हाईकोर्ट

पद्म पुरस्कार से सम्मानित संत कार्तिक महाराज पर बलात्कार के आरोप मामले में जबरन कार्रवाई से बचे राज्य: कलकत्ता हाईकोर्ट
पद्म पुरस्कार से सम्मानित संत कार्तिक महाराज पर बलात्कार के आरोप मामले में जबरन कार्रवाई से बचे राज्य: कलकत्ता हाईकोर्ट

कलकत्ता हाईकोर्ट ने मौखिक रूप से राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वह पद्मश्री से सम्मानित भिक्षु महाराज स्वामी प्रदीपानंद उर्फ 'कार्तिक महराज' के खिलाफ कोई दंडात्मक कदम न उठाए, जिन्होंने एक महिला द्वारा लगाए गए बलात्कार के आरोपों के खिलाफ अदालत का रुख किया था, जिसने अपना भक्त होने का दावा किया था।जस्टिस जय सेनगुप्ता ने अपने खिलाफ प्राथमिकी रद्द करने की अपनी याचिका में बंद कमरे में सुनवाई के लिए याचिकाकर्ता की याचिका को स्वीकार करते हुए ये मौखिक टिप्पणी की। पीठ ने राज्य सरकार से कहा कि गुरुवार...

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीलीभीत जिला कार्यालय को खाली कराने के खिलाफ समाजवादी पार्टी की याचिका पर विचार करने से मना किया
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीलीभीत जिला कार्यालय को खाली कराने के खिलाफ समाजवादी पार्टी की याचिका पर विचार करने से मना किया

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बुधवार को समाजवादी पार्टी की ओर से दायर एक रिट याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया। उल्लेखनीय है कि नगर पालिका परिषद, पीलीभीत न पार्टी को उसके जिला कार्यालय परिसर से बेदखल करने का फैसला किया है, जिसके खिलाफ यह रिट याचिका दायर की गई थी। जस्टिस अश्विनी मिश्रा और जस्टिस जयंत बनर्जी की पीठ ने कहा कि चूंकि याचिकाकर्ता/पक्ष ने पहले ही उसी विषय के संबंध में सिविल न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, इसलिए हाईकोर्ट में समानांतर कार्यवाही की अनुमति नहीं दी जा सकती।सुनवाई के दरमियान...

गिरफ्तारी से पहले की मेडिकल जांच में लगा समय 24 घंटे से ज्यादा हिरासत का आधार नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरोपी की रिहाई का आदेश दिया
'गिरफ्तारी से पहले की मेडिकल जांच में लगा समय 24 घंटे से ज्यादा हिरासत का आधार नहीं': बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरोपी की रिहाई का आदेश दिया

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 22 (2) और CrPC की धारा 57 के तहत गिरफ्तारी से पहले मेडिकल जांच की अवधि को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के लिए 24 घंटे की समयसीमा से बाहर नहीं रखा जा सकता है। अदालत ने आरोपी की गिरफ्तारी को अवैध घोषित किया और यह देखते हुए उसकी रिहाई का आदेश दिया कि उसे 24 घंटे के आवश्यक समय के भीतर मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं किया गया।जस्टिस एमएस सोनक और जस्टिस जितेंद्र जैन की खंडपीठ याचिकाकर्ता द्वारा संविधान के अनुच्छेद 226 और 227 और सीआरपीसी की धारा 482 के तहत...

गुजरात हाईकोर्ट ने बिजली के तार से करंट लगने से मरने वाले 18 वर्षीय युवक के परिजनों को मुआवजा देने का आदेश बरकरार रखा
गुजरात हाईकोर्ट ने बिजली के तार से करंट लगने से मरने वाले 18 वर्षीय युवक के परिजनों को मुआवजा देने का आदेश बरकरार रखा

गुजरात हाईकोर्ट ने एक निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखा है, जिसमें 18 वर्षीय एक लड़के की मां को 6 लाख रुपये से अधिक का मुआवजा दिया गया था, जिसकी मृत्यु बिजली के तारों के कारण हुई थी, जो पेड़ों से उलझ गए थे, जिसके नीचे मृतक मवेशियों को चराने के लिए घास काटने के लिए खड़ा था। जस्टिस हेमंत प्रच्छक ने अपने आदेश में कहा:“यहां यह ध्यान रखना उचित है कि यह बिजली बोर्ड का कर्तव्य है कि वह देखे कि बिजली के तार पेड़ों को न छुएं और इसके लिए बोर्ड को उचित कदम उठाने होंगे। वर्तमान मामले में, बोर्ड की ओर से...

