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COVID19 : दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीशों ने दस-दस हज़ार रुपए डोनेट करने का निर्णय लिया, न्यायिक अधिकारियों से भी योगदान करने की अपील
COVID19 : दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीशों ने दस-दस हज़ार रुपए डोनेट करने का निर्णय लिया, न्यायिक अधिकारियों से भी योगदान करने की अपील

दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीशों ने स्वेच्छा से प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति (PM CARES) कोष में दस-दस हज़ार रुपए का योगदान करने का निर्णय लिया है। COVID19 महामारी के प्रकोप से उत्पन्न आपातकाल और संकट से निपटने के लिए और प्रतिकूल रूप से प्रभावित होने वाले लोगों को राहत प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उक्त निधि का गठन किया गया है। हाईकोर्ट द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि न्यायाधीशों ने इस मुश्किल समय में नागरिकों की सहायता करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों...

COVID-19 के संदिग्ध मरीज़ों का किया जाए निःशुल्क परीक्षण, गरीबों के लिए मुफ्त राशन/आश्रय की मांग, कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका
COVID-19 के संदिग्ध मरीज़ों का किया जाए निःशुल्क परीक्षण, गरीबों के लिए मुफ्त राशन/आश्रय की मांग, कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका

कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें सभी COVID-19 के संदिग्ध रोगियों की निजी या सार्वजनिक प्रयोगशाला में निःशुल्क परीक्षण की सुविधा देने की मांग की गई है। इसके अलावा फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कस को उचित उपकरण और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाना और समाज के गरीब व निचले तबके के लोगों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने की भी मांग की गई है। नो याॅर राइट्स एसोसिएशन की तरफ से यह जनहित याचिका दायर की गई है । जिसे 30 मार्च को मुख्य न्यायाधीश की पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया...

COVID-19 : उड़ीसा हाईकोर्ट ने राज्य को दिया निर्देश, प्रवासी मज़दूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग के साथ उनके भोजन और आश्रय की व्यवस्था करें
COVID-19 : उड़ीसा हाईकोर्ट ने राज्य को दिया निर्देश, प्रवासी मज़दूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग के साथ उनके भोजन और आश्रय की व्यवस्था करें

प्रवासी मज़दूर COVID-19 महामारी के कारण देश भर में हुए लॉकडाउन के बाद अपने गांव लौटने के लिए पैदल चलते हुए राज्यों की सीमाओं को पार कर रहे हैं। इन प्रवासी मजदूरों के बड़े पैमाने पर आवाजाही के मद्देनजर उड़ीसा हाईकोर्ट ने राज्य के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे प्रवासी मज़दूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग सुनिश्चित करने के साथ साथ उनके लिए भोजन और आश्रय देने की उचित व्यवस्था करें। स्थिति पर स्वत: संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति संजू पांडा और न्यायमूर्ति बी रथ...

पुलिस आयुक्त ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों से करवाई उठक बैठक, केरल पुलिस प्रमुख ने मांगा स्पष्टीरण
पुलिस आयुक्त ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों से करवाई उठक बैठक, केरल पुलिस प्रमुख ने मांगा स्पष्टीरण

केरल राज्य के पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने शनिवार को COVID-19 के मद्देनज़र लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए कुछ लोगों को सार्वजनिक रूप से अपमानजनक दंड देने के लेने के लिए कन्नूर के पुलिस आयुक्त यतीश चंद्र आईपीएस से स्पष्टीकरण मांगा। शनिवार शाम एक प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी पुलिस आयुक्त की कार्रवाई की आलोचना की। सीएम ने कहा कि उन्होंने एक घटना के वीडियो क्लिप देखे हैं, जहां यतीश चंद्र आईपीएस और उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने कुछ लोगों को उठक बैठक करवाई। ...

COVID 19 : गुजरात हाईकोर्ट ने कहा, लोगों की गिरफ़्तारी संक्रमण की मेडिकल जांच के बाद करें
COVID 19 : गुजरात हाईकोर्ट ने कहा, लोगों की गिरफ़्तारी संक्रमण की मेडिकल जांच के बाद करें

केंद्र सरकार के लॉकडाउन की घोषणा के बाद गुजरात हाईकोर्ट ने सभी अंतरिम राहतों से संबंधित आदेशों की मियाद 15 जून तक बढ़ा दी है। पीठ ने नियमित या अग्रिम, सभी ज़मानत आदेश जो 30 अप्रैल को समाप्त होनेवाले थे, उन्हें एक माह के लिए आगे बढ़ा दिया है।इसके साथ ही बेदख़ली, ढहाने आदि के सभी आदेशों पर अमल को रोक दिया गया है।मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ और जस्टिस आशुतोष जे शास्त्री की पीठ ने कोरोना माहामारी को देखते हुए ये आदेश दिए हैं।अदालत ने हालाँकि कहा कि ऐसे अंतरिम आदेश जो सीमित अवधि के लिए नहीं हैं और जो...

