मुख्य सुर्खियां
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को अब CBI ने किया गिरफ्तार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को CBI ने औपचारिक रूप से गिरफ़्तार किया।कथित शराब घोटाले मामले में CBI ने मंगलवार रात केजरीवाल से तिहाड़ जेल में पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद CBI ने बयान दर्ज किया और बुधवार सुबह केजरीवाल को राउज़ एवेन्यू कोर्ट में पेशी के लिए लेकर पहुंची।राउज़ एवेन्यू कोर्ट में जज अमिताभ रावत ने केजरीवाल के मामले की सुनवाई की।CBI ने सुनवाई के बाद कोर्ट में ही केजरीवाल को गिरफ़्तार कर लिया। CBI कोर्ट से केजरीवाल को रिमांड पर लेने की मांग भी करने वाली है।सुप्रीम कोर्ट में...
Breaking | बॉम्बे हाईकोर्ट ने हिजाब बैन के खिलाफ दायर याचिका खारिज की
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को नौ स्टूडेंट द्वारा दायर याचिका खारिज कर दी, जिसमें मुंबई के दो कॉलेजों के अधिकारियों द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड को चुनौती दी गई थी। इसमें स्टूडेंट को परिसर में हिजाब, नकाब, बुर्का, स्टोल, टोपी आदि पहनने से प्रतिबंधित किया गया था।जस्टिस एएस चंदुरकर और जस्टिस राजेश पाटिल की खंडपीठ ने ओपन कोर्ट में कहा,"उपरोक्त कारणों से हमें हस्तक्षेप करने का कारण नहीं मिलात।"पिछले सप्ताह सुनवाई के दौरान, कॉलेज ने प्रस्तुत किया कि इन वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाने का उद्देश्य धार्मिक...
Pune Porsche Accident | बॉम्बे हाईकोर्ट ने पीड़ितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की, कहा- नाबालिग आरोपी को जमानत पर रिहा करके कानून लागू करना उसका कर्तव्य
बॉम्बे हाईकोर्ट ने पुणे पोर्श कार दुर्घटना मामले में नाबालिग आरोपी को रिहा करने का आदेश देते हुए अभियोजन पक्ष और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जन आक्रोश से प्रभावित होकर स्थिति को संभालने के अव्यवस्थित तरीके की आलोचना की।कोर्ट ने कहा:“हम केवल इस पूरे दृष्टिकोण को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताकर अपनी निराशा और परेशानी व्यक्त कर सकते हैं और आशा और विश्वास करते हैं कि भविष्य में की जाने वाली कार्रवाई कानून के मौजूदा प्रावधानों के अनुसार होगी, जिसमें किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं की जाएगी। हालांकि, इस...
एक बार शिकायतकर्ता का बयान सीआरपीसी की धारा 200 के तहत दर्ज हो जाने के बाद मजिस्ट्रेट धारा 156(3) के तहत एफआईआर दर्ज करने के निर्देश नहीं दे सकते: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट
शिकायतों को निपटाने के दौरान सीआरपीसी की धारा 156(3) और 200 के तहत मजिस्ट्रेट की शक्तियों के बीच अंतर को पुष्ट करते हुए जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया कि धारा 200 के तहत शिकायतकर्ता का बयान दर्ज करना धारा 156(3) के तहत एफआईआर आदेश जारी करने पर रोक लगाता है।M/S Sas Infratech Pvt. Ltd. अपीलकर्ता(ओं) बनाम तेलंगाना राज्य और अन्य का हवाला देते हुए जस्टिस राजेश ओसवाल ने दोहराया,“जब मजिस्ट्रेट अपने न्यायिक विवेक का प्रयोग करते हुए सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत जांच का निर्देश देता है...
केरल हाईकोर्ट ने RSS नेता की हत्या के आरोपी 17 PFI सदस्यों को जमानत दी
केरल हाईकोर्ट ने कहा कि गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (UAPA Act) के तहत आतंकवाद और संबंधित अपराधों के आरोपों पर विचार करते समय न्यायालयों को समाज में प्रचलित वैचारिक पूर्वाग्रहों और झूठे आख्यानों के आधार पर पुष्टि पूर्वाग्रह से प्रभावित नहीं होना चाहिए।न्यायालय पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े 26 लोगों द्वारा दायर आपराधिक अपीलों पर विचार कर रहा था, जिन पर 16 अप्रैल, 2022 को केरल के पलक्कड़ शहर के मेलमुरी जंक्शन पर RSS नेता श्रीनिवासन की कथित तौर पर हत्या करने का आरोप है।जस्टिस...
