हाईकोर्ट

S.138 NI Act | स्वामित्व साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया जाता है तो शिकायतकर्ता को आदाता नहीं माना जा सकता: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट
S.138 NI Act | स्वामित्व साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया जाता है तो शिकायतकर्ता को आदाता नहीं माना जा सकता: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा कि जब कोई शिकायतकर्ता किसी एकल स्वामित्व वाली संस्था का स्वामित्व साबित करने में विफल रहता है तो उसे परक्राम्य लिखत अधिनियम (NI Act) की धारा 138 के तहत आदाता या धारक नहीं माना जा सकता। न्यायालय ने कहा कि शिकायत दर्ज होने के बाद जारी किया गया मात्र अधिकार पत्र ही प्राधिकरण का पर्याप्त प्रमाण नहीं है।जस्टिस राकेश कैंथला:"चूंकि वर्तमान मामले में यह दर्शाने के लिए कोई संतोषजनक सबूत पेश नहीं किया गया कि शिकायतकर्ता शिरगुल फिलिंग स्टेशन का मालिक है, इसलिए निचली अदालत ने...

अनियमित नियुक्तियों को अवैध नियुक्तियों के बराबर नहीं माना जा सकता, 10 साल से ज़्यादा सेवा दे चुके योग्य नियुक्तियों को नियमित किया जाना चाहिए: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट
अनियमित नियुक्तियों को अवैध नियुक्तियों के बराबर नहीं माना जा सकता, 10 साल से ज़्यादा सेवा दे चुके योग्य नियुक्तियों को नियमित किया जाना चाहिए: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट

यह कहते हुए कि अनियमित नियुक्तियों को अवैध नियुक्तियों के बराबर नहीं माना जा सकता, जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया कि उचित चयन प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्त योग्य व्यक्ति, जिन्होंने स्वीकृत पदों पर एक दशक से ज़्यादा समय तक सेवा की है, अपनी सेवाओं के नियमितीकरण के हकदार हैं।जस्टिस संजय धर द्वारा पारित फैसले में न्यायालय ने जम्मू-कश्मीर राज्य केबल कार निगम को छह याचिकाकर्ताओं की सेवाओं को दस साल की निरंतर संविदा नियुक्ति पूरी होने की तिथि से नियमित करने का निर्देश दिया। न्यायालय...

Tirupati Laddu Case | CBI निदेशक ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया: आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने ऐसा क्यों कहा?
Tirupati Laddu Case | CBI निदेशक ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया: आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने ऐसा क्यों कहा?

तिरुमाला तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाने वाले लड्डू बनाने में मिलावटी घी के इस्तेमाल के आरोपों से संबंधित एक मामले में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा कि CBI निदेशक ने जांच के लिए एक ऐसे अधिकारी को जांच अधिकारी नामित करके सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन किया, जो सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत गठित SIT का हिस्सा नहीं था।जस्टिस हरिनाथ एन ने अपने आदेश में उल्लेख किया कि SIT का गठन सबसे पहले पिछले साल राज्य द्वारा किया गया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के साथ पुनर्गठित...

तीन बच्चे होने से अयोग्यता के कारण 15 वर्ष की सर्विस के बाद टर्मिनेशन अनुकंपा नियुक्ति के उद्देश्य के खिलाफ: राजस्थान हाईकोर्ट
तीन बच्चे होने से अयोग्यता के कारण 15 वर्ष की सर्विस के बाद टर्मिनेशन अनुकंपा नियुक्ति के उद्देश्य के खिलाफ: राजस्थान हाईकोर्ट

राजस्थान हाईकोर्ट ने उस याचिकाकर्ता को राहत प्रदान की है जिसे अनुकंपा नियुक्ति मिलने के 15 साल बाद इस आधार पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था कि वह तीन बच्चे होने के कारण नियुक्ति के लिए अयोग्य था। यह देखते हुए कि याचिकाकर्ता ने कोई जानकारी नहीं छिपाई और नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा उचित जांच के बाद की गई थी, न्यायालय ने बर्खास्तगी को रद्द कर दिया। अनुकंपा नियुक्ति के उद्देश्य पर ज़ोर देते हुए, जस्टिस विनीत कुमार माथुर की पीठ ने कहा कि यह सर्वमान्य स्थिति है कि अनुकंपा नियुक्ति नीतियों को...

