संपादकीय

विज्ञापन के दावे के मुताबिक बाल नहीं उगे : उपभोक्ता अदालत ने ब्रांड एंबेसडर पर झूठे दावे के लिए जुर्माना लगाया
विज्ञापन के दावे के मुताबिक बाल नहीं उगे : उपभोक्ता अदालत ने ब्रांड एंबेसडर पर झूठे दावे के लिए जुर्माना लगाया

एक दिलचस्प आदेश में, केरल की एक उपभोक्ता अदालत ने एक फिल्म अभिनेता को प्रभावशीलता का पता लगाए बिना एक हेयर क्रीम उत्पाद का समर्थन करने का झूठा दावा करने के लिए उत्तरदायी ठहराया है। डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर रिड्रेसल फोरम, त्रिशूर ने 'धात्री हेयर क्रीम' के निर्माताओं और एक विज्ञापन में उत्पाद का समर्थन करने वाले सेलिब्रिटी फिल्म अभिनेता अनूप मेनन को "झूठा वादा" करने के लिए एक उपभोक्ता को 10,000 रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया।दरअसल फ्रांसिस वडक्कन द्वारा ए-वन मेडिकल, धात्री आयुर्वेद प्राइवेट...

Telangana High Court Directs Police Commissioner To Permit Farmers Rally In Hyderabad On Republic Day
किसान आंदोलन : प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस बल के खिलाफ पंजाब विवि छात्रों की चिट्ठी पर जनहित याचिका की तरह सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक पत्र याचिका दायर की गई है जिसमें कथित तौर पर पुलिस की ज्यादती और दिल्ली सीमाओं के पास प्रदर्शनकारी किसानों की अवैध हिरासत की जांच की मांग की गई है। पंजाब विश्वविद्यालय के 35 छात्रों द्वारा लिखे गए एक पत्र में, यह आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार ने शांति से विरोध करने के किसानों के संवैधानिक अधिकारों को छीनने के लिए प्रतिशोधी , अत्याचार और सत्ता का असंवैधानिक दुरुपयोग किया है।पत्र में कहा गया है, "अपने गृह राज्यों में दो महीने से अधिक समय तक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन...

पशु जीविका का स्रोत हैं, आप उन्हें इस तरह दूर नहीं ले जा सकते, या तो आप इसे बदलें, वरना हम रोक लगा देंगे: 2017 के पशु सुरक्षा नियमों पर सीजेआई ने कहा
"पशु जीविका का स्रोत हैं, आप उन्हें इस तरह दूर नहीं ले जा सकते, या तो आप इसे बदलें, वरना हम रोक लगा देंगे": 2017 के पशु सुरक्षा नियमों पर सीजेआई ने कहा

"या तो आप इसे बदल दें या हम इस पर रोक लगा देंगे," सीजेआई एस ए बोबडे ने पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत 2017 नियमों की वैधता को चुनौती देने वाली एक याचिका पर विचार करते हुए कहा जो अधिकारियों को पशु परिवहन में प्रयुक्त वाहनों को जब्त करने और पशुओं को गौशालाओं या गाय आश्रयों को भेजने की अनुमति देता है। भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने मामले की सुनवाई की और केंद्र को एक सप्ताह के भीतर नियमों को वापस लेने पर विचार करने का निर्देश दिया। एएसजी जयंत सूद को पीठ ने आदेश दिया...

National Uniform Public Holiday Policy
गोवा में कांग्रेस के 10 बागी विधायकों की अयोग्यता पर जल्द फैसला लेने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी के दूसरे सप्ताह में सूचीबद्ध किया

सुप्रीम कोर्ट ने गोवा विधानसभा स्पीकर को कांग्रेस के 10 बागी विधायकों की अयोग्यता पर जल्द फैसला लेने वाली याचिका पर सुनवाई को फरवरी के दूसरे सप्ताह में सूचीबद्ध किया है। ये विधायक जुलाई 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे।बीजेपी में शामिल हुए 10 विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए गोवा कांग्रेस प्रमुख ने शीर्ष अदालत का रुख किया है। याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने दलील दी कि डेढ़ साल बीत चुके हैं और स्पीकर को अयोग्य ठहराने की कांग्रेस की याचिका पर फैसला करना बाकी है। देश के...

सुप्रीम कोर्ट ने  पूर्व आईपीएस संजीव भट्ट की सजा निलंबित करने की याचिका को जनवरी के तीसरे सप्ताह में सूचीबद्ध किया
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व आईपीएस संजीव भट्ट की सजा निलंबित करने की याचिका को जनवरी के तीसरे सप्ताह में सूचीबद्ध किया

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट द्वारा 1990 के हिरासत में मौत के केस में उनकी सजा को निलंबित करने के लिए दायर याचिका को जनवरी के तीसरे सप्ताह में सूचीबद्ध किया। जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस आर सुभाष रेड्डी की पीठ ने भट्ट के वकील फारुख रशीद के अनुरोध पर मामले को स्थगित कर दिया।भट्ट को जामनगर में सत्र न्यायालय द्वारा जून 2019 में नवंबर 1990 में जामजोधपुर निवासी प्रभुदास वैष्णानी की हिरासत में मौत के लिए आजीवन कारावास से गुजरने का निर्देश दिया गया था। 2011...

डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशिल्ड और भारत बायोटेक के कोवाक्सिन टीके को आपातकालीन प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंजूरी दी
डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट के 'कोविशिल्ड' और भारत बायोटेक के 'कोवाक्सिन' टीके को आपातकालीन प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंजूरी दी

ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI)ने प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की दवा 'कोविश‌िल्ड' और भारत बायोटेक के 'कोवाक्सिन' को मंजूरी दे दी है।रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया डॉ वीजी सोमानी ने यह जानकारी दी।सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित 'कोविशिल्ड' वैक्सीन के लिए मंजूरी मांगी थी। भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे के साथ कोवाक्सिन का...

Consider The Establishment Of The State Commission For Protection Of Child Rights In The UT Of J&K
धारा 498A के तहत शिकायत बरकरार रह सकती है भले ही विवाह शून्य (Void) हो: जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय

जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय ने हाल ही में माना है कि भले ही शिकायतकर्ता महिला की किसी पुरुष के साथ शादी शून्य (Void Marriage) है, फिर भी पुरुष और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ रणबीर दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 498 ए [क्रूरता का अपराध] के तहत अपराध के लिए मुकदमा चलाया जा सकता है।न्यायमूर्ति संजय धर की पीठ ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों पर भरोसा करते हुए आगे कहा कि जब कोई व्यक्ति किसी महिला के साथ वैवाहिक व्यवस्था में प्रवेश करता है, तो "वह धारा 498-A RPC में निहित 'पति' की परिभाषा के अंतर्गत होता...

बार का अनुभव नहीं होने के कारण न्यायिक अधिकारी ज्यादातर मामलों में अक्षम पाए जाते हैं: न्यायिक सेवा में अनिवार्य व्यावहारिक अनुभव के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाख‌िल करेगी बीसीआई
'बार का अनुभव नहीं होने के कारण न्यायिक अधिकारी ज्यादातर मामलों में अक्षम पाए जाते हैं': न्यायिक सेवा में अनिवार्य व्यावहारिक अनुभव के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाख‌िल करेगी बीसीआई

बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल करेगी, जिसमें उस आदेश को संशोधित करने की मांग की जाएगी, जिसके तहत नए लॉ ग्रेजुएट को न्यायिक अधिकारी बनने की अनुमति दी गई थी। बीसीआई की ओर से जारी विज्ञप्त‌ि में कहा गया है कि बीसीआई और स्टेट बार काउंसिल न्यायिक सेवा परीक्षा में बैठने की योग्यता के रूप में बार में 3 साल के न्यूनतम अनुभव के पक्ष में दृढ़ता से है।विज्ञप्ति में कहा गया है, "न्यायिक अधिकारियों को बार में व्यावहारिक अनुभव नहीं होने के कारण ज्यादातर मामलों को...

एनडीपीएस एक्ट की धारा 42 पर अमल न करना ट्रायल को समाप्त कर देता है : बॉम्बे हाईकोर्ट
एनडीपीएस एक्ट की धारा 42 पर अमल न करना ट्रायल को समाप्त कर देता है : बॉम्बे हाईकोर्ट

बॉम्बे हाईकोर्ट ने नारकोटिक ड्रग्स एवं साइकोट्रॉपिक सब्सटांसेज एक्ट, 1985 (एनडीपीएस एक्ट) के तहत पंढरपुर स्थित विशेष न्यायाधीश के रिहाई आदेश को बरकरार रखते हुए कहा कि एनडीपीएस एक्ट की धारा 42 की आवश्यकताओं पर अमल कर पाने में विफल रहना अभियोजन पक्ष के केस को प्रभावित करेगा और ट्रायल को समाप्त कर देगा।विशेष न्यायाधीश ने 15 मई 2004 को एक आदेश जारी करते हुए एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 (बी) (ii)(सी) के तहत अपराधों के सभी आरोपियों को बरी कर दिया था। हाईकोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष न केवल मामले के गुण दोष...

National Uniform Public Holiday Policy
ट्रिपल तालाक-2019 अधिनियम के तहत अपराध के लिए जमानत पर रोक नहीं, बशर्ते कोर्ट ने शिकायतकर्ता महिला की सुनवाई की होः सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकार का संरक्षण) अधिनियम 2019 के तहत किए गए अपराध के लिए अग्रिम जमानत देने पर कोई रोक नहीं है, बशर्ते अग्रिम जमानत देने से पहले सक्षम अदालत को उस विवाहित मुस्लिम महिला की सुनवाई अवश्य करनी चाहिए, जिसने शिकायत की है।ज‌स्ट‌िस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने माना है कि विवाहित मुस्लिम महिला को नोटिस जारी करते हुए अग्रिम जमानत अर्जी के लंबित होने के दौरान आरोपी को अंतरिम राहत देना अदालत का विवेकाधिकार होगा। पीठ, जिसमें ज‌स्ट‌िस इंदु...

भारतीय दंड संहिता (IPC) भाग 25: भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत चोरी का अपराध क्या होता है
भारतीय दंड संहिता (IPC) भाग 25: भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत चोरी का अपराध क्या होता है

भारतीय दंड संहिता सीरीज के अंतर्गत लिखे जा रहे आलेखों में पिछले आलेख में दास बनाने और मनुष्य को खरीदने बेचने के संदर्भ में उल्लेखित अपराधों पर चर्चा की गई थी, इस आलेख में चोरी के अपराध के संदर्भ में उल्लेख किया जा रहा है।चोरी प्राचीन समय से चलता आ रहा एक प्रसिद्ध अपराध है। हर समाज हर परिस्थिति में यह अपराध घटित होता रहा है। वर्तमान में भी यह अपराध चारों ओर देखने को मिलता है। भारतीय दंड संहिता भारत की सीमा में केवल व्यक्तियों के शरीर की ही रक्षा हेतु दंड विधान का निर्माण नहीं करती है अपितु यह दंड...

आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जज ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के स्थानांतरण के मामले में कॉलेजियम में पारदर्शिता की मांग की
आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जज ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के स्थानांतरण के मामले में कॉलेजियम में पारदर्शिता की मांग की

एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, आंध्र प्रदेश उच्‍च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना उच्‍च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों को स्थानांतरित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा दिए गए प्रस्तावों के खिलाफ महत्वपूर्ण टिप्पणियों के साथ एक आदेश पारित किया है।ज‌स्ट‌िस राकेश कुमार ने बुधवार को पारित आदेश में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के स्‍थानांतरण प्रस्ताव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की ओर से भारत के मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र के बीच संबंध स्‍थापित करने का प्रयास...

भारतीय दंड संहिता (IPC) भाग 24 : बंधुआ मजदूरी और दास बनाने तथा व्यक्तियों को खरीदने बेचने के अपराध
भारतीय दंड संहिता (IPC) भाग 24 : बंधुआ मजदूरी और दास बनाने तथा व्यक्तियों को खरीदने बेचने के अपराध

किसी समय मनुष्यों को खरीद बेच कर दस बनाने जैसी प्रथा प्रचलित रही थी। मनुष्य खरीदे और बेचे जाते थे, एक समय था जब राजा महाराजा जमीदार और साहूकार लोग निर्धन और कमजोर लोगों को अपने यहां दास के रूप में रख लिया करते थे। जैसा कि हमें स्वतंत्रता पूर्व के लेखकों की कहानियों में भी यह प्राप्त होता है। थोड़े से कर्ज के रुपयों के लिए लोगों को सारे जीवन के लिए दास बना लिया जाता था, उन से बलपूर्वक श्रम और बेगार लेते थे। लोगों पर अत्याचार किया जाता था। भारत का संविधान समानता तथा प्रतिष्ठा के जीवन का उल्लेख...

जिला उपभोक्ता मंच के अध्यक्षों और राज्य के सदस्यों की नियुक्ति को लेकर सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका
जिला उपभोक्ता मंच के अध्यक्षों और राज्य के सदस्यों की नियुक्ति को लेकर सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका

भारत भर में जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग और राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोगों के अध्यक्षों, सदस्यों और कर्मचारियों की नियुक्ति करने में सरकार की निष्क्रियता को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता-कानून छात्र सलोनी गौतम द्वारा वकील दुष्यंत तिवारी, ओम प्रकाश परिहार के माध्यम से दायरा की गई है। याचिका में दलील दी गई है कि 20.07.2020 को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 लागू हो गया और 2019 में जिला, राज्य और राष्ट्रीय आयोग के लिए आर्थिक क्षेत्राधिकार भी...

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सुप्रीम कोर्ट में याचिका, आंध्र प्रदेश में सिविल जज परीक्षा के लिए वकील के रूप तीन साल की प्रैक्टिस की आनिवार्य अर्हता को रद्द करने की मांग

सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका में आंध्र प्रदेश में सिविल जज की परीक्षा के लिए आवश्यक अर्हता, वकील के रूप तीन साल की प्रैक्टिस, को समाप्त करने की मांग की गई है।आंध्र प्रदेश राज्य न्यायिक सेवा नियम, 2007 के नियम 5 (2) (a) (i), जिसे 28.07.2017 को G.O.Ms.no. 29 और 03.12.2020 की नोटिफिकेशन संख्या 9/2020 - RC के क्लॉज III(a) के जर‌िए अध‌िसूचित किया गया था, को आंध्र प्रदेश राज्य न्यायिक सेवा की सिविल जज परीक्षा के अभ्यर्थी रेगलगड्डा वेंकटेश ने अपनी याचिका में संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 के उल्लंघन...

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले कुछ वर्षों में सामाजिक न्याय को ठंडे बस्ते में डाल दिया हैः जस्टिस लोकुर
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले कुछ वर्षों में सामाजिक न्याय को ठंडे बस्ते में डाल दिया हैः जस्टिस लोकुर

ज‌स्टिस राजिंदर सच्चर की आत्मकथा, "In pursuit of Justice: An autobiography" का लोकार्पण मंगलवार को हुआ। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में "व्यक्तिगत स्वतंत्रता और न्यायपालिका" विषय पर एक परिचर्चा का भी आयोजन हुआ, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मदन बी लोकुर, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और मुकुल रोहतगी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने किया।क्या पिछले कुछ वर्षों में सुप्रीम कोर्ट ने सामाजिक न्याय को ठंडे बस्ते में डाल दिया है? इस सवाल के जवाब में जस्टिस लोकुर ने अपनी...

एटा अधिवक्ता पर पुलिस हमला: इलाहाबाद उच्च न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा मामले की जांच के आदेश दिए
एटा अधिवक्ता पर पुलिस हमला: इलाहाबाद उच्च न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा मामले की जांच के आदेश दिए

आज, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उस घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है, जिसमें एटा के एक एडवोकेट राजेंद्र शर्मा के साथ पुलिस ने मारपीट की और उनके रिश्तेदारों को भी परेशान किया गया और अपमानित किया गया। मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर और न्यायमूर्ति सौमित्र दयाल सिंह की खंडपीठ ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, एटा को मामले की जांच करने और मामले की अगली तारीख पर या उससे पहले पूरी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।न्यायालय के आदेश के अनुसार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, एटा को "ऑडियो विजुअल इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों सहित...

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एटा के अधिवक्ता पर पुलिस के हमले पर स्वतः संज्ञान लिया, आज होगी सुनवाई
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एटा के अधिवक्ता पर पुलिस के हमले पर स्वतः संज्ञान लिया, आज होगी सुनवाई

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के एटा में हुई उस घटना का स्वतः संज्ञान लिया है, जहाँ पुलिस ने एक घर का दरवाजा तोड़ा, और एक एटा अधिवक्ता (जो अधिवक्ता की पोशाक में था) को घसीटा और उसके साथ मारपीट की थी।मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर और न्यायमूर्ति सौमित्र दयाल सिंह की खंडपीठ के समक्ष यह मामला आज (29 दिसंबर) सुनवाई के लिए आएगा।गौरतलब है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने पुलिस के इस हमले की निंदा करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और भारत के मुख्य न्यायाधीश से मामले...