भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े अपराध: BNS 2023 की धाराएँ 147 से 150

Himanshu Mishra

23 Aug 2024 6:19 PM IST

  • भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े अपराध: BNS 2023 की धाराएँ 147 से 150

    भारतीय न्याय संहिता 2023, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुई है, ने भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) को प्रतिस्थापित कर दिया है। इस संहिता की धाराएँ 147 से 150 विशेष रूप से भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े अपराधों से संबंधित हैं।

    ये धाराएँ यह परिभाषित करती हैं कि युद्ध छेड़ना, षड्यंत्र (conspiracy) करना और युद्ध की तैयारी क्या होती है और इन कृत्यों के लिए क्या सजा है।

    भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराएँ 147 से 150 भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े कार्यों के लिए कड़ी सजा तय करती हैं। इन प्रावधानों का उद्देश्य राष्ट्र की संप्रभुता (sovereignty) और स्थिरता (stability) की रक्षा करना है, केवल युद्ध छेड़ने के कार्य ही नहीं बल्कि इससे संबंधित षड्यंत्र, तैयारी या छिपाने के किसी भी रूप को भी अपराध घोषित किया गया है।

    प्रत्येक धारा के लिए दी गई विस्तृत व्याख्या और उदाहरण इन अपराधों की गंभीरता और उनके कानूनी परिणामों को समझने में मदद करते हैं।

    