संपादकीय

अगर मेडिकल, JEE एंट्रेंस एग्जाम हिंदी में हो सकते हैं तो CLAT क्यों नहीं? दिल्ली हाईकोर्ट ने NLU’s के कंसोर्टियम से पूछा
अगर मेडिकल, JEE एंट्रेंस एग्जाम हिंदी में हो सकते हैं तो CLAT क्यों नहीं? दिल्ली हाईकोर्ट ने NLU’s के कंसोर्टियम से पूछा

अगर मेडिकल और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं हिंदी में आयोजित की जा सकती हैं, तो लॉ स्कूलों में एडमिशन के लिए आयोजित कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट यानी CLAT क्यों नहीं? दिल्ली हाईकोर्ट ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज के कंसोर्टियम से पूछा। जानकारी के लिए बात दें, लॉ स्कूलों में एडमिशन के लिए CLAT की परीक्षा केवल अंग्रेजी में आयोजित की जाती है।चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस सुब्रमणियम प्रसाद की डिवीजन बेंच एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। याचिका में कहा गया कि CLAT-UG की परीक्षा केवल अंग्रेजी में नहीं...

आयकर अधिनियम की धारा 69ए के तहत चोर को चोरी की संपत्ति का मालिक नहीं माना जा सकता: सुप्रीम कोर्ट
आयकर अधिनियम की धारा 69ए के तहत चोर को चोरी की संपत्ति का 'मालिक' नहीं माना जा सकता: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि एक चोर को आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 69ए के तहत संपत्ति के मालिक के रूप में मान्यता नहीं दी जा सकती है। शीर्ष अदालत ने कहा कि आयकर अधिनियम की धारा 69ए को लागू करने के लिए यह अनिवार्य है कि निर्धारण अधिकारी को पता होना चाहिए कि धारा 69ए के तहत सूचीबद्ध और कवर की गई वस्तुएं/सामान निर्धारिती के स्वामित्व में हैं।आयकर अधिनियम की धारा 69ए मूल्यांकन अधिकारी को किसी भी अस्पष्ट धन, बुलियन, आभूषण, या किसी अन्य मूल्यवान वस्तु के रूप में मानी गई आय पर विचार करने की...

जिला न्यायपालिका को अधीनस्थ न्यायपालिका नहीं कहा जाना चाहिए: सुप्रीम कोर्ट
जिला न्यायपालिका को 'अधीनस्थ न्यायपालिका' नहीं कहा जाना चाहिए: सुप्रीम कोर्ट

द्वितीय राष्ट्रीय न्यायिक वेतन आयोग (एसएनजेपीसी) के अनुसार न्यायिक अधिकारियों के बढ़े हुए वेतनमान के संबंध में आज के फैसले में सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायपालिका के महत्व पर प्रकाश डालते हुए टिप्पणी की कि सुप्रीम कोर्ट अब जिला न्यायपालिका को 'अधीनस्थ न्यायपालिका' के रूप में संदर्भित नहीं करेगा।चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की खंडपीठ ने इस मामले में अखिल भारतीय न्यायाधीश संघ बनाम भारत संघ और अन्य के मामले में निर्णय दिया।जस्टिस...

सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण, संविधान के साथ लोकतंत्र का अराजकता में बदल जाना मुश्किल नहीं: जस्टिस केएम जोसेफ
सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण, संविधान के साथ लोकतंत्र का अराजकता में बदल जाना मुश्किल नहीं: जस्टिस केएम जोसेफ

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में निवर्तमान सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस केएम जोसेफ ने कहा कि "सुप्रीम कोर्ट के जज दुनिया में सबसे ज्यादा काम करने वाले जज हैं। यह जबरदस्त काम है और बार की सहायता के बिना न्यायाधीश वह नहीं कर पाएंगे जो वे कर रहे हैं।”जस्टिस जोसेफ ने लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए न्यायपालिका की स्वतंत्रता के महत्व पर भी बात की।उन्होंने कहा,"सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्रता जीवन के लोकतांत्रिक तरीके और कानून के शासन के रखरखाव का अभिन्न अंग है। एक राष्ट्र के लिए यह...

सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद में पाए गए क‌थित शिवलिंग की वैज्ञानिक जांच पर रोक लगाई
सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद में पाए गए क‌थित 'शिवलिंग' की वैज्ञानिक जांच पर रोक लगाई

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर पाई गई उस संरचना की वैज्ञानिक जांच पर रोक लगाने का निर्देश दिया, जिसे हिंदू वादी 'शिवलिंग' होने का दावा करते हैं और मस्जिद कमेटी एक फव्वारे का दावा करती है।चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने इलाहाबाद ‌हाईकोर्ट के 12 मई को पारित आदेश के खिलाफ अंजुमन इस्लामिया मस्जिद कमेटी (जो वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करती है) की विशेष अनुमति याचिका पर यह आदेश पारित किया। इलाहाबाद हाईकोर्ट...

