हाईकोर्ट
म्यूजिक राइट्स का असाइनमेंट केवल फिजिकल मीडियम तक सीमित नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट ने पुराने बॉलीवुड गीतों पर कॉपीराइट उल्लंघन का दावा किया खारिज
बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिवंगत बॉलीवुड निर्माता ओ.पी. रहलन की बेटी रुपाली पी. शाह द्वारा दायर कॉपीराइट उल्लंघन का मुकदमा खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि ओ.पी. रहलन द्वारा किए गए असाइनमेंट एग्रीमेंट्स के तहत उनके गानों के अधिकार स्थायी रूप से और व्यापक रूप से असाइन किए गए और वे किसी विशेष माध्यम, जैसे कि फिजिकल रिकॉर्ड्स तक सीमित नहीं थे।जस्टिस मनीष पिटले ने यह निर्णय सुनाते हुए कहा कि असाइनमेंट एग्रीमेंट्स में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख था कि गानों का उपयोग किसी भी और हर प्रकार के माध्यम से किया जा सकता...
स्वास्थ्य का अधिकार: राजस्थान हाईकोर्ट ने नागरिकों, विशेषकर बच्चों में कुपोषण/मोटापे का स्वतः संज्ञान लिया
राजस्थान हाईकोर्ट ने बच्चों में कुपोषण, अस्वस्थ खान-पान की आदतों के कारण मोटापे तथा मोबाइल फोन के अत्यधिक और बढ़ते उपयोग को गंभीरता से लेते हुए इन मुद्दों का उचित समाधान खोजने के लिए स्वतः संज्ञान लिया।अदालत ने मामले को 'स्वतः संज्ञान: नाबालिग बच्चों, महिलाओं और नागरिकों को कुपोषण या मोटापे से बचाने के संबंध में दर्ज किया, जो उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है।स्थिति पर दुख व्यक्त करते हुए, न्यायालय ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 और खाद्य सुरक्षा और मानक...
डिज़ाइन एक्ट के तहत रजिस्टर्ड उत्पाद पर भी पासिंग ऑफ का दावा बनता है: दिल्ली हाईकोर्ट ने क्रॉक्स की बाटा, लिबर्टी, रिलैक्सो पर दायर याचिकाएं बहाल की
दिल्ली हाईकोर्ट ने क्रॉक्स USA द्वारा भारतीय फुटवियर कंपनियों लिबर्टी, बाटा, रिलैक्सो, एक्वालाइट और अन्य के खिलाफ उनके विशेष क्लॉग डिज़ाइन की नकल करने पर दायर मुकदमों को बहाल कर दिया।पहले सिंगल जज ने यह कहते हुए मुकदमे खारिज कर दिए थे कि पासिंग ऑफ का दावा उस ट्रेड ड्रेस पर नहीं किया जा सकता, जो डिज़ाइन एक्ट के तहत रजिस्टर्ड हो।लेकिन डिवीजन बेंच ने (जस्टिस सी. हरि शंकर और जस्टिस अजय दीगपाल) कहा कि केवल यह आधार कि पासिंग ऑफ की कार्रवाई का विषयवस्तु रजिस्टर्ड डिज़ाइन है, मुकदमे को खारिज करने का...
J&K हाईकोर्ट ने FCI को परिवहन ठेकेदार को लगभग 8 लाख रुपये वापस करने का निर्देश दिया, कहा- संशोधित मार्ग के आधार पर पूर्वव्यापी वसूली अवैध
जम्मू एंड कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने सोमवार को भारतीय खाद्य निगम (FCI) को एक परिवहन ठेकेदार मेसर्स दुर्गा एंटरप्राइजेज को 7,93,456 रुपये की राशि वापस करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने यह माना कि संशोधित मार्ग दूरी के आधार पर पूर्वव्यापी रूप से की गई वसूली अवैध थी और अनुबंध की शर्तों और नीति दिशानिर्देशों के विपरीत थी। अनुबंध शर्तों की बाध्यकारी प्रकृति, एकतरफा पूर्वव्यापी वित्तीय अधिरोपण की अस्वीकार्यता और सार्वजनिक खरीद अनुबंधों में प्रशासनिक विवेक की सीमाओं को रेखांकित करते हुए, जस्टिस मोक्ष...
समय से पहले रिहाई का फैसला करने के लिए दोषी का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन महत्वपूर्ण: दिल्ली हाईकोर्ट ने मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की भागीदारी का आह्वान किया
दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार और कारागार विभाग को दोषियों की समय से पहले रिहाई प्रक्रिया में मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की भागीदारी को संस्थागत बनाने के लिए शीघ्र कदम उठाने की सिफारिश की।जस्टिस संजीव नरूला ने यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए कि सजा समीक्षा बोर्ड (SRB) के निर्णय समय से पहले रिहाई नीति के उद्देश्यों के अनुरूप हों और निष्पक्षता, मनमानी न करने और तर्कसंगत निर्णय लेने की संवैधानिक अनिवार्यताओं के अनुसार संचालित किए जाएं।यह देखते हुए कि भविष्य के SRB निर्धारण न...
दिल्ली हाईकोर्ट ने ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के लिए स्पेशल कोर्स की मांग वाली पर सुनवाई से किया इनकार, कहा- नीतिगत निर्णय
दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के लिए स्पेशल कोर्स की मांग करने वाली जनहित याचिका बंद कर दी। कोर्ट ने उक्त याचिका बंद करते हुए कहा कि यह एक नीतिगत निर्णय है, जिसे संबंधित अधिकारियों द्वारा लिया जाना है।चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस तुषार राव गेडेला की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता अनीश शर्मा से कहा कि वह केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार, सीबीएसई, शिक्षा बोर्ड और अन्य संबंधित प्राधिकरणों के समक्ष उचित प्रतिनिधित्व दायर करें।न्यायालय ने कहा,"ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के लिए शिक्षा...
संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में दो आरोपियों को मिली जमानत, इंटरव्यू और सोशल मीडिया पर रोक
दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को 13 दिसंबर, 2023 को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में आरोपी नीलम आज़ाद और महेश कुमावत को जमानत दी। जस्टिस सुब्रमोनियम प्रसाद और जस्टिस हरीश वैद्यनाथन शंकर की डिवीजन बेंच ने यह फैसला सुनाया।कोर्ट ने दोनों को 50,000 रुपये के जमानती बांड और इतनी ही राशि की दो जमानतें देने की शर्त पर रिहाई का आदेश दिया। साथ ही कोर्ट ने दोनों को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने इंटरव्यू देने और सोशल मीडिया पर इस घटना से जुड़ी कोई भी पोस्ट करने पर रोक लगा दी।कोर्ट ने उन्हें हर सोमवार बुधवार...
Bengaluru Stampede: IPS अधिकारी का निलंबन रद्द करने के CAT के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची कर्नाटक सरकार
कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) द्वारा पारित आदेश को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। CAT ने अपने आदेश में RCB टीम के IPL आईपीएल जीत के जश्न से पहले चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ को लेकर IPS अधिकारी विकास कुमार विकास का निलंबन रद्द कर दिया था।इस दुर्घटना में 11 लोगों की जान गई, जबकि 33 लोग घायल हुए।अधिकारी के साथ-साथ कर्नाटक पुलिस विभाग के चार अधिकारियों को कथित लापरवाही और भीड़ को नियंत्रित करने में विफलता के लिए निलंबित कर दिया गया।हालांकि CAT...
राजस्थान हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी: बच्चों में मोबाइल की लत और जंक फूड पर लगे रोक, शिक्षा बोर्ड तैयार करें नया सिलेबस
राजस्थान हाईकोर्ट ने मंगलवार (1 जुलाई) को केंद्र और राज्य सरकार को सुझाव दिया कि सभी माध्यमिक शिक्षा बोर्डों को निर्देश दिए जाएं कि वे ऐसा पाठ्यक्रम तैयार करें, जो बच्चों में जंक फूड खाने की आदत को हतोत्साहित करे और मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग पर समय-सीमा निर्धारित करने का प्रावधान करे।जस्टिस अनुप कुमार ढांड ने कहा कि मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग 1 से 21 वर्ष तक की उम्र के बच्चों की शारीरिक और मानसिक सेहत पर गंभीर असर डाल रहा है। कोर्ट ने कहा कि अब सरकार, शिक्षा विभाग और अभिभावकों को जागने और...
गैंगस्टर एक्ट के दुरुपयोग से इलाहाबाद हाईकोर्ट नाराज़; मुख्य सचिव को निर्देश- SC और HC के दिशा-निर्देशों से DM को अवगत कराएं; जरूत पड़े तो नए सिरे से प्रशिक्षण आयोजित करें
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण आदेश में उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और असामाजिक क्रियाकलाप (रोकथाम) अधिनियम, 1986 के तहत गैंग चार्ट तैयार करने के संबंध में न्यायिक दिशा-निर्देशों और निर्देशों का लगातार पालन न किए जाने की जांच करें। जस्टिस आलोक माथुर और जस्टिस अरुण कुमार सिंह देशवाल की पीठ ने कहा कि राज्य के सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में हाईकोर्ट और सर्वोच्च सुप्रीम कोर्टद्वारा जारी निर्देशों से अवगत कराया जाना चाहिए और यदि...
बिना किसी यौन इरादे के केवल I Love You कहना यौन उत्पीड़न नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट
बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने 30 जून को कहा कि केवल I Love You कहना यौन उत्पीड़न का अपराध नहीं है, अगर इसके साथ यौन इरादे को दर्शाने वाले शब्द या कृत्य न हों।एकल जज जस्टिस उर्मिला जोशी-फाल्के ने कहा कि इस मामले में आरोपी ने नाबालिग लड़की से केवल I Love You कहा था जब वह ट्यूशन क्लास से घर जा रही थी और एक बार उसने उससे अपना नाम बताने के लिए भी कहा था।जस्टिस जोशी-फाल्के ने आदेश में कहा,"बोले गए शब्द 'यौन इरादे' से जुड़े होने चाहिए, जो सेक्स या शारीरिक संपर्क या यौन इच्छाओं को व्यक्त करने के...
बॉम्बे हाईकोर्ट ने उठाए सवाल: बालिग होते ही लड़कियों को ऑब्जर्वेशन होम से बाहर क्यों भेजना? कहा- शिक्षा और भविष्य पर न पड़े असर
बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ ने हाल ही में स्वत: संज्ञान लेते हुए उस समस्या पर विचार किया, जिसमें अवलोकन गृह (ऑब्जर्वेशन होम) में रहने वाली बालिकाओं को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद अन्य जिलों में स्थानांतरित कर दिया जाता है।जस्टिस विभा कंकनवाड़ी और जस्टिस संजय देशमुख की खंडपीठ ने कहा कि यद्यपि यह तय करना बाल कल्याण समिति (CWC) का कार्य है कि कोई बच्चा देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता में है या नहीं, परंतु बालिग होने पर लड़कियों की शिक्षा अन्य जिलों में स्थानांतरण के कारण प्रभावित नहीं होनी...
पीड़िता के कपड़े उतारना लेकिन विरोध के कारण संभोग न कर पाना बलात्कार के प्रयास की श्रेणी में आता है: इलाहाबाद हाईकोर्ट
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि किसी महिला के कपड़े उतारना लेकिन उसके विरोध के चलते संभोग न कर पाना भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 सहपठित धारा 511 के तहत बलात्कार के प्रयास की श्रेणी में आता है।जस्टिस रजनीश कुमार की एकल पीठ ने आरोपी प्रदीप कुमार @ पप्पू @ भूरिया की सजा बरकरार रखी। उक्त आरोपी को नाबालिग पीड़िता (आयु लगभग 16-18 वर्ष) के अपहरण और उसके साथ बलात्कार का प्रयास करने के लिए 10 वर्ष की सजा दी गई थी।यह घटना वर्ष 2004 की है, जब आरोपी ने पीड़िता को अगवा कर लगभग 20 दिन तक एक घर में बंधक...
'वे यूनियन के अधिकारी हैं, कोई आम आदमी नहीं': कर्नाटक हाईकोर्ट ने X Corp की भाषा पर आपत्ति जताई
एलन मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) की भारतीय सहायक कंपनी एक्स कॉर्प इंडिया ने मंगलवार को कर्नाटक हाईकोर्ट को रेल मंत्रालय द्वारा भेजे गए नोटिस के बारे में बताया जिसमें हैदराबाद में रेलवे पटरियों पर अपनी कार चला रही एक महिला के वीडियो/तस्वीर तक पहुंच को अक्षम करने के लिए कहा गया था।कंपनी की ओर से पेश सीनियर एडवोकेट केजी राघवन ने 26 जून को प्राप्त नोटिस का हवाला देते हुए कहा, ''क्या होगा अगर हर टॉम, डिक और हैरी अधिकारी मुझे नोटिस भेजे। देखिए किस तरह इसका...
भारत में सेवाएं ब्लॉक करने के आदेश के खिलाफ प्रोटन मेल की अपील पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया
कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्विट्जरलैंड स्थित ईमेल सेवा प्रदान करने वाली कंपनी प्रोटॉन एजी की अपील पर नोटिस जारी किया है, जिसने भारत में अपनी सेवाओं को अवरुद्ध करने के एकल न्यायाधीश के आदेश को चुनौती दी है।कार्यवाहक चीफ़ जस्टिस वी कामेश्वर राव और जस्टिस सी एम जोशी की खंडपीठ ने केंद्र सरकार, राज्य सरकार और एम मोजर डिजाइन एसोसिएट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (याचिकाकर्ता जिसकी याचिका पर प्रोटॉन को ब्लॉक करने का निर्देश पारित किया गया था) को नोटिस जारी किए। एकल न्यायाधीश ने केंद्र से सूचना प्रौद्योगिकी...
सुनवाई कोर्ट उचित कारण बताए बिना आरोपी को समन जारी नहीं कर सकती:दिल्ली हाईकोर्ट
दिल्ली हाईकोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि निचली अदालत किसी आरोपी व्यक्ति को समन जारी नहीं कर सकती है और इसके लिए उचित कारण बताए बिना उसे समन जारी नहीं किया जा सकता है।जस्टिस अमित महाजन ने कहा, "बिना कोई कारण बताए केवल मामले के तथ्यों पर ध्यान देना और प्रथम दृष्टया संतुष्टि दर्ज करना अपर्याप्त है। पीठ ने इस प्रकार इंडियाबुल्स सिक्योरिटीज द्वारा दायर कथित धोखाधड़ी के लिए एक प्राथमिकी में आरोपी को जारी किए गए समन को रद्द कर दिया, यह देखते हुए कि समन 'तर्कहीन' थे और मनमाने ढंग से जारी किए गए थे। ...
महज ग्रेजुएट होने के कारण पत्नी को भरण-पोषण से वंचित नहीं किया जा सकता: पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि पत्नी को केवल इसलिए भरण-पोषण से वंचित नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह ग्रेजुएट है और कमाने में सक्षम है। खासकर तब जब वह लाभकारी नौकरी में न हो।जस्टिस जसगुरप्रीत सिंह पुरी ने कहा,"केवल इस तथ्य से कि प्रतिवादी/पत्नी ग्रेजुएट है, इसका यह अर्थ नहीं है कि उसे भरण-पोषण के अधिकार से वंचित किया जा सकता है, जो उसे वैधानिक प्रावधान के माध्यम से प्रदान किया गया है, जब तक कि CrPC की धारा 125 के तहत उल्लिखित आधारों के तहत भरण-पोषण मांगने के अधिकार को कम नहीं किया जा सकता या...
'हिंदू-मुस्लिम एक-दूसरे के त्योहार मनाते हैं, पूरे देश के लिए मिसाल': कर्नाटक हाईकोर्ट ने यादगिर जिले की साम्प्रदायिक एकता की सराहना की
हाल के एक आदेश में, कर्नाटक हाईकोर्ट ने यादगीर जिले में सांप्रदायिक सद्भाव की प्रशंसा की, जहां हिंदू और मुस्लिम एक-दूसरे के त्योहार मनाते हैं।यादगीर कर्नाटक के सीमावर्ती इलाके और तत्कालीन हैदराबाद रियासत में है। कोर्ट ने कहा कि यह जिला एक दूसरे के समुदाय के त्योहारों में हिंदुओं और मुसलमानों की भागीदारी के साथ सांप्रदायिक सद्भाव मनाता है। कोर्ट ने कहा कि शरणबसवेश्वर मंदिर, खाजा बंदनवाज दरगाह जैसे संस्थान सांप्रदायिक सद्भाव के उदाहरण हैं, जिनका पालन पूरा देश कर सकता है। सांप्रदायिक सद्भाव के...
[Bengaluru Stampede] राज्य द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों को सीलबंद लिफाफे में क्यों रखा जाना चाहिए? कर्नाटक हाईईकोर्ट ने सरकार से पूछा
कर्नाटक हाईकोर्ट ने मंगलवार को राज्य सरकार से पूछा कि RCB की IPC विजेता परेड के दौरान बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के संबंध में उसके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों को सीलबंद लिफाफे में क्यों रखा जाना चाहिए।एडवोकेट जनरल शशि किरण शेट्टी ने अदालत को बताया कि सभी दस्तावेज एमिक्स क्यूरी को उपलब्ध करा दिए गए हैं। उन्होंने अदालत से अनुरोध किया कि मामले की सुनवाई 10 दिन बाद की जाए, क्योंकि जांच रिपोर्ट तब उपलब्ध होगी और अदालत के समक्ष रखी जाएगी।हालांकि, अदालत ने शेट्टी से पूछा कि...
S.173 BNSS | संज्ञेय अपराध होने पर विदेश से भेजी गई शिकायत पर पुलिस FIR दर्ज करने से इनकार नहीं कर सकती: केरल हाईकोर्ट
केरल हाईकोर्ट ने माना कि अगर संज्ञेय अपराध होने पर पुलिस FIR दर्ज करने से इनकार नहीं कर सकती, भले ही शिकायत विदेश से भेजी गई हो।मामले के तथ्ययाचिकाकर्ता भारतीय नागरिक है, जो ऑस्ट्रेलिया में रहती है। 2020 में उसने अपने पति के खिलाफ शिकायत भेजी थी (अनुलग्नक A7), जिसे केरल के पुलिस महानिदेशक (DGP) को ईमेल किया गया। भले ही DGP ने शिकायत को मुत्तोम पुलिस स्टेशन को भेज दिया था, जो कि अधिकार क्षेत्र वाला पुलिस स्टेशन है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।इसके बाद स्टेशन हाउस ऑफिस (SHO) ने याचिकाकर्ता को...



















![[Bengaluru Stampede] राज्य द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों को सीलबंद लिफाफे में क्यों रखा जाना चाहिए? कर्नाटक हाईईकोर्ट ने सरकार से पूछा [Bengaluru Stampede] राज्य द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों को सीलबंद लिफाफे में क्यों रखा जाना चाहिए? कर्नाटक हाईईकोर्ट ने सरकार से पूछा](https://hindi.livelaw.in/h-upload/2025/06/10/500x300_604048-750x450603249-chinnaswamy-stadium-stampede.jpg)