अभी जेल में ही रहेंगे अरविंद केजरीवाल, हाईकोर्ट ने जमानत पर रोक कायम रखी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाला मामले में हाईकोर्ट से जमानत नहीं मिली। हाईकोर्ट ने दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट के फैसले को पलटते हुए अरविंद केजरीवाल की जमानत रद्द कर दी।20 जून को दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को इस मामले में ज़मानत दी थी। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ED) की याचिका पर उसी दिन हाईकोर्ट ने राउज़ एवेन्यू कोर्ट के फ़ैसले पर रोक लगा दी थी और अपना निर्णय सुरक्षित रखा था।हाईकोर्ट ने कहा कि ज़मानत याचिका पर सुनवाई के दौरान सामने मौजूद दस्तावेजों...
नाबालिग बलात्कार पीड़िता की जन्मतिथि दर्शाने वाले स्कूल रजिस्टर पर स्कूल हेडमास्टर से जांच करवाकर उसे गलत साबित नहीं किया जा सकता: कर्नाटक हाईकोर्ट
कर्नाटक हाईकोर्ट ने माना कि स्कूल रजिस्टर में दर्ज की गई प्रविष्टियों पर विश्वास नहीं किया जा सकता, जिसमें बच्चे की जन्मतिथि दर्शाई गई और यदि स्कूल हेडमास्टर से गवाह के रूप में जांच करवाकर विवरण साबित कर दिया जाए तो यह स्वीकार्य साक्ष्य है।जस्टिस श्रीनिवास हरीश कुमार और जस्टिस सी एम जोशी की खंडपीठ ने आरोपी मणिकांत उर्फ पुल्ली की अपील आंशिक रूप से स्वीकार करते हुए यह टिप्पणी की, जिसे भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376(2)(i)(n), 506 और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (POCSO Act) की...
पति के रिश्तेदारों के खिलाफ क्रूरता के लिए उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए विशेष आरोप आवश्यक: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने दोहराया
इस बात पर जोर देते हुए कि सामान्य और अस्पष्ट आरोपों के आधार पर पति के रिश्तेदारों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 498-ए के तहत मुकदमा नहीं चलाया जा सकता, जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने अभियोजन के लिए विशेष आरोपों की आवश्यकता को रेखांकित किया।आरोपी पति के माता-पिता के संबंध में एफआईआर रद्द करते हुए जस्टिस राजेश ओसवाल ने कहा,“आईपीसी की धारा 498-ए के तहत अपराध करने के लिए पति के रिश्तेदारों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए विशेष आरोप होने चाहिए, लेकिन बिना किसी स्पष्ट और सामान्य आरोप और...
कर्नाटक हाईकोर्ट ने YouTuber द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणी की जांच पर रोक लगाई
कर्नाटक हाईकोर्ट ने सोमवार को YouTuber अजीत भारती के खिलाफ कार्यवाही पर रोक लगा दी। भारती पर कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ टिप्पणी करने वाले वीडियो ट्वीट को पोस्ट करने के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153-ए, 502 (2) के तहत आरोप लगाए गए।वीडियो में भारती ने दावा किया कि कांग्रेस नेता अयोध्या में नए राम मंदिर के स्थल पर बाबरी मस्जिद को फिर से स्थापित करेंगे।जस्टिस एम नागप्रसन्ना की एकल न्यायाधीश पीठ ने कहा कि वीडियो ट्वीट में किया गया दावा दो राष्ट्रीय...
हाईकोर्ट ने क्लास 3 के 'प्रतिभाशाली' स्टूडेंट की दुर्घटनावश मृत्यु पर मुआवजा बढ़ाया, अनुमानित आय 30 हजार प्रति वर्ष निर्धारित की
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले प्रतिभाशाली स्टूडेंट की अनुमानित आय 30,000 रुपये होगी, जो 2007 में दुर्घटना का शिकार हुआ था।जस्टिस अर्चना पुरी ने कहा,"मृतक को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला प्रतिभाशाली स्टूडेंट मानते हुए प्रासंगिक समय में और रुपये के अवमूल्यन को ध्यान में रखते हुए मामूली अनुमान में, मृतक बच्चे की अनुमानित आय 30,000 रुपये प्रति वर्ष मानी जा सकती है।"यह अपील मृत बच्चे की मां द्वारा दायर की गई, जिसमें 2007 में हुई एक मोटर वाहन दुर्घटना में 9 वर्षीय रेखा...