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ ज‌स्टिस ने ट्रायल जज से जुड़े रिश्वत मामले में FIR रद्द करने की एम3एम निदेशक की याचिका से खुद को अलग किया
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ ज‌स्टिस ने ट्रायल जज से जुड़े रिश्वत मामले में FIR रद्द करने की एम3एम निदेशक की याचिका से खुद को अलग किया

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू ने ट्रायल कोर्ट के न्यायाधीश को रिश्वत देने की कथित साजिश के लिए 2023 में दर्ज एफआईआर को रद्द करने की एम3एम निदेशक की याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है। रूप बंसल पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7,8,11,13 और आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत आरोप हैं।सीजे नागू ने पहले (23 मई) एकल न्यायाधीश से मामला वापस ले लिया था, जिन्होंने कुछ शिकायतों के बाद मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। सीजे ने मामले को वापस लेने के अनुरोध को भी...

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने घरेलू सहायिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पूर्व जज और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी पर लगाई रोक
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने घरेलू सहायिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पूर्व जज और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी पर लगाई रोक

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सोमवार को रिटायर हाईकोर्ट जज (जस्टिस अनिल कुमार) और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। जस्टिस अनिल और उनकी पत्नी का नाम उनकी घरेलू सहायिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में दर्ज FIR में दर्ज किया गया है।जस्टिस आलोक माथुर और जस्टिस प्रकाश सिंह की खंडपीठ ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (IPC की धारा 306) के तहत दर्ज FIR रद्द करने और उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग वाली एक आपराधिक रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए अंतरिम आदेश पारित किया।याचिकाकर्ताओं ने तर्क...

दिल्ली हाईकोर्ट ने CAPF कर्मियों के लिए सामान्य पूल आवासीय आवास को अधिकतम तीन वर्ष तक सीमित रखने के नियम को बरकरार रखा
दिल्ली हाईकोर्ट ने CAPF कर्मियों के लिए सामान्य पूल आवासीय आवास को अधिकतम तीन वर्ष तक सीमित रखने के नियम को बरकरार रखा

दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) कर्मियों द्वारा सामान्य पूल आवासीय आवास (GPRA) को अंतिम तैनाती स्थान पर अधिकतम तीन वर्ष तक बनाए रखने पर प्रतिबंध लगाने वाले नियम को बरकरार रखा है, जब कोई कर्मी उसके बाद गैर-पारिवारिक स्टेशन पर तैनात होता है। जस्टिस नवीन चावला और जस्टिस शालिंदर कौर की खंडपीठ ने केंद्र सरकार के सामान्य पूल आवासीय आवास नियम, 2017 (CGGPRA Rule) के नियम 43 की वैधता को बरकरार रखा।न्यायालय ने भारत-तिब्बत सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल आदि सहित विभिन्न...

ट्रांसजेंडर आरक्षण पर प्रस्ताव उपयुक्त परिषद के समक्ष रखा जाएगा: NLSIU ने कर्नाटक हाईकोर्ट से कहा
ट्रांसजेंडर आरक्षण पर प्रस्ताव उपयुक्त परिषद के समक्ष रखा जाएगा: NLSIU ने कर्नाटक हाईकोर्ट से कहा

नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU) ने कर्नाटक हाईकोर्ट को सूचित किया कि यूनिवर्सिटी में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को प्रवेश में आरक्षण देने के मुद्दे को वह अपनी उपयुक्त परिषद के समक्ष विचारार्थ प्रस्तुत करेगा।यह आश्वासन यूनिवर्सिटी की उस अपील के दौरान सामने आया, जिसमें उसने एकल पीठ के उस आदेश को चुनौती दी, जिसमें ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को 0.5% आरक्षण और शुल्क माफी प्रदान करने को कहा गया था, जब तक कि राज्य सरकार इस संबंध में कोई नीति निर्णय नहीं लेती।NLSIU का तर्क है कि न तो अदालत और न ही...

व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए पक्षों के बीच हुआ संवाद वैध मध्यस्थता समझौता हो सकता है: दिल्ली हाईकोर्ट
व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए पक्षों के बीच हुआ संवाद वैध मध्यस्थता समझौता हो सकता है: दिल्ली हाईकोर्ट

दिल्ली हाईकोर्ट ने व्यवस्था दी है कि व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से पार्टियों के बीच संचार एक वैध मध्यस्थता समझौते हो सकता है।जस्टिस जसमीत सिंह ने मध्यस्थता अधिनियम की धारा 7 (4) (b) का अवलोकन किया और कहा कि पक्षों के बीच एक वैध मध्यस्थता समझौते के अस्तित्व में होने के लिए एक संपन्न अनुबंध के अस्तित्व में होना आवश्यक नहीं है। अदालत यूएई स्थित कंपनी, बेल्वेडियर रिसोर्सेज डीएमसीसी द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें ओसीएल आयरन एंड स्टील लिमिटेड, ओरिएंटल आयरन कास्टिंग लिमिटेड और एरॉन...

