जानिए हमारा कानून
धारा 174: गैर-संज्ञेय अपराधों के मामले में पुलिस की कार्यवाही
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (Bhartiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023) ने 1 जुलाई 2024 को आपराधिक प्रक्रिया संहिता (Criminal Procedure Code) को बदल दिया। यह नया कानून पुलिस द्वारा गैर-संज्ञेय अपराधों (Non-Cognizable Offences) के मामलों में कार्रवाई करने के तरीकों को स्पष्ट करता है। धारा 174 (Section 174) में बताया गया है कि जब किसी पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी (Officer in Charge) को किसी गैर-संज्ञेय अपराध के बारे में सूचना प्राप्त होती है, तो उसे कैसे कार्रवाई करनी चाहिए।सूचना दर्ज करने...
संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत विवाह विच्छेद से संबंधित शिल्पा शैलेश का ऐतिहासिक फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने शिल्पा सैलेश बनाम वरुण श्रीनिवासन मामले में एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया। इस मामले में, जस्टिस संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ ने यह माना कि सुप्रीम कोर्ट अनुच्छेद 142 का उपयोग करके एक विवाह को विच्छेद (Dissolution) कर सकता है, यदि वह विवाह अपरिवर्तनीय रूप से टूट चुका है।अनुच्छेद 142 भारतीय संविधान का एक विशेष प्रावधान है, जो सुप्रीम कोर्ट को किसी भी मामले में 'पूर्ण न्याय' करने की शक्ति देता है। यह एक असाधारण शक्ति है, जो अदालतों को प्रक्रिया और कानून के नियमों से ऊपर...
भारतीय दंड संहिता 2023 के प्रावधान: सेना, नौसेना और वायुसेना से संबंधित अपराध (धारा 163 से 168)
परिचयभारतीय दंड संहिता, 2023, जो 1 जुलाई 2024 से प्रभावी हुई है, ने पुराने भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की जगह ली है। इस संहिता में सेना, नौसेना और वायुसेना (Army, Navy, Air Force) से संबंधित अपराधों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इस लेख में हम धारा 163 से 168 तक के प्रावधानों को समझेंगे, जो कि सेना के कर्मियों द्वारा की जाने वाली अपराधों को रोकने और उन्हें अनुशासन में बनाए रखने के लिए बनाए गए हैं। ये प्रावधान उन लोगों के लिए हैं जो सेना के सदस्यों को अनुशासनहीनता (Indiscipline) या...
नए कानून BNSS 2023 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज करना : धारा 173
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (Bhartiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023), जिसने 1 जुलाई 2024 को आपराधिक प्रक्रिया संहिता (Criminal Procedure Code) को बदल दिया, ने पुलिस द्वारा संज्ञेय अपराधों (Cognizable Offences) से संबंधित सूचनाओं (Information) के साथ कैसे निपटा जाए, इस पर कई बदलाव किए हैं। धारा 173 (Section 173) में इस नई कानून के अंतर्गत जानकारी देने के तरीके, पुलिस की जिम्मेदारियाँ और जांच की शक्तियाँ विस्तार से दी गई हैं। नये कानून के तहत एफआईआर दर्ज करने का काम धारा 173 के तहत किया...
भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के तहत क्रॉस एक्जामिनेशन से जुड़े नियम
भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुआ है, ने 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ले ली है। इस अधिनियम में अदालत में साक्षियों (Witnesses) की जिरह (Cross-Examination) से जुड़े नियमों को विस्तार से समझाया गया है। इनमें गवाह के जिरह (Cross-Examination) के प्रावधान (Provisions) बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे अदालत में प्रस्तुत गवाही (Testimony) की विश्वसनीयता (Reliability) और सच्चाई की जांच सुनिश्चित करते हैं। इस लेख में, हम भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 की धारा 142 से 149 के तहत...