गुवाहाटी हाईकोर्ट ने सीएए के ख़िलाफ़ आंदोलन करने वाले अखिल गोगोई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुनवाई के बाद ज़मानत दी
गुवाहाटी हाईकोर्ट ने सीएए के ख़िलाफ़ आंदोलन करने वाले अखिल गोगोई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुनवाई के बाद ज़मानत दी

गुवाहाटी हाईकोर्ट ने नागरिकता संशोधन विधेयक, 2019 (सीएए) के ख़िलाफ़ आंदोलन में हिस्सा लेने वाले एक्टिविस्ट अखिल गोगोई को ज़मानत दे दी है। गोगोई को इस आंदोलन में भाग लेने के लिए 'राज्य के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने" के आरोप के तहत मुक़दमे का सामना कर रहे हैं। न्यायमूर्ति अजय लांबा ने उनकी ज़मानत की याचिका की सुनवाई कोरोना वायरस के फ़ैलने की आशंका के मद्देनज़र वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। अखिल गोगोई कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के नेता हैं और सीएए के ख़िलाफ़ आंदोलन में भाग लेने की...

COVID-19 : मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा, धीरज हमें इस तूफान को पार करने में मदद करेगा
COVID-19 : मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा, धीरज हमें इस तूफान को पार करने में मदद करेगा

देश भर में COVID-19 महामारी को फैलने से रोकने के लिए घोषित 21-दिवसीय लॉक डाउन के तीसरे दिन मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने इन मुश्किल दिनों में कानूनी समुदाय के सदस्यों को प्रेरित करने के लिए एक संदेश भेजा है। मुख्य न्यायाधीश अमरेश्वर प्रताप साही ने अपने संदेश में कहा, "धीरज हमें इस तूफान को पार करने में मदद करेगा। यहां तक ​​कि सबसे बड़े दुर्भाग्य को भी चरित्र और साहस के बल पर काबू पाया गया है।" सीजे ने धीरज के लिए वकीलों की क्षमता का विशेष उल्लेख किया और कहा, "जो बहादुरी से काम करता...

COVID 19 : मामले के ज़रूरी नहीं होने के बावजूद सुनवाई के लिए अदालत में लाने पर याचिकाकर्ता पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने लगाया 25 हज़ार का जुर्माना
COVID 19 : मामले के ज़रूरी नहीं होने के बावजूद सुनवाई के लिए अदालत में लाने पर याचिकाकर्ता पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने लगाया 25 हज़ार का जुर्माना

बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक याचिकाकर्ता पर ₹25,000 का जुर्माना लगाया क्योंकि उसने COVID 19 महामारी पर अदालत के निर्देशों का पालन नहीं किया था। COVID 19 के मद्देनज़र अदालत ने ये निर्देश दिए हैं कि वकील सिर्फ़ बहुत ही ज़रूरी मामले ही सुनवाई के लिए लाएंगे। न्यायमूर्ति केके ताटेड मै केशवलाल एंड कंपनी की एक याचिका पर सुनवाई कर रहे थे जिसमें महाराष्ट्र के खाद्य और औषधि विभाग के मंत्री के 20 सितम्बर 2019 के आदेश को चुनौती दी गई है। याचिकाकर्ता के वक़ील राहुल मोरे ने कहा कि अन्य याचिकाकर्ताओं की कई...

दिल्ली दंगा : मुस्तफबाद राहत शिविर को दुबारा शुरू करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका
दिल्ली दंगा : मुस्तफबाद राहत शिविर को दुबारा शुरू करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका

दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर दिल्ली सरकार को मुस्तफ़ाबाद राहत शिविर को दुबारा शुरू करने का आदेश दिए जाने की माँग की गई है। इस शिविर को दिल्ली दंगे के बाद शुरू किया गया था।दिल्ली दंगे के पीड़ितों ने यह याचिका दायर की है और इसमें कहा है कि अदालत केंद्र और दिल्ली सरकार को इस शिविर को शीघ्र खोलने का आदेश दे और इसमें भोजन, पानी, स्वच्छता, सफ़ाई और सुरक्षा की व्यवस्था करे।हाईकोर्ट इससे पहले 20 और 23 मार्च को पीड़ितों की अपील पर ग़ौर किया ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण के समय में सरकार...