यदि निर्णय सुरक्षित रखे जाने के बाद 6 महीने के भीतर फैसला नहीं सुनाया जाता तो नए सिरे से सुनवाई के लिए केस दूसरी बेंच को सौंपा जाना चाहिए: सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट से कहा
यदि निर्णय सुरक्षित रखे जाने के बाद 6 महीने के भीतर फैसला नहीं सुनाया जाता तो नए सिरे से सुनवाई के लिए केस दूसरी बेंच को सौंपा जाना चाहिए: सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट से कहा

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा उसी पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए मामले को सूचीबद्ध करने के लिए की गई कार्यवाही को अस्वीकार कर दिया, जो निर्णय सुरक्षित रखने के बाद छह महीने की अवधि के भीतर फैसला सुनाने में विफल रही।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि फैसला सुरक्षित रखने के बाद 6 महीने के भीतर फैसला नहीं सुनाया जाता है तो इसे नए सिरे से सुनवाई के लिए दूसरी बेंच को सौंपा जाना चाहिए, न कि उसी बेंच को।जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की खंडपीठ इस आधार पर जमानत की मांग...

Breaking- जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और सीनियर एडवोकेट केवी विश्वनाथन ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली
Breaking- जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और सीनियर एडवोकेट केवी विश्वनाथन ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली

आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और सीनियर एडवोकेट केवी विश्वनाथन ने आज सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली।सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 16 मई को उनकी पदोन्नति की सिफारिश की थी। केंद्र सरकार ने दो दिनों के भीतर उनकी नियुक्तियों को अधिसूचित किया था। उनकी नियुक्ति के साथ, सुप्रीम कोर्ट के स्वीकृत 34 जजों की संख्या पूरी हुई।जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की पिछले सप्ताह (रविवार, 12 मई) और जस्टिस एमआर शाह (सोमवार, 15 मई) की हालिया सेवानिवृत्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट की वर्तमान कार्य...

जल्लीकट्टू मामला: सुप्रीम कोर्ट ने जानवरों को मौलिक अधिकार देने से इनकार किया
जल्लीकट्टू मामला: सुप्रीम कोर्ट ने जानवरों को मौलिक अधिकार देने से इनकार किया

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को जल्लीकट्टू और इसी तरह की अन्य बैलगाड़ी दौड़ के अभ्यास की अनुमति देने वाले कानूनों को बरकरार रखते हुए कहा कि यह दिखाने के लिए कोई मिसाल नहीं है कि भारत का संविधान जानवरों के मौलिक अधिकारों को मान्यता देता है। यह नोट किया गया कि एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया बनाम ए नागराजा और अन्य में 2014 का फैसला, जिसमें जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगाया गया, यह भी नहीं बताता है कि जानवरों के मौलिक अधिकार हैं।जस्टिस केएम जोसेफ, जस्टिस अजय रस्तोगी, जस्टिस अनिरुद्ध बोस, जस्टिस हृषिकेश रॉय और...

बीमा कंपनी को सर्वेक्षक रिपोर्ट को अस्वीकार करने के लिए ठोस कारण बताने चाहिए : सुप्रीम कोर्ट
बीमा कंपनी को सर्वेक्षक रिपोर्ट को अस्वीकार करने के लिए ठोस कारण बताने चाहिए : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि जबकि बीमा के दावे में सर्वेक्षक की रिपोर्ट फाइनल नहीं है और इससे हटा जा सकता है, यह आवश्यक है कि बीमाकर्ता रिपोर्ट को स्वीकार न करने के लिए 'ठोस और संतोषजनक' कारण प्रदान करे (नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड बनाम वैदिक रिसॉर्ट्स एंड होटल्स प्राइवेट लिमिटेड)।जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने यह भी दोहराया कि जब बीमा पॉलिसी में एक बहिष्करण खंड होता है, तो यह दिखाने की जिम्मेदारी बीमाकर्ता की होती है कि मामला इस तरह के खंड के तहत कवर किया गया है।...

सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में द केरल स्टोरी पर लगे प्रतिबंध पर रोक लगाई
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में 'द केरल स्टोरी' पर लगे प्रतिबंध पर रोक लगाई

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को विवादास्पद फिल्म 'द केरला स्टोरी' के प्रदर्शन पर पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से लगाए गए प्रतिबंध पर रोक लगा दी। कोर्ट ने तमिलनाडु राज्य की ओर से दिए गए बयान को भी दर्ज किया कि राज्य में फिल्म पर कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रतिबंध नहीं है। कोर्ट ने तमिलनाडु राज्य को राज्य में सिनेमाघरों और फिल्म देखने वालों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने मामले को आगे की सुनवाई के लिए जुलाई...