Domestic Violence Act के अंतर्गत किस तरह के ऑर्डर मजिस्ट्रेट द्वारा दिए जा सकते हैं
मजिस्ट्रेट को डोमेस्टिक वॉयलेंस एक्ट (Domestic Violence Act) के अंतर्गत काफी तरह के पॉवर्स दिए गए हैं। उन पॉवर्स को यूज करके मजिस्ट्रेट किसी भी पीड़ित महिला के पक्ष में ऑर्डर जारी करते हैं।घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 के अंतर्गत दिए जाने वाले आदेश-घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 2 (झ) में वर्णित मजिस्ट्रेट को धारा 12 में अधिकार है कि वह व्यथित व्यक्ति, संरक्षण अधिकारी या व्यथित व्यक्ति की ओर से किसी व्यक्ति द्वारा अनुतोष हेतु आवेदन किए जाने पर निम्नलिखित...
इम्मोरल ट्रैफिक प्रिवेंशन एक्ट क्या है? जानिए
यह एक्ट भारत में वेश्यावृत्ति रोकने के उद्देश्य से वर्ष 1956 में बनाया गया है। यह एक क्रिमिनल एक्ट है जिसमें दोषी पाए जाने पर कठोर सज़ा के प्रावधान हैं। भारत के संविधान में गरिमामय प्रतिष्ठा के जीवन का उल्लेख अपनी प्रस्तावना में किया है भारत के सभी नागरिकों को जीवन प्रदान करने का अवसर दिया है यदि किसी व्यक्ति द्वारा अपने शरीर का व्यवसाय किया जा रहा है यौन क्रियाओं हेतु अपने शरीर को किसी अन्य व्यक्ति को धन के बदले एक के बदले सौंपा जा रहा है तब इस स्थिति में गरिमा सिद्धांत की अवहेलना होती है।अनैतिक...
भारतीय न्याय संहिता, 2023 के अध्याय 8 के तहत सेना, नौसेना और वायु सेना से संबंधित अपराध : धारा 159 से 162
भारतीय न्याय संहिता, 2023, जिसने भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) को प्रतिस्थापित (replaced) किया है, 1 जुलाई 2024 से लागू हो गई है। इस संहिता के अध्याय 8 में सेना, नौसेना और वायु सेना से संबंधित अपराधों का वर्णन किया गया है, जिसमें विद्रोह (mutiny) और अधिकारियों पर हमले (assault) जैसे कार्यों के लिए सख्त दंड निर्धारित किए गए हैं।ये प्रावधान (provisions) भारतीय सेना में अनुशासन (discipline) और व्यवस्था बनाए रखने के लिए बनाए गए हैं। इस लेख में भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 159 से 162 तक...
पुलिस की रोकथाम कार्रवाई: भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 : धारा 168 से 172
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है, ने पुराने Criminal Procedure Code (फौजदारी प्रक्रिया संहिता) को बदल दिया है। इस नए कानून का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि पुलिस अधिकारी जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किस प्रकार की रोकथाम कार्रवाई कर सकते हैं। इस लेख में, हम अध्याय XII के तहत Sections 168 से 172 के प्रावधानों (Provisions) पर चर्चा करेंगे, जिसमें पुलिस अधिकारियों के कर्तव्यों और शक्तियों का उल्लेख है। इस लेख में प्रत्येक Section के उदाहरण भी दिए गए हैं, ताकि...
विदेशी राष्ट्रों के खिलाफ अपराध: भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 154 से 158 का सरल विश्लेषण
भारतीय न्याय संहिता 2023 (Bharatiya Nyaya Sanhita 2023) ने 1 जुलाई 2024 से भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) को प्रतिस्थापित कर दिया है। इस संहिता के अंतर्गत धारा 154 से 158 विशेष रूप से उन अपराधों से संबंधित हैं जो विदेशी राष्ट्रों के खिलाफ होते हैं और जिनमें सार्वजनिक सेवक (public servants) की लापरवाही या जानबूझकर की गई सहायता शामिल होती है। इस लेख में, हम प्रत्येक धारा का सरल भाषा में विश्लेषण करेंगे और उदाहरणों के माध्यम से समझाएंगे कि ये कानून कैसे लागू होते हैं।इस अध्याय के पिछले...
सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों के आधार पर Vertical Reservation और Horizontal Reservation की व्याख्या
आरक्षित वर्गों को आरक्षण का लाभ प्रदान करने के लिए दो प्रकार की व्यवस्थाएं अपनाई जाती हैं, अर्थात् वर्टिकल आरक्षण (Vertical Reservation) और होरिजोंटल आरक्षण (Horizontal Reservation)।वर्टिकल और होरिजोंटल आरक्षण की अवधारणा को समझाते हुए, इंद्रा साहनी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने माना कि जब अनुच्छेद 16(4) के तहत अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के पक्ष में आरक्षण किया जाता है, तो इसे वर्टिकल आरक्षण कहा जा सकता है, जबकि जब अनुच्छेद 16(1) के तहत विशेष श्रेणी जैसे...
BNSS 2023 की धारा 166 और 167 का विश्लेषण: स्थानीय विवादों का समाधान और जांच की प्रक्रिया
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है, ने भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता को प्रतिस्थापित कर दिया है। इस संहिता में कई प्रावधान शामिल हैं, जो शांति बनाए रखने और विवादों को उचित तरीके से सुलझाने के लिए बनाए गए हैं।धारा 166 और 167 ऐसे ही प्रावधानों में से हैं, जो स्थानीय विवादों के समाधान और जांच की प्रक्रिया से संबंधित हैं। इन प्रावधानों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी प्रकार के विवाद, जो शांति भंग कर सकते हैं, उन्हें उचित और निष्पक्ष तरीके से निपटाया जा सके। ...
सरकार के खिलाफ अपराध: भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 151 से 153 का विश्लेषण
भारतीय न्याय संहिता 2023 (Bharatiya Nyaya Sanhita 2023), जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है, ने भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) को प्रतिस्थापित किया है और सरकार के खिलाफ विभिन्न अपराधों से संबंधित अद्यतन प्रावधान पेश किए हैं। धारा 151 से 153 विशेष रूप से उच्च अधिकारियों पर दबाव डालने, अलगाववादी गतिविधियों (secessionist activities) और मित्र राष्ट्रों के खिलाफ युद्ध छेड़ने से संबंधित अपराधों को संबोधित करती हैं। इस लेख में हम प्रत्येक धारा का सरल भाषा में वर्णन करेंगे और उदाहरणों के माध्यम से...
भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े अपराध: BNS 2023 की धाराएँ 147 से 150
भारतीय न्याय संहिता 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है, ने भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) को प्रतिस्थापित कर दिया है। इस संहिता की धाराएँ 147 से 150 विशेष रूप से भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े अपराधों से संबंधित हैं।ये धाराएँ यह परिभाषित करती हैं कि युद्ध छेड़ना, षड्यंत्र (conspiracy) करना और युद्ध की तैयारी क्या होती है और इन कृत्यों के लिए क्या सजा है। भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराएँ 147 से 150 भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े कार्यों के लिए कड़ी सजा तय करती...
BNSS 2023 की धारा 165 का विश्लेषण: विवादित संपत्ति को अटैच करने और रिसीवर नियुक्त करने की शक्ति
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है, ने भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (Criminal Procedure Code) को प्रतिस्थापित कर दिया है। इस नई संहिता में सार्वजनिक शांति बनाए रखने और विवादों को हिंसा में बदलने से रोकने के लिए कई प्रावधान शामिल हैं।इनमें से एक महत्वपूर्ण प्रावधान धारा 165 है, जो विशेष परिस्थितियों में एक मजिस्ट्रेट को विवादित संपत्ति को अटैच (Attach) करने और रिसीवर (Receiver) नियुक्त करने की शक्ति प्रदान करता है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 165,...