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सामान्य नर्सिंग और मिडवाइफरी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 12वीं कक्षा में जीव विज्ञान अनिवार्य करने के खिलाफ याचिका खारिज की
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सामान्य नर्सिंग और मिडवाइफरी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 12वीं कक्षा में जीव विज्ञान अनिवार्य करने के खिलाफ याचिका खारिज की

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने शुक्रवार (11 जुलाई) को मध्य प्रदेश उपचारिका, प्रसाविका, सहाय उपचारिका-प्रसाविका तथा स्वास्थ्य परिरक्षक पंजीयन अधिनियम, 1972 अधिनियम के तहत सामान्य नर्सिंग एवं मिडवाइफरी पाठ्यक्रमों (जी एंड एम कोर्स) में प्रवेश पात्रता मानदंड में संशोधन को चुनौती देने वाली कई जनहित याचिकाओं को खारिज कर दिया। याचिकाकर्ताओं ने संशोधित नियमों की अनुसूची 1 क्रम संख्या 2 की वैधता पर सवाल उठाया, जिसमें उक्त पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कक्षा 12 की परीक्षा में जीव विज्ञान और अन्य विज्ञान विषयों...

कर्नाटक हाईकोर्ट में एक्स कॉर्प की याचिका के समर्थन में पहुंचा डिजीपब; कहा- 92 मीडिया हाउस केंद्र की दया पर
कर्नाटक हाईकोर्ट में एक्स कॉर्प की याचिका के समर्थन में पहुंचा डिजीपब; कहा- 92 मीडिया हाउस केंद्र की दया पर

केंद्र सरकार के कंटेंट हटाने के निर्देशों का विरोध करते हुए, डिजिपब न्यूज़ इंडिया फ़ाउंडेशन ने शुक्रवार (11 जुलाई) को कर्नाटक हाईकोर्ट का रुख किया और कहा कि 92 मीडिया संस्थान, जो "ज़िम्मेदार रिपोर्टिंग" करने वाले फ़ाउंडेशन के सदस्य हैं, अब कंटेंट हटाने का आदेश जारी करने वाले एक अधिकारी की दया पर निर्भर हैं। फ़ाउंडेशन ने हाईकोर्ट में एक्स कॉर्प की याचिका में हस्तक्षेप की मांग करते हुए हाईकोर्ट का रुख किया है।फ़ाउंडेशन की ओर से पेश होते हुए, जो मीडिया संगठनों का एक समूह है और स्वतंत्र पत्रकारिता...

केवल सरकारी और स्थानीय निकाय ही सार्वजनिक स्थानों पर मूर्तियां स्थापित करने के लिए अधिकृत: एमपी हाईकोर्ट
केवल सरकारी और स्थानीय निकाय ही सार्वजनिक स्थानों पर मूर्तियां स्थापित करने के लिए अधिकृत: एमपी हाईकोर्ट

माकडोन में सार्वजनिक भूमि पर एक मूर्ति स्थापित करने के कथित अवैध प्रयास के खिलाफ एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए, मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा है कि सरकार और स्थानीय निकायों के अलावा, किसी भी निजी व्यक्ति, धार्मिक संस्था, गैर सरकारी संगठन या संघ को सार्वजनिक स्थानों पर मूर्तियां स्थापित करने का अधिकार नहीं है। जनहित याचिका में आरोप लगाया गया है कि नगर परिषद, माकडोन की सीमा के भीतर, व्यक्तियों का एक समूह सार्वजनिक स्थानों, सड़कों और चौराहों आदि पर मूर्ति स्थापित करने जा रहा है, जो कि...

5 साल के लॉ कोर्स में सख्त नियमों ने छात्रों को विदेश में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद की है: MP हाईकोर्ट ने BCI के उपस्थिति मानदंडों के खिलाफ दायर याचिका पर कहा
'5 साल के लॉ कोर्स में सख्त नियमों ने छात्रों को विदेश में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद की है': MP हाईकोर्ट ने BCI के उपस्थिति मानदंडों के खिलाफ दायर याचिका पर कहा

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने मौखिक रूप से टिप्पणी की है कि यद्यपि भारत हमेशा से वैश्विक शिक्षा में अग्रणी नहीं रहा है, लेकिन बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा विनियमित पांच वर्षीय विधि पाठ्यक्रम में उच्च मानकों के सख्त पालन ने छात्रों को विदेश जाकर विदेशी विधि फर्मों और शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद की है। जस्टिस अतुल श्रीधरन की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने मौखिक रूप से टिप्पणी की, "हमारी खराब शिक्षा के लिए एक देश के रूप में हमारी खिल्ली उड़ाई जाती रही है। ऐसे में, विधि एक अत्यंत...

सुरक्षा बलों के लिए सरकार द्वारा किराए पर लिए गए होटलों के किराए पर जीएसटी देय, प्रतिपूर्ति की जिम्मेदारी गृह विभाग की: जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट
सुरक्षा बलों के लिए सरकार द्वारा किराए पर लिए गए होटलों के किराए पर जीएसटी देय, प्रतिपूर्ति की जिम्मेदारी गृह विभाग की: जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट

जम्मू एंड कश्‍मीर हाईकोर्ट ने कहा है कि गृह विभाग उन होटल मालिकों को निर्धारित किराए के अतिरिक्त जीएसटी की प्रतिपूर्ति करने के लिए उत्तरदायी है जिनके आवास सुरक्षा बलों के आवास के लिए अधिग्रहीत किए गए हैं। याचिकाकर्ता ने याचिका दायर कर यह निर्देश देने की मांग की थी कि गृह विभाग निर्धारित किराए के अतिरिक्त कर राशि का भुगतान करे या अलग से प्रतिपूर्ति करे।जस्टिस संजय परिहार और जस्टिस संजीव कुमार की पीठ ने कहा कि किराये की दरें बहुत पहले तय कर दी गई थीं, लेकिन जीएसटी लागू होने से होटल व्यवसायियों के...

Prevention Of Corruption Act | प्रारंभिक जांच में पूर्व अनुमोदन के प्रावधान का उल्लंघन पूरी प्रक्रिया को दूषित नहीं करता: J&K हाईकोर्ट
Prevention Of Corruption Act | प्रारंभिक जांच में पूर्व अनुमोदन के प्रावधान का उल्लंघन पूरी प्रक्रिया को दूषित नहीं करता: J&K हाईकोर्ट

जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट ने कुछ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज एक प्राथमिकी को रद्द करने से इनकार कर दिया है, जबकि उसने यह स्वीकार किया है कि प्रारंभिक चरण की जांच भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत अनिवार्य पूर्वानुमति के बिना की गई थी। जस्टिस संजय धर की पीठ ने कहा कि जांच के प्रारंभिक चरण में धारा 17ए का उल्लंघन प्राथमिकी या कार्यवाही को रद्द करने के लिए पर्याप्त नहीं है, खासकर जब अपेक्षित अनुमति बाद में प्राप्त कर ली गई हो।अदालत ने...