अस्थायी या संविदा कर्मचारियों के लिए भी प्राकृतिक न्याय का पालन किया जाना चाहिए: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट
अस्थायी या संविदा कर्मचारियों के लिए भी प्राकृतिक न्याय का पालन किया जाना चाहिए: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की जस्टिस संदीप शर्मा की एकल पीठ ने डाटा एंट्री ऑपरेटर का निलंबन आदेश रद्द कर दिया। न्यायालय ने फैसला सुनाया कि किसी कर्मचारी को कदाचार के लिए निलंबित करने से पहले उचित जांच और कारण बताओ नोटिस अनिवार्य है। न्यायालय ने आगे स्पष्ट किया कि अस्थायी या संविदा कर्मचारियों के लिए भी प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का पालन किया जाना चाहिए।मामले की पृष्ठभूमिसुरिंदर कुमार 2008 से केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में काम कर रहे थे। 17 साल से अधिक समय तक काम...

PCS-J Exam 2022 Irregularities | जस्टिस गोविंद माथुर आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की
PCS-J Exam 2022 'Irregularities' | जस्टिस गोविंद माथुर आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की

UP-PCSJ (Main) 2022 Exam में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए नियुक्त पूर्व चीफ जस्टिस गोविंद माथुर के नेतृत्व वाले आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के समक्ष सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।जस्टिस सौमित्र दयाल सिंह और जस्टिस दोनादी रमेश की खंडपीठ द्वारा जस्टिस माथुर को परीक्षा के संचालन और मूल्यांकन में विसंगतियों और कदाचार के संबंध में कई उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई गंभीर चिंताओं की जांच करने के लिए स्वतंत्र आयोग के प्रमुख के रूप में नियुक्त किए जाने के लगभग 6 महीने बाद यह घटनाक्रम सामने...

NLU भोपाल की छात्रा की ने BCI के उपस्थिति नियमों को दी चुनौती, MP हाईकोर्ट ने कहा, वास्तविक कक्षाओं का कोई विकल्प नहीं
NLU भोपाल की छात्रा की ने BCI के उपस्थिति नियमों को दी चुनौती, MP हाईकोर्ट ने कहा, 'वास्तविक कक्षाओं का कोई विकल्प नहीं'

मध्‍य प्रदेश हाईकोर्ट ने नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, भोपाल की एक छात्रा, जिसे कम उपस्थिति के कारण डीबार कर दिया गया था, की ओर से दायर एक रिट याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने सनुवाई के दरमियान, मौखिक रूप से कहा कि "वास्तविक कक्षाओं का कोई विकल्प नहीं है" और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग नियम के बजाय अपवाद होना चाहिए। छात्र ने याचिका में बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित उपस्थिति विनियमों की वैधता को चुनौती दी, विशेष रूप से बीसीआई के कानूनी शिक्षा नियमों के नियम 12 के साथ-साथ एनएलआईयू, भोपाल...

कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा- अवैध बर्खास्तगी, जिसमें प्राकृतिक न्याय का उल्‍लंघन किया गया, उसमें बहाली जरूरी, न कि केवल मुआवज़ा
कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा- अवैध बर्खास्तगी, जिसमें प्राकृतिक न्याय का उल्‍लंघन किया गया, उसमें बहाली जरूरी, न कि केवल मुआवज़ा

कलकत्ता हाईकोर्ट की एक सिंगल जज बेंच ने लेबर कोर्ट के उस आदेश को खारिज कर दिया, जिसमें एक बस चालक को बहाल करने से इनकार कर दिया गया था, जबकि उसकी बर्खास्तगी को अवैध पाया गया था। जस्टिस राजा बसु चौधरी ने कहा कि जब बर्खास्तगी प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन करती है, तो केवल मुआवज़ा देने के बजाय बहाली प्रदान की जानी चाहिए। मामलासी चिदंबरम ने 2008 से परिवहन निदेशालय के लिए दैनिक किराए के एक बस चालक के रूप में काम किया। उनका कार्यकाल 2015 तक बिना किसी रुकावट के बढ़ाया गया था। हालांकि, 2014...

रोग होने पर भी सैन्यकर्मियों को मिलेगा विकलांगता पेंशन: दिल्ली हाईकोर्ट
रोग होने पर भी सैन्यकर्मियों को मिलेगा विकलांगता पेंशन: दिल्ली हाईकोर्ट

दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों को विकलांगता पेंशन देना किसी प्रकार की उदारता नहीं है, बल्कि यह उनकी सेवाओं और बलिदानों की न्यायसंगत स्वीकृति है, जो उनकी विकलांगता या बीमारियों के रूप में सामने आती है।जस्टिस नवीन चावला और जस्टिस शालिंदर कौर की खंडपीठ ने कहा कि विकलांगता पेंशन देने का लाभ उदारतापूर्वक व्याख्यायित किया जाना चाहिए और पात्र लाभार्थियों को दिया जाना चाहिए।कोर्ट ने कहा,"यह पेंशन सुनिश्चित करती है कि वह सैनिक, जो सेवा शर्तों के कारण घायल या विकलांग होता है,...