मानव तस्करी से जुड़े प्रावधान : भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत धारा 143 और 144 की सरल व्याख्या
1 जुलाई 2024 को लागू हुई भारतीय न्याय संहिता 2023 ने भारतीय दंड संहिता (IPC) को प्रतिस्थापित कर दिया है और इसमें मानव तस्करी (Trafficking) जैसे गंभीर अपराधों से निपटने के लिए नए प्रावधान शामिल किए गए हैं। धारा 143 और 144 विशेष रूप से तस्करी और इसके गंभीर परिणामों से संबंधित हैं। ये प्रावधान, IPC की धारा 370 के मूल तत्वों को आगे बढ़ाते हुए, कठोर दंड और विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ कानून को मजबूत बनाते हैं, ताकि इन घृणित अपराधों से प्रभावी रूप से निपटा जा सके। इस लेख में, इन धाराओं का सरल हिंदी में...
अचल संपत्ति से संबंधित विवाद BNSS 2023 की धारा 164
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है, ने पुरानी आपराधिक प्रक्रिया संहिता (Criminal Procedure Code) को प्रतिस्थापित कर दिया है। इस नए कानून में एक महत्वपूर्ण धारा है धारा 164, जो स्थावर संपत्ति (Immovable Property) जैसे भूमि या जल से संबंधित विवादों से निपटने के लिए बनाई गई है, जो शांति भंग (Breach of Peace) का कारण बन सकती है। यह धारा उस प्रक्रिया को स्पष्ट करती है जिसके माध्यम से एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट (Executive Magistrate) ऐसे विवादों को हिंसा या अशांति में...
वर्कप्लेस पर महिलाओं के साथ होने वाले हैरेसमेंट रोकथाम के लिए क्या कानून है? जानिए
वर्कप्लेस पर महिलाओं के साथ होने वाले हैरेसमेंट को रोकने के लिए पुख्ता प्रबंध हैं। यह कानून महिलाओं के साथ बढ़ती ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए बनाए गए हैं जिससे इस तरह की घटनाओं में कमी लायी जा सके। शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक, प्रशासनिक व्यवस्था के क्षेत्रों में भी महिलाएं अपनी पहचान बनाने में सफल हुई। कार्य स्थलों में अनेकों महिलाएं भी पुरुषों के साथ कार्यशील हो गई।कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न पर चिंता व्यक्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने समय समय पर अपना मत व्यक्त करते हुए कुछ दिशा निर्देश...
चेक बाउंस नोटिस क्या है? जानिए इससे जुड़ी प्रक्रिया
नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट (NI Act) की धारा 138 के अंतर्गत कोई चेक बाउंस होने पर चेक बाउंस का मुकदमा संस्थित किया जाता है परंतु इस प्रकार का मुकदमा संस्थित करने के पूर्व चेक देने वाले व्यक्ति को नोटिस के माध्यम से सूचित किया जाता है।इस नोटिस का अर्थ होता है कि जिस व्यक्ति ने चेक दिया है उस का दिया हुआ चेक बैंक में किन्हीं कारणों से बाउंस हो जाता है तो इस विषय से चेक देने वाले व्यक्ति को अवगत कराया जाए तथा उससे उस धनराशि को मांगा जाए जिस धनराशि के भुगतान के लिए चेक दिया गया है। इस नोटिस के...
भारतीय न्याय संहिता 2023 के अंतर्गत धारा 140 से 142: Kidnaping और Abduction के उद्देश्य
भारतीय न्याय संहिता 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है और जिसने Indian Penal Code को प्रतिस्थापित किया है, में अपहरण (Kidnapping) और (Abduction) से संबंधित गंभीर अपराधों के लिए धारा 140 से 142 के अंतर्गत विस्तृत प्रावधान किए गए हैं।ये प्रावधान उन मामलों में लागू होते हैं जहाँ किसी व्यक्ति का अपहरण या अपहरण हत्या, गंभीर चोट, दासता, या किसी अन्य घृणित उद्देश्य के लिए किया जाता है। इन धाराओं में न केवल अपराधियों के लिए कठोर सजा का प्रावधान है, बल्कि कुछ विशेष परिस्थितियों में मृत्युदंड (Death...