दिल्ली हाईकोर्ट ने एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के ग्राहकों की गोपनीय व्यक्तिगत जानकारी को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और डार्क वेब पर शेयर करने या प्रसारित करने पर रोक लगाई
दिल्ली हाईकोर्ट ने एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के ग्राहकों की गोपनीय व्यक्तिगत जानकारी को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और डार्क वेब पर शेयर करने या प्रसारित करने पर रोक लगाई

जस्टिस सौरभ बनर्जी ने यह अंतरिम आदेश एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड द्वारा दायर वाद में पारित किया, जो एक अज्ञात व्यक्ति या समूह के खिलाफ दायर किया गया था। बता दें, इस अज्ञात इकाई ने कंपनी को धमकी दी थी कि यदि बातचीत और सौदा नहीं किया गया तो वह इसके 20 लाख ग्राहकों की संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी को डार्क वेब पर बिक्री के लिए प्रकाशित कर देगा।वाद में कहा गया कि यह अज्ञात इकाई ज्वेलर्स राजदीप नामक प्रोफाइल का उपयोग करके ईमेल भेज रही थी और कंपनी के चीफ मैनेजर (मार्केटिंग) को धमकी भरे ईमेल...

स्वतंत्रता के प्रति गंभीरता की कमी: दिल्ली पुलिस की लापरवाही पर हाईकोर्ट की फटकार, सिस्टम सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश
स्वतंत्रता के प्रति गंभीरता की कमी': दिल्ली पुलिस की लापरवाही पर हाईकोर्ट की फटकार, सिस्टम सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश

दिल्ली हाईकोर्ट ने धोखाधड़ी मामले में सुनवाई के दौरान जांच अधिकारियों (IO) की गैर-हाजिरी और तैयारी की कमी को लेकर दिल्ली पुलिस को कड़ी फटकार लगाई। जस्टिस गिरीश कथपालिया ने कहा कि यह पुलिस की ओर से व्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति गंभीरता की कमी को दर्शाता है।मामले की पृष्ठभूमियह टिप्पणी उस समय आई, जब न्यायालय एक पूर्व-गिरफ्तारी जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहा था। कोर्ट ने यह जानकर हैरानी जताई कि कई बार निर्देश देने के बावजूद न तो जांच अधिकारी (IO) और न ही थाना प्रभारी (SHO) कोर्ट में पेश...

दंपत्ति के बीच वैवाहिक कलह पत्नी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध स्थापित करने के लिए पर्याप्त नहीं: P&H हाईकोर्ट
दंपत्ति के बीच वैवाहिक कलह पत्नी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध स्थापित करने के लिए पर्याप्त नहीं: P&H हाईकोर्ट

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एक पत्नी की नियमित ज़मानत याचिका स्वीकार कर ली। न्यायालय ने कहा कि सिर्फ़ वैवाहिक कलह ही अपराध की श्रेणी में नहीं आता। आरोप लगाया गया था कि पति अपनी पत्नी से इसलिए नाराज़ रहता था क्योंकि वह कथित तौर पर किसी अन्य पुरुष के साथ संबंध रखती थी।ज‌स्टिस संदीप मौदगिल ने कहा,"जो भी हो, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि राज्य सरकार याचिकाकर्ता की ओर से तत्काल उकसावे या उकसावे को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत पेश करने में विफल रही...

दिल्ली सरकार लॉ रिसर्चर के मासिक पारिश्रमिक में स्वीकृत वृद्धि पर शीघ्र निर्णय ले: हाईकोर्ट
दिल्ली सरकार लॉ रिसर्चर के मासिक पारिश्रमिक में स्वीकृत वृद्धि पर शीघ्र निर्णय ले: हाईकोर्ट

दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने लॉ रिसर्चर के मासिक पारिश्रमिक को बकाया राशि सहित 65,000 रुपये से बढ़ाकर 80,000 रुपये करने की मांग वाली याचिका पर नोटिस जारी किया।जस्टिस प्रतिभा एम सिंह और जस्टिस रंजीश कुमार गुप्ता की खंडपीठ ने कहा कि प्रथम दृष्टया दिल्ली सरकार को न्यायालय द्वारा लॉ रिसर्चर के लिए स्वीकृत वृद्धि पर विचार करना चाहिए और शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।यह तब हुआ जब याचिकाकर्ताओं के वकील ने दलील दी कि हाईकोर्ट के जजों की समिति ने लॉ रिसर्चर के मासिक पारिश्रमिक को 65,000 रुपये से बढ़ाकर 80,000 रुपये...

हॉकी इंडिया के सब-जूनियर महिला चैंपियनशिप के कार्यक्रम में बदलाव पर सहमति जताने के बाद दिल्ली हॉकी टीम को हाईकोर्ट से राहत
हॉकी इंडिया के सब-जूनियर महिला चैंपियनशिप के कार्यक्रम में बदलाव पर सहमति जताने के बाद दिल्ली हॉकी टीम को हाईकोर्ट से राहत

हॉकी इंडिया ने हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि 15वीं हॉकी इंडिया सब-जूनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2025 का कार्यक्रम दिल्ली हॉकी टीम के लिए संशोधित या अनुकूलित किया जाएगा।यह घटनाक्रम तब हुआ, जब हॉकी इंडिया के ऑनलाइन पोर्टल से टीम को हटा दिए जाने के कारण चैंपियनशिप में दिल्ली हॉकी टीम की भागीदारी रद्द कर दी गई थी।हॉकी इंडिया के वकील ने जस्टिस सचिन दत्ता को बताया कि रांची में चल रही राष्ट्रीय चैंपियनशिप में दिल्ली हॉकी से संबद्ध खिलाड़ियों की भागीदारी के लिए व्यवस्था की जाएगी। भले ही...

संत रामपाल की किताबों में हिंदू देवी-देवताओं के अभद्र चित्रण को लेकर हाईकोर्ट ने यूपी सरकार से मांगा जवाब
संत रामपाल की किताबों में हिंदू देवी-देवताओं के अभद्र चित्रण को लेकर हाईकोर्ट ने यूपी सरकार से मांगा जवाब

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है कि क्या वह स्वयंभू संत रामपाल महाराज के इशारे पर कथित रूप से प्रकाशित पुस्तकों, पर्चों और अन्य साहित्य को जब्त करने की मांग करने वाले एक ज्ञापन पर कोई कार्रवाई करने का प्रस्ताव रखती है, जिसमें कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं के अभद्र चित्रण शामिल हैं।जस्टिस राजन रॉय और जस्टिस ओम प्रकाश शुक्ला की खंडपीठ ने ट्रस्ट हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस और इसके 17 सदस्यों और पदाधिकारियों की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया। याचिकाकर्ताओं ने कथित...

ट्रस्ट की संपत्ति हड़पने के लिए DSP और राजस्व अधिकारियों ने मिलीभत से सिस्‍टमेटिक फ्रॉर्ड किया, P&H हाईकोर्ट ने धोखाधड़ी के मामले में अग्रिम ज़मानत देने से इनकार किया
'ट्रस्ट की संपत्ति हड़पने के लिए DSP और राजस्व अधिकारियों ने मिलीभत से सिस्‍टमेटिक फ्रॉर्ड किया', P&H हाईकोर्ट ने धोखाधड़ी के मामले में अग्रिम ज़मानत देने से इनकार किया

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने एक ट्रस्ट की संपत्ति हड़पने के लिए जाली दस्तावेज बनाने की साजिश रचने के आरोप में एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) और राजस्व अधिकारियों को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया। याचिकाकर्ता पर डीएसपी सहित अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर एक सोसाइटी के कथित विघटन से संबंधित जाली दस्तावेज़ बनाने और मनगढ़ंत रिकॉर्ड जमा करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।जस्टिस मंजरी नेहरू कौल ने कहा,"प्रथम दृष्टया, वर्तमान मामला एक गंभीर, सुनियोजित और व्यवस्थित धोखाधड़ी से जुड़ा है, जो एक...