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श्रमिकों को दो दशकों तक सेवाओं की अनुमति देने के बाद प्रबंधन अवार्ड को चुनौती नहीं दे सकता: सुप्रीम कोर्ट ने एफसीआई कर्मियों की अपील मंज़ूर की
श्रमिकों को दो दशकों तक सेवाओं की अनुमति देने के बाद प्रबंधन अवार्ड को चुनौती नहीं दे सकता: सुप्रीम कोर्ट ने एफसीआई कर्मियों की अपील मंज़ूर की

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में झारखंड हाईकोर्ट की खंडपीठ के फैसले के खिलाफ श्रमिकों के कार्यकारी संघ और एफसीआई प्रबंधन दोनों की अपीलों पर फैसला सुनाया, जिसमें श्रमिकों को सेवाओं के नियमितीकरण से इनकार कर दिया गया था, लेकिन साथ ही निर्देश दिया कि 75% मज़दूरी का भुगतान किया जाए।जस्टिस कृष्ण मुरारी और जस्टिस संजय कुमार की खंडपीठ ने कहा कि श्रमिकों को अपने लाभ के लिए 2 दशकों तक सेवाएं प्रदान करने की अनुमति देने के बाद, प्रबंधन अब अवार्ड को चुनौती देने के अधिकार का दावा नहीं कर सकता है। श्रमिकों ने...

दिल्ली सरकार बनाम एलजी: सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद एलजी की ओर से डीईआरसी चेयरपर्सन के लिए ‌नामित व्यक्ति का शपथ ग्रहण टाला, नियुक्ति के खिलाफ दिल्ली सरकार की या‌चिका पर सुनवाई होगी
दिल्ली सरकार बनाम एलजी: सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद एलजी की ओर से डीईआरसी चेयरपर्सन के लिए ‌नामित व्यक्ति का शपथ ग्रहण टाला, नियुक्ति के खिलाफ दिल्ली सरकार की या‌चिका पर सुनवाई होगी

सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के कारण मंगलवार को दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) के अध्यक्ष के रूप में इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस उमेश कुमार के शपथ ग्रहण को स्थगित कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कुमार के नियुक्त‌ि के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (जीएनसीटीडी) ने एक याचिका दायर की है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया। दिल्ली सरकार ने इस आधार पर नियुक्ति को चुनौती दी कि एलजी ने यह नियुक्त‌ि उसकी सहमति के बिना एकतरफा तौर पर की है।चीफ जस्टिस ऑफ...

सुप्रीम कोर्ट ने आर्टिकल 370 संबंधी याचिकाओं पर सुनवाई के लिए नई संविधान पीठ का गठन किया,11 जुलाई को सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने आर्टिकल 370 संबंधी याचिकाओं पर सुनवाई के लिए नई संविधान पीठ का गठन किया,11 जुलाई को सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ 11 जुलाई, 2023 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करने के लिए तैयार है। इस मामले की सुनवाई करने वाली पीठ में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एसके कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत शामिल हैं। याचिकाएं 2 मार्च, 2020 के बाद पहली बार सूचीबद्ध की जा रही हैं। अनुच्छेद 370 मामलों पर सुनवाई अगस्त 2019 में केंद्र द्वारा जारी अधिसूचनाओं के लगभग 4 महीने बाद दिसंबर 2019 में 5-न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष शुरू हुई।मामले...

द वायर के खिलाफ मानहानि का मामला: सुप्रीम कोर्ट ने जेएनयू से यह सत्यापित करने को कहा कि क्या प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय को संगठित सेक्स रैकेट का अड्डा बताने वाला डोजियर सौंपा था?
'द वायर' के खिलाफ मानहानि का मामला: सुप्रीम कोर्ट ने जेएनयू से यह सत्यापित करने को कहा कि क्या प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय को 'संगठित सेक्स रैकेट का अड्डा' बताने वाला डोजियर सौंपा था?

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट के एक आदेश, जिसमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर अमिता सिंह की ओर से दायर आपराधिक मानहानि मामले में द वायर के संपादक और उप संपादक के खिलाफ 2017 में एक ट्रायल कोर्ट की ओर से जारी समन आदेश को रद्द कर दिया था, के खिलाफ दायर याचिका पर नोटिस जारी किया। सिंह ने 2016 में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने अप्रैल 2016 में वायर के उप संपादक अजॉय आशीर्वाद महाप्रस्थ द्वारा लिखे गए एक लेख का उल्लेख किया था, जिसका शीर्षक था "डोजियर कॉल जेएनयू...

पति द्वारा बढ़ती आत्महत्या  पर याचिका : क्या आप जानते हैं कि शादी के तीन साल के भीतर कितनी युवा महिलाएं मर जाती हैं ? सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा
"पति द्वारा बढ़ती आत्महत्या " पर याचिका : क्या आप जानते हैं कि शादी के तीन साल के भीतर कितनी युवा महिलाएं मर जाती हैं ? सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उस जनहित याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें घरेलू हिंसा के शिकार विवाहित पुरुषों में बढ़ती आत्महत्या की दर से निपटने के लिए दिशानिर्देश और ऐसी शिकायतों से निपटने के लिए 'राष्ट्रीय पुरुष आयोग' की स्थापना की मांग की गई थी। जैसे ही पीठ ने मामले पर विचार करने में अनिच्छा व्यक्त की, याचिकाकर्ता ने याचिका वापस लेने का फैसला किया।जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस दीपांकर दत्ता की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई कर रही थी।अदालत ने याचिकाकर्ता से कहा, "अगर आप हमसे यह उम्मीद करते...

आपके पास विज्ञापनों के लिए फंड है, लेकिन RRTS प्रोजेक्ट के लिए नहीं? : सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पिछले तीन सालों में विज्ञापन के लिए इस्तेमाल किए गए फंड का ब्योरा मांगा
'आपके पास विज्ञापनों के लिए फंड है, लेकिन RRTS प्रोजेक्ट के लिए नहीं?' : सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पिछले तीन सालों में विज्ञापन के लिए इस्तेमाल किए गए फंड का ब्योरा मांगा

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को पिछले तीन वित्तीय वर्षों में विज्ञापनों के लिए इस्तेमाल किए गए फंड का ब्योरा देने को कहा। कोर्ट ने दो सप्ताह के भीतर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया।जस्टिस एसके कौल और जस्टिस सुधांशु धूलिया की डिवीजन बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी।दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि बजटीय बाधाओं की वजह से वो रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम यानी RRTS प्रोजेक्ट के लिए फंड देने में सक्षम नहीं है। इसके जवाब में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि हमें 2 हफ्ते की भीतर बताइए...

सुप्रीम कोर्ट ने आप विधायक अमानतुल्ला खान की अपील पर नोटिस जारी किया, दिल्ली पुलिस ने हिस्ट्रीशीट में उन्हें खराब चरित्र घोषित किया है
सुप्रीम कोर्ट ने आप विधायक अमानतुल्ला खान की अपील पर नोटिस जारी किया, दिल्ली पुलिस ने हिस्ट्रीशीट में उन्हें 'खराब चरित्र' घोषित किया है

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान की उस अपील पर दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया, जिसमें उन्होंने पिछले साल मार्च में दिल्ली पुलिस द्वारा उनके खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोलने को चुनौती देते हुए उन्हें 'बुरा चरित्र' घोषित किया था। मामला जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस दीपांकर दत्ता की खंडपीठ के समक्ष था। याचिका में खान ने बताया कि वह न तो दोषी हैं और न ही घोषित अपराधी। याचिका में कहा गया है कि हालांकि, एक निर्वाचित प्रतिनिधि और एक जन नेता के रूप में, जो वंचितों के...

छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट के दोबारा खुलने पर वकीलों का पेपरलेस कोर्ट रूम, डिजिटल स्क्रीन और मुफ्त वाईफाई के साथ स्वागत हुआ
छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट के दोबारा खुलने पर वकीलों का पेपरलेस कोर्ट रूम, डिजिटल स्क्रीन और मुफ्त वाईफाई के साथ स्वागत हुआ

सुप्रीम कोर्ट जैसे ही फिर से खुला तो वकीलों और वादकारियों का पेपरलेस और डिजिटलीकृत कोर्ट रूम्स के ताज़गी भरे दृश्य के साथ स्वागत किया गया। बड़ी संख्या में लॉ रिपोर्टें हटा दी गईं, जो सीजेआई के कोर्ट रूम की दीवारों और पीठ के नीचे कागजी फाइलों के ढेर के साथ लगी रहती थीं। कोर्ट रूम में कई डिजिटल स्क्रीन और एडवांस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं देखी गईं।चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद वकीलों का स्वागत करते हुए कहा,"मुझे उम्मीद है कि सभी किताबों के हटने के...

मणिपुर हिंसा: सुप्रीम कोर्ट ने सामान्य स्थिति के संबंध में राज्य और ट्राइबल फोरम के विपरीत दावों के बाद अपडेट स्टेटस रिपोर्ट मांगी
मणिपुर हिंसा: सुप्रीम कोर्ट ने सामान्य स्थिति के संबंध में राज्य और ट्राइबल फोरम के विपरीत दावों के बाद अपडेट स्टेटस रिपोर्ट मांगी

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मणिपुर राज्य से इस साल मार्च के आखिरी सप्ताह में राज्य में समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़पों की वर्तमान स्थिति के संबंध में अपडेट स्टेटस रिपोर्ट मांगी। न्यायालय ने राज्य को पुनर्वास शिविरों, हथियारों की बरामदगी और कानून व्यवस्था के संबंध में स्थिति अद्यतन करने का निर्देश दिया।इस मामले पर अगले सोमवार को विचार किया जाएगा।चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस मनोज मिश्रा की खंडपीठ दो याचिकाओं पर विचार कर रही थी- एक, मणिपुर ट्राइबल...

उन सुरक्षा चूकों की जांच की जा रही है जिनके कारण अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या हुई: सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार ने बताया
उन सुरक्षा चूकों की जांच की जा रही है जिनके कारण अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या हुई: सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार ने बताया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुलिस हिरासत में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याओं की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका के जवाब में पारित आदेश के अनुपालन में उत्तर प्रदेश राज्य की ओर से विशेष सचिव, गृह विभाग द्वारा हलफनामा दायर किया गया।सुप्रीम कोर्ट ने अपने उक्त आदेश में 28 अप्रैल, 2023 को अदालत ने गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई की मौत के साथ-साथ पूर्व घटना, जिसमें उसके बेटों की पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई थी, की जांच के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी देने के लिए कहा था। इसने यह...

एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड को अंतरिम संरक्षण देने पर सुप्रीम कोर्ट के जजों में मतभेद, मामला बड़ी बेंच के सामने रखा जाएगा
एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड को अंतरिम संरक्षण देने पर सुप्रीम कोर्ट के जजों में मतभेद, मामला बड़ी बेंच के सामने रखा जाएगा

सुप्रीम कोर्ट में शनिवार शाम आयोजित एक विशेष सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस अभय एस ओक और जस्टिस पीके मिश्रा ने 2002 के गुजरात दंगों के संबंध में कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड के खिलाफ दर्ज गुजरात पुलिस की एफआईआर के संबंध में तीस्ता को अंतरिम सुरक्षा देने पर असहमति जताई। जस्टिस अभय एस ओक और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने कहा, '' अंतरिम संरक्षण देने के सवाल पर हमारे बीच असहमति है, इसलिए हम मुख्य न्यायाधीश से इस मामले को एक बड़ी पीठ को सौंपने का अनुरोध करते हैं।''पीठ गुजरात...

[2002 गुजरात दंगा मामला] हाईकोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत याचिका खारिज की, तुरंत आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया
[2002 गुजरात दंगा मामला] हाईकोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत याचिका खारिज की, तुरंत आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया

गुजरात हाईकोर्ट ने 2002 के गुजरात दंगों के संबंध में उच्च सरकारी अधिकारियों को फंसाने के लिए कथित रूप से फर्जी दस्तावेज तैयार करने के लिए उनके खिलाफ दर्ज राज्य पुलिस की एफआईआर के संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड द्वारा दायर नियमित जमानत याचिका को आज खारिज कर दिया। जस्टिस निर्जर एस.देसाई की बेंच ने आज फैसला सुनाते हुए उन्हें तुरंत सरेंडर करने का निर्देश दिया। अब तक वह सितंबर 2022 के सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम जमानत आदेश के संचालन के कारण दंडात्मक कार्रवाइयों से सुरक्षित थी।न्यायालय ने...

‘सुनिश्चित करें कि बकरीद पर हाउसिंग सोसाइटी में कोई अवैध पशु वध न हो’: बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई सिविक बॉडी को निर्देश दिया
‘सुनिश्चित करें कि बकरीद पर हाउसिंग सोसाइटी में कोई अवैध पशु वध न हो’: बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई सिविक बॉडी को निर्देश दिया

देर शाम की सुनवाई में बॉम्बे हाई कोर्ट ने मुंबई नागरिक निकाय (बीएमसी) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कल बकरी ईद के अवसर पर मुंबई सेंट्रल की नैथानी हाइट्स सोसायटी में कोई अवैध बकरे की बलि न हो।जस्टिस जीएस कुलकर्णी और जस्टिस जितेंद्र जैन की खंडपीठ ने कहा,“अगर नगर निगम ने उक्त स्थान पर जानवरों का वध करने के लिए लाइसेंस जारी नहीं किया है, तो नगर निगम के अधिकारी पुलिस कर्मियों की सहायता से प्रस्तावित जानवरों के वध को रोकने के लिए कानून के अनुसार उचित कार्रवाई करेंगे।"अदालत ने यह आदेश नैथानी...

सुप्रीम कोर्ट में 3 जुलाई से नया रोस्टर प्रभावी; प्रथम तीन खंडपीठों के समक्ष जनहित याचिकाएं
सुप्रीम कोर्ट में 3 जुलाई से नया रोस्टर प्रभावी; प्रथम तीन खंडपीठों के समक्ष जनहित याचिकाएं

सुप्रीम कोर्ट ने काम का नया रोस्टर प्रकाशित किया है, जो 3 जुलाई से प्रभावी होगा। इस सब्जेक्टवार रोस्टर के अनुसार मामलों का आवंटन पंद्रह अलग-अलग खंडपीठों को आवंटित किया जाएगा।चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पहली पीठ में अप्रत्यक्ष कर, सर्विस मामले, आपराधिक अपील, चुनाव याचिका, कंपनी कानून, बंदी प्रत्यक्षीकरण मामले और मध्यस्थता से लेकर मामलों के अधिकतम विषय शामिल हैं। संवैधानिक प्राधिकारियों और न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति, सशस्त्र बलों, शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश...

वाल्मिकी रामायण की मूल संरचना विकृत की गई, संवादों की भाषा केवल गली बॉय द्वारा उपयोग की जाती है :  सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका, आदिपुरुष पर प्रतिबंध लगाने की मांग
"वाल्मिकी रामायण की 'मूल संरचना' विकृत की गई, संवादों की भाषा केवल 'गली बॉय' द्वारा उपयोग की जाती है" : सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका, 'आदिपुरुष' पर प्रतिबंध लगाने की मांग

सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक जनहित याचिका (पीआईएल) याचिका दायर की गई है, जिसमें हिंदू महाकाव्य रामायण पर आधारित ओम राउत की 'आदिपुरुष' फिल्म पर कथित तौर पर हिंदुओं और चित्रित विभिन्न देवताओं के भक्तों की भावनाओं को आहत करने के लिए प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। फिल्म में "उनके मौलिक मूल्यों और चरित्रों को नष्ट करके" और वाल्मिकी रामायण की 'बुनियादी संरचना' को संशोधित किया गया है। याचिकाकर्ता ने फिल्म के कुछ संवादों पर भी कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि केवल 'गली बॉय' ही ऐसी 'अपमानजनक'...

खेल के नियम बदलना, अयोग्य व्यक्ति द्वारा मध्यस्थ की नियुक्ति, एलएमवी लाइसेंस का दायरा: सुप्रीम कोर्ट की नई संविधान पीठ के समक्ष मामला
'खेल के नियम' बदलना, अयोग्य व्यक्ति द्वारा मध्यस्थ की नियुक्ति, एलएमवी लाइसेंस का दायरा: सुप्रीम कोर्ट की नई संविधान पीठ के समक्ष मामला

12 जुलाई से शुरू होने वाले चार मामलों की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक नई संविधान पीठ का गठन किया गया है। पीठ का नेतृत्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ करेंगे और इसमें जस्टिस हृषिकेश रॉय, जस्टिस पीएस नरसिम्हा, जस्टिस पंकज मिथल और जस्टिस मनोज मिश्रा शामिल होंगे। बेंच निम्नलिखित मामलों की सुनवाई करेगी:1. तेज प्रकाश पाठक और अन्य बनाम राजस्थान हाईकोर्ट और अन्यइस मामले में मुद्दा यह है कि क्या पदों के लिए चयन प्रक्रिया शुरू होने के बाद "खेल के नियम" बदले जा सकते हैं। तेज प्रकाश मामले में,...

भाइयों की राज्य प्रायोजित हत्या की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर अतीक अहमद की बहन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
भाइयों की 'राज्य प्रायोजित हत्या' की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर अतीक अहमद की बहन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद और अशरफ अहमद की राज्य प्रायोजित हत्या की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर अतीक की बहन ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया। याचिका में रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच की मांग की गई है। साथ ही अतीक के बेटे और उसके भतीजे का पुलिस एनकाउंटर की भी जांच की मांग की गई है। आपको बता दें, 15 अप्रैल को अतीक और अशरफ की यूपी में पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।एक दूसरी जनहित याचिका वकील विशाल तिवारी की सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इसमें अतीक-अशरफ की हत्या की स्वतंत्र जांच की...