राज्य बार काउंसिल में रजिस्टर्ड वकीलों के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी बनाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका
इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई। उक्त याचिका में न्यायालय से राज्य बार काउंसिल में रजिस्टर्ड वकीलों के लिए विशेष रूप से व्यापक मेडिक्लेम/हेल्थकेयर पॉलिसी बनाने का निर्देश देने का आग्रह किया गया।याचिकाकर्ता आलोक कुमार मिश्रा द्वारा दायर की गई याचिका में कानूनी पेशेवरों को पर्याप्त स्वास्थ्य सेवा लाभ प्रदान करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया, जो अक्सर चिकित्सा बीमा कवरेज की कमी के कारण महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जोखिमों और वित्तीय बोझ का सामना करते हैं।जनहित याचिका में कहा...
UP Police Exam Paper Leak | 'उसके पास से कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई': इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरोपी को जमानत दी
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मोनू शर्मा उर्फ मोनू पंडित को जमानत दी। मोनू शर्मा को इस वर्ष की शुरुआत में पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में हेराफेरी करने और प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।जस्टिस समीर जैन की पीठ ने उसे राहत देते हुए कहा कि उसके पास से कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई और सह-आरोपी (मोनू कुमार और रजनीश रंजन), जिन्हें आवेदक के साथ पकड़ा गया, उनको हाईकोर्ट द्वारा पहले ही जमानत पर रिहा कर दिया गया।यद्यपि एकल न्यायाधीश ने आवेदक के चार अन्य मामलों से जुड़े आपराधिक इतिहास पर...
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नाबालिग से बलात्कार के मामले में पुलिस की 'खराब' जांच को लेकर फटकार लगाई, उत्तर प्रदेश के DGP से हलफनामा मांगा
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही में 14 वर्षीय लड़की से बलात्कार के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की 'खराब' जांच की आलोचना की। न्यायालय ने जांच और पर्यवेक्षण अधिकारियों द्वारा मामले की जांच और पर्यवेक्षण में खामियों को उजागर किया।जस्टिस राजीव सिंह की पीठ ने कहा कि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में लड़की के नौ सप्ताह की गर्भवती होने की पुष्टि होने के बावजूद, जांच अधिकारी ने उससे गर्भावस्था के बारे में महत्वपूर्ण सवाल नहीं पूछे, इस चूक को पर्यवेक्षण अधिकारी ने भी नजरअंदाज किया।न्यायालय ने टिप्पणी की,“यह जांच और...
NDPS Act | क्या पुलिस/DRI गवाहों की गवाही के आधार पर अभियुक्त को दोषी ठहराया जा सकता है: इलाहाबाद हाईकोर्ट
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (NDPS Act) के तहत किसी मामले में अभियुक्त की दोषसिद्धि पुलिस गवाहों या राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के गवाहों की गवाही के आधार पर सुरक्षित रूप से की जा सकती है, यदि ऐसी गवाही विश्वास जगाती है।जस्टिस मोहम्मद फैज आलम खान की पीठ ने NDPS Act की धारा 8(सी)/20(बी)(ii)(सी)/25 के तहत अपराधों के लिए दोषी पाए गए तीन लोगों की दोषसिद्धि बरकरार रखी और उन्हें 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई।संक्षेप में मामलाउनके खिलाफ आरोपों के...
मनी लॉन्ड्रिंग के कारण नुकसान झेलने वाले वास्तविक व्यक्ति कुर्क की गई संपत्ति को वापस पाने के लिए स्पेशल कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट
मनी लॉन्ड्रिंग के अपराधों के कारण सद्भावनापूर्वक कार्य करने वाले व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान करते हुए जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया कि वे कुर्क की गई संपत्तियों को वापस पाने के लिए स्पेशल कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के हकदार हैं।धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA Act) की धारा 8 की उपधारा 8 का हवाला देते हुए जस्टिस संजीव कुमार ने कहा,“कोई व्यक्ति, जिसने सद्भावनापूर्वक कार्य किया है और PMLA अपराध के परिणामस्वरूप उसे परिमाणात्मक नुकसान हुआ, सभी उचित सावधानियां बरतने के बावजूद और...
'पुलिस के लिए भारी मात्रा में प्रतिबंधित पदार्थ रखना असंभव': पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने 25 किलोग्राम हेरोइन रखने के लिए दोषी ठहराए गए व्यक्तियों की अपील खारिज की
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने 25 किलोग्राम हेरोइन रखने के लिए NDPS Act के तहत दोषसिद्धि को चुनौती देने वाली अपील खारिज की। न्यायालय ने इस तर्क को खारिज कर दिया कि प्रतिबंधित पदार्थ पुलिस द्वारा रखा गया था और आरोपी व्यक्तियों को मामले में झूठा फंसाया गया।जस्टिस गुरविंदर सिंह गिल और जस्टिस एन.एस. शेखावत ने कहा,"जमा किया गया प्रतिबंधित पदार्थ बहुत भारी है और दोनों अपीलकर्ताओं पर इस तरह का आरोप लगाना असंभव है। यहां तक कि धारा 313 सीआरपीसी के तहत अपने बयानों में भी अपीलकर्ताओं ने कोई स्पष्टीकरण...
हाईकोर्ट वीकली राउंड अप : पिछले सप्ताह के कुछ खास ऑर्डर/जजमेंट पर एक नज़र
देश के विभिन्न हाईकोर्ट में पिछले सप्ताह (17 जून, 2024 से 21 जून, 2024) तक क्या कुछ हुआ, जानने के लिए देखते हैं हाईकोर्ट वीकली राउंड अप। पिछले सप्ताह हाईकोर्ट के कुछ खास ऑर्डर/जजमेंट पर एक नज़र।[NDPS Act] केवल आरोप पत्र दाखिल करने का कोई प्रेरक मूल्य नहीं है, आरोपी जमानत का हकदार नहीं: त्रिपुरा हाईकोर्ट त्रिपुरा हाईकोर्ट ने कहा कि केवल चार्जशीट दाखिल करने से नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 (NDPS Act) के तहत किसी आरोपी को जमानत नहीं मिल जाती और यह जमानत अधिनियम के तहत एक...
"एलन मस्क ने भी EVM का मुद्दा उठाया है": बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से रविंद्र वायकर की चुनावी जीत को चुनौती दी
लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भरत खिमजी शाह ने शिवसेना के रविंद्र वायकर की जीत को चुनौती देते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की।वकील असीम सरोदे के माध्यम से दायर याचिका में वायकर की जीत को अमान्य घोषित करने की मांग की गई, जिसमें मतगणना प्रक्रिया के दौरान पारदर्शिता और कथित कदाचार के बारे में कई चिंताओं का हवाला दिया गया।याचिका में कहा गया,"यह पहली बार है कि इस घटना के माध्यम से EVM के माध्यम से धोखाधड़ी की विशिष्ट प्रक्रिया सामने आई...
संवैधानिक न्यायालय नागरिकों के मौलिक अधिकारों के संरक्षक , व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन होने पर उन्हें अतिरिक्त संवेदनशील होना चाहिए: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट
जम्मू-कश्मीर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम 1978 के तहत निवारक निरोध आदेश रद्द करते हुए जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने हिरासत में लेने वाले अधिकारियों के लिए चेतावनी जारी की, जो मानते हैं कि अधिनियम के तहत उनकी शक्तियों पर कोई नियंत्रण नहीं है।जस्टिस राहुल भारती की पीठ ने कहा कि निरोध आदेश जारी करने के लिए अधिकारियों की व्यक्तिपरक संतुष्टि को शब्दों के खेल के रूप में नहीं समझा जा सकता, जबकि यह माना जाता है कि उनके पास किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय निवारक निरोध में रखने की सर्वशक्तिमान शक्ति और...
बॉम्बे हाईकोर्ट ने भारी केस लोड पर निराशा व्यक्त करने के लिए 'Handicapped' शब्द का उपयोग करने के लिए जज की आलोचना की
बॉम्बे हाईकोर्ट ने हाल ही में ए़डिशनल सेशन जज की भारी केस लोड पर निराशा व्यक्त करने के लिए 'Handicapped' शब्द का उपयोग करने के लिए आलोचना की।जस्टिस पृथ्वीराज के चव्हाण ने कहा,"भाषा का लहजा और भाव अनुचित और अस्वीकार्य है। इस अर्थ में न्यायिक अधिकारी को 'Handicapped' शब्दों का उपयोग करके अपनी निराशा और असमर्थता व्यक्त नहीं करनी चाहिए। साथ ही स्थगन देने की अनिच्छा भी व्यक्त नहीं करनी चाहिए।"विचाराधीन मुद्दा 24 अप्रैल, 2024 को मुंबई के सिटी सिविल कोर्ट के एडिशनल सेशन जज द्वारा पारित एक आदेश के...