दिल्ली हाईकोर्ट ने स्कूल को माइल्ड ऑटिज्म पीड़ित बच्‍ची को एडमिशन देने का निर्देश दिया; कहा- समावेशी शिक्षा केवल स्कूल तक पहुंच ही नहीं, बल्‍कि स्कूल का अपनापन भी है
दिल्ली हाईकोर्ट ने स्कूल को माइल्ड ऑटिज्म पीड़ित बच्‍ची को एडमिशन देने का निर्देश दिया; कहा- समावेशी शिक्षा केवल स्कूल तक पहुंच ही नहीं, बल्‍कि स्कूल का अपनापन भी है

दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में स्कूल में एडमिशन से वंचित "माइल्ट ऑटिज्म" पीड़ित एक बच्चे को राहत प्रदान की और समावेशी शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। कोर्ट ने कहा कि "समावेशी शिक्षा" का संबंध केवल शिक्षा तक पहुंच से ही नहीं है, बल्कि यह अपनेपन के बारे में है।जस्टिस विकास महाजन ने कहा,"यह इस बात को पहचानने के बारे में भी है कि कक्षा में हर बच्चे का स्थान है, इसलिए नहीं कि वे एक जैसे हैं, बल्कि इसलिए कि वे अलग हैं, और यह अंतर सभी के लिए सीखने के माहौल को समृद्ध करता है।"न्यायालय ने कहा कि विकलांग...

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सेना के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में जमानत से इनकार किया, कहा- आरोप की पोस्ट अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सेना के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में जमानत से इनकार किया, कहा- आरोप की पोस्ट अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने के आरोपी एक व्यक्ति को जमानत देने से इनकार कर दिया। जस्टिस अरुण कुमार सिंह देशवाल की पीठ ने कहा कि संविधान के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी ऐसे कृत्यों तक नहीं है, जो ऊंचे पदों पर बैठे गणमान्य व्यक्तियों का अपमान करते हैं और नागरिकों के बीच वैमनस्य पैदा करते हैं।एकल न्यायाधीश ने यह भी टिप्पणी की कि उच्च गणमान्य व्यक्तियों के खिलाफ निराधार आरोप लगाकर, ऐसी...

बाइक टैक्सी महिलाओं के लिए अधिक सुरक्षित और सस्ती: महिला यात्रियों ने कर्नाटक हाईकोर्ट में बाइक टैक्सी प्रतिबंध का किया विरोध
'बाइक टैक्सी महिलाओं के लिए अधिक सुरक्षित और सस्ती': महिला यात्रियों ने कर्नाटक हाईकोर्ट में बाइक टैक्सी प्रतिबंध का किया विरोध

कर्नाटक में बाइक टैक्सियों पर प्रतिबंध का विरोध करते हुए महिला यात्रियों ने बुधवार को हाईकोर्ट से कहा कि बाइक टैक्सी यात्रा का एक सुरक्षित, सुविधाजनक और किफायती साधन है।कार्यवाहक चीफ़ जस्टिस वी कामेश्वर राव और जस्टिस सी एम जोशी की खंडपीठ एकल न्यायाधीश के आदेश के खिलाफ बाइक टैक्सी कंपनियों ओला, उबर और रैपिडो की अपीलों पर सुनवाई कर रही थी। इससे पहले, एकल न्यायाधीश ने अप्रैल में फैसला सुनाया था कि "जब तक राज्य सरकार मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 93 और उसके तहत नियमों के तहत प्रासंगिक...

अज़ान लाउडस्पीकर हटाने के मुंबई पुलिस के नोटिस को मस्जिदों ने बॉम्बे हाईकोर्ट में दी चुनौती
अज़ान लाउडस्पीकर हटाने के मुंबई पुलिस के नोटिस को मस्जिदों ने बॉम्बे हाईकोर्ट में दी चुनौती

मुंबई के पूर्वी उपनगरों की पांच मस्जिदों ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसमें पुलिस पर ध्वनि प्रदूषण नियम, 2000 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के आधार पर दैनिक अजान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए ऐसी कई मस्जिदों को कथित रूप से 'निराधार' नोटिस जारी करके मुस्लिम समुदाय को 'निशाना' बनाने का आरोप लगाया गया है।जस्टिस रवींद्र घुगे और जस्टिस मिलिंद सथाये की खंडपीठ ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार, मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया...