखंड हाईकोर्ट ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय में बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा पाए नेत्रहीन म्युजिक टीचर की सजा रद्द करते हुए दोबारा मुकदमे (रिट्रायल) का आदेश दिया है। अदालत ने पाया कि आरोपी को मुकदमे के दौरान ब्रेल लिपि में दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं कराए गए, जिससे उसे निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार नहीं मिल सका।जस्टिस जी. नरेंदर और जस्टिस आलोक महरा की खंडपीठ ने कहा,“ब्रेल लिपि में दस्तावेज़ उपलब्ध न कराना, जो कि आरोपी की पढ़ने की क्षमता वाली भाषा है, न्याय की प्रक्रिया को प्रभावित करता है...

बाद के टेस्ट परिवर्तन के आधार पर अरंडी के तेल के निर्यात पर नकद प्रतिपूर्ति योजना के लाभ से इनकार नहीं किया जा सकता: बॉम्बे हाईकोर्ट
बाद के टेस्ट परिवर्तन के आधार पर अरंडी के तेल के निर्यात पर नकद प्रतिपूर्ति योजना के लाभ से इनकार नहीं किया जा सकता: बॉम्बे हाईकोर्ट

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि बाद के परीक्षण परिवर्तन के आधार पर अरंडी के तेल के निर्यात पर नकद प्रतिपूर्ति योजना के लाभ से इनकार नहीं किया जा सकता।जस्टिस एम.एस. सोनक और जस्टिस जितेन्द्र जैन की खंडपीठ ने कहा कि कटऑफ दिवस से पहले निष्पादित अनुबंध लाभ प्रदान करने वाली योजना में बाद के परिवर्तन द्वारा शासित नहीं होंगे।खंडपीठ ने कहा,इस बात पर कोई विवाद नहीं है कि विचाराधीन अवधि के लिए किए गए निर्यात 23 जून, 1989 से पहले निष्पादित अनुबंधों के संबंध में थे, इसलिए इस आधार पर भी प्रतिवादियों द्वारा नकद...

खराब CIBIL रेटिंग वाले बैंक कर्मचारी बर्खास्त किए जा सकते हैं: मद्रास हाईकोर्ट ने SBI का निर्णय बरकरार रखा
खराब CIBIL रेटिंग वाले बैंक कर्मचारी बर्खास्त किए जा सकते हैं: मद्रास हाईकोर्ट ने SBI का निर्णय बरकरार रखा

मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा पारित उस आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया, जिसमें CIBIL रिपोर्ट में प्रतिकूल क्रेडिट इतिहास के आधार पर एक व्यक्ति की नियुक्ति रद्द कर दी गई।जस्टिस एन माला ने कहा कि बैंकिंग व्यवसाय में वित्तीय अनुशासन की आवश्यकता होती है, क्योंकि कर्मचारी सार्वजनिक धन से संबंधित होते हैं। न्यायालय ने कहा कि खराब वित्तीय अनुशासन वाले व्यक्ति पर सार्वजनिक धन से संबंधित कार्य करने का भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए बैंक का यह मानना ​​सही था कि...

साक्ष्य अधिनियम | धारा 106 का इस्तेमाल ठोस आधार के बिना अभियोजन मामले में अंतराल को भरने के लिए नहीं किया जा सकता: जेएंडके हाईकोर्ट
साक्ष्य अधिनियम | धारा 106 का इस्तेमाल ठोस आधार के बिना अभियोजन मामले में अंतराल को भरने के लिए नहीं किया जा सकता: जेएंडके हाईकोर्ट

आपराधिक न्यायशास्त्र के मूलभूत सिद्धांतों की पुष्टि करते हुए, जम्मू एंड कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने एक फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष के मामले में भौतिक अंतराल को भरने के लिए भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 106 का इस्तेमाल तब तक नहीं किया जा सकता जब तक कि दायित्व को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक मूलभूत तथ्य पहले दृढ़ता से स्थापित न हो जाएं। 2002 में फारूक अहमद पार्रे की कथित हत्या के लिए ट्रायल कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए गए आरोपी शमीम अहमद पार्रे उर्फ ​​कोका पार्रे और श्रीमती गुलशाना को बरी करते...

सेंट्रल गवर्नमेंट स्कीम से स्टेट यूनिवर्सिटी के स्वीकृत पदों पर ट्रांसफर कर्मचारी को सेवानिवृत्ति लाभ से वंचित नहीं किया जा सकता, जब तक कि राज्य सरकार की ओर से आपत्ति ना हो : कलकत्ता हाईकोर्ट
सेंट्रल गवर्नमेंट स्कीम से स्टेट यूनिवर्सिटी के स्वीकृत पदों पर ट्रांसफर कर्मचारी को सेवानिवृत्ति लाभ से वंचित नहीं किया जा सकता, जब तक कि राज्य सरकार की ओर से आपत्ति ना हो : कलकत्ता हाईकोर्ट

कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस सौमेन सेन और जस्टिस स्मिता दास डे की खंडपीठ ने कहा कि स्थानांतरण के समय राज्य सरकार की आपत्ति के बिना केंद्र सरकार की योजना से राज्य विश्वविद्यालय के स्वीकृत पद पर स्थानांतरित कर्मचारी को सेवानिवृत्ति लाभों से वंचित नहीं किया जा सकता। मामले के तथ्यप्रतिवादी को भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित प्रमुख कृषि फसलों की खेती की लागत पर व्यापक योजना के तहत 1984 में फील्ड असिस्टेंट ग्रेड-II के रूप में नियुक्त किया गया था। बाद में, उन्हें उसी पद के तहत बिधान चंद्र कृषि...

रेलवे द्वारा स्वीकृत अतिरिक्त कार्य के लिए ठेकेदार को भुगतान से इनकार नहीं किया जा सकता: बॉम्बे हाईकोर्ट
रेलवे द्वारा स्वीकृत अतिरिक्त कार्य के लिए ठेकेदार को भुगतान से इनकार नहीं किया जा सकता: बॉम्बे हाईकोर्ट

बॉम्बे हाईकोर्ट एक पीठ ने माना कि किसी ठेकेदार को अतिरिक्त कार्य के लिए भुगतान से वंचित नहीं किया जा सकता है, जो अनुबंध के मूल दायरे से बाहर है, लेकिन दूसरे पक्ष द्वारा अपने आचरण के माध्यम से स्पष्ट रूप से सहमति दी गई थी। जस्टिस सोमशेखर सुंदरसन की पीठ ने कहा, जब ऐसे कार्य को स्वीकार किया जाता है, मापा जाता है और उस पर समकालीन रूप से आपत्ति नहीं की जाती है तो लाभान्वित पक्ष बाद में यह दावा नहीं कर सकता है कि यह अनुबंध के दायरे से बाहर था। इसे अनुमति देना अनुचित संवर्धन के बराबर होगा।संक्षिप्त...

नौकरी छोड़ने के बाद कर्मचारी को काम से नहीं रोका जा सकता: दिल्ली हाईकोर्ट ने नॉन-कम्पीट क्लॉज अवैध करार दिया
नौकरी छोड़ने के बाद कर्मचारी को काम से नहीं रोका जा सकता: दिल्ली हाईकोर्ट ने नॉन-कम्पीट क्लॉज अवैध करार दिया

दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार 25 जून को यह स्पष्ट रूप से कहा कि किसी कर्मचारी को नौकरी छोड़ने के बाद नई नौकरी करने से रोकने वाला नॉन-कम्पीट क्लॉज (Non-Compete Clause) अवैध है और भारतीय अनुबंध अधिनियम की धारा 27 के विरुद्ध है। अदालत ने कहा कि इस तरह के प्रावधान कर्मचारी के रोजगार के अधिकार पर रोक लगाते हैं जो कानूनन अमान्य है।धारा 27 के अनुसार कोई भी अनुबंध जो व्यापार या व्यवसाय में प्रतिबंध लगाता है, वह शून्य (Void) माना जाता है।जस्टिस तेजस करिया ने अपने निर्णय में कहा,“नौकरी समाप्त होने के बाद...

पत्नी की कथित हत्या के झूठे मामले में बरी व्यक्ति ने कर्नाटक हाईकोर्ट में मुआवज़ा एक लाख रुपए से बढ़ाकर पांच करोड़ करने की मांग की
पत्नी की कथित हत्या के 'झूठे मामले' में बरी व्यक्ति ने कर्नाटक हाईकोर्ट में मुआवज़ा एक लाख रुपए से बढ़ाकर पांच करोड़ करने की मांग की

कर्नाटक हाईकोर्ट के समक्ष एक ऐसे व्यक्ति ने याचिका दायर की है, जिसे पुलिस ने पत्नी के हत्या के आरोप में गलत तरीके से फंसाया, जिस मामले में बाद मे वह बरी हो गया। सेशन जज ने बरी के आदेश के साथ ही उसके खिलाफ दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही के लिए उसे एक लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया। अब उस व्यक्ति ने कर्नाटक हाईकोर्ट के समक्ष याचिका दायर कर, मुआवजे की राशि को एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच करोड़ रुपये करने की मांग की है।सेशन जज ने किया था बरीअप्रैल 2025 में, सत्र न्यायाधीश गुरुराज सोमक्कलवर ने...

जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट ने मध्यस्थ शुल्क गतिरोध को हल किया, केंद्र को मध्यस्थता अधिनियम की चौथी अनुसूची के अनुसार शुल्क जमा करने का निर्देश दिया
जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट ने मध्यस्थ शुल्क गतिरोध को हल किया, केंद्र को मध्यस्थता अधिनियम की चौथी अनुसूची के अनुसार शुल्क जमा करने का निर्देश दिया

मध्यस्थता मामले में लंबे समय से चल रहे गतिरोध को संबोधित करते हुए जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट ने यूनियन ऑफ इंडिया को मध्यस्थता और सुलह अधिनियम, 1996 की चौथी अनुसूची के अनुसार मध्यस्थ की फीस जमा करने का निर्देश दिया, ताकि मध्यस्थता अवॉर्ड की घोषणा की जा सके। अदालत के समक्ष मुद्दा यह था कि क्या पैनल में शामिल मध्यस्थों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित आंतरिक शुल्क संरचना 1996 अधिनियम की चौथी अनुसूची में वैधानिक शुल्क पैमाने को दरकिनार कर सकती है।न्यायालय ने यूनियन ऑफ इंडिया को निर्देश दिया कि वह...

केरल हाईकोर्ट ने जेलों में शुरू की ई-फाइलिंग सेवा, अब कैदी कर सकेंगे डिजिटल रूप से याचिकाएं और अपील दायर
केरल हाईकोर्ट ने जेलों में शुरू की ई-फाइलिंग सेवा, अब कैदी कर सकेंगे डिजिटल रूप से याचिकाएं और अपील दायर

केरल हाईकोर्ट ने राज्य की 57 जेलों में ई-फाइलिंग सुविधा शुरू की, जिससे अब कैदी हाईकोर्ट में जेल अपील और अन्य याचिकाएं/आवेदन डिजिटल माध्यम से दाखिल कर सकेंगे।अब तक भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 की धारा 424 के तहत दायर जेल अपीलें और अन्य याचिकाएं कागज़ी रूप में तैयार की जाती थीं। फिर उन्हें हाईकोर्ट भेजा जाता था। इस प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉनिक विकल्प की अनुपस्थिति को देखते हुए चीफ जस्टिस नितिन जमदार ने कैदियों की याचिकाओं के लिए ई-फाइलिंग की सुविधा लागू करने के निर्देश दिए।इसके तहत सबसे...

उल्लंघन की कोई मंशा नहीं: वेबसाइट और मेटा टैग में टाइटन के ट्रेडमार्क उपयोग पर लेंसकार्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट में बताया गलती
उल्लंघन की कोई मंशा नहीं: वेबसाइट और मेटा टैग में टाइटन के ट्रेडमार्क उपयोग पर लेंसकार्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट में बताया 'गलती'

भारतीय मल्टीनेशनल आईवियर कंपनी लेंसकार्ट ने हाल ही में स्वीकार किया कि टाटा समूह की स्वामित्व वाली आईवियर ब्रांड टाइटन के ट्रेडमार्क का उसकी वेबसाइट और मेटा टैग्स में उपयोग 'अनजाने में हुई गलती' थी।टाइटन कंपनी लिमिटेड ने पियूष बंसल की कंपनी लेंसकार्ट के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन का मुकदमा दायर किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि Titan, Titan Eye+ और Fastrack जैसे रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क्स का उपयोग लेंसकार्ट की वेबसाइट और उसके सोर्स कोड के मेटा टैग्स में किया गया।संदर्भ के लिए मेटा टैग्स HTML का हिस्सा...

दिल्ली हाईकोर्ट ने नकली भारतीय बसों के खिलाफ वोल्वो को दी अंतरिम राहत, कहा- विशिष्टता समाप्त हो सकती है
दिल्ली हाईकोर्ट ने नकली भारतीय बसों के खिलाफ वोल्वो को दी अंतरिम राहत, कहा- विशिष्टता समाप्त हो सकती है

दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में एक बस निर्माता और दो अंतर-शहर बस सेवा प्रदाताओं को स्वीडन स्थित प्रसिद्ध वोल्वो बसों के 'ग्रिल स्लैश' ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने से रोकते हुए एकपक्षीय अंतरिम निषेधाज्ञा जारी की।जस्टिस अमित बंसल ने कहा कि प्रतिवादियों ने कंपनी की सद्भावना को भुनाने के लिए जानबूझकर और बेईमानी से वोल्वो के ट्रेडमार्क जैसी दिखने वाली बसें बनाईं।पीठ ने कहा,"प्रतिवादी नंबर 1 ने 100-125 से अधिक मौकों पर उल्लंघनकारी लोगो वाली ऐसी बसों का निर्माण और बिक्री करना स्वीकार किया। यदि प्रतिवादियों...

बॉम्बे हाईकोर्ट ने फर्जी मतदान के आरोप में 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की
बॉम्बे हाईकोर्ट ने फर्जी मतदान के आरोप में 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की

बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका बुधवार को खारिज कर दी।चेतन अहीरे द्वारा दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि मतदान के आधिकारिक समापन समय (शाम छह बजे) के बाद 75 लाख से अधिक वोट डाले गए। उन्होंने यह भी दावा किया कि लगभग 95 निर्वाचन क्षेत्रों में कई विसंगतियां थीं, जहां डाले गए मतों की संख्या और गिने गए मतों की संख्या मेल नहीं खाती थी। जस्टिस गिरीश कुलकर्णी और जस्टिस आरिफ डॉक्टर की खंडपीठ ने कहा कि याचिका ने अदालत का कीमती समय 'बर्बाद' किया क्योंकि पूरा दिन...

हाईकोर्ट ने पूर्व आप विधायक नरेश बल्याण की MCOCA केस में जमानत याचिका पर दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा
हाईकोर्ट ने पूर्व आप विधायक नरेश बल्याण की MCOCA केस में जमानत याचिका पर दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा

दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक नरेश बाल्यान की उस याचिका पर दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा जिसमें उन्होंने कथित संगठित अपराध से संबंधित कड़े महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम, 1999 के तहत उनके खिलाफ दर्ज मामले में जमानत का अनुरोध किया है।अवकाशकालीन जस्टिस मनोज जैन ने बाल्यान की नई नियमित जमानत याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया। अदालत ने मामले को 03 जुलाई को रोस्टर बेंच के समक्ष सूचीबद्ध किया, यह देखते हुए कि इसमें कोई तात्कालिकता नहीं थी। अदालत ने...

बाइक टैक्सी लग्जरी नहीं, जरूरत है: टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन ने कर्नाटक हाईकोर्ट में बैन के खिलाफ याचिका दायर की
'बाइक टैक्सी लग्जरी नहीं, जरूरत है': टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन ने कर्नाटक हाईकोर्ट में बैन के खिलाफ याचिका दायर की

कर्नाटक में बाइक टैक्सी पर प्रतिबंध का विरोध करते हुए बाइक टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन ने बुधवार को हाईकोर्ट से कहा कि बाइक टैक्सी कोई लग्जरी नहीं बल्कि जरूरत है जिससे यातायात की भीड़ कम करने में मदद मिलती है।कार्यवाहक चीफ़ जस्टिस वी कामेश्वर राव और जस्टिस सी एम जोशी की खंडपीठ एकल न्यायाधीश के आदेश के खिलाफ बाइक टैक्सी सेवा देने वाली कंपनियों ओला, उबर और रैपिडो की अपीलों पर सुनवाई कर रही थी। संदर्भ के लिए, एकल न्यायाधीश ने अप्रैल में फैसला सुनाया था कि "जब तक राज्य सरकार मोटर वाहन अधिनियम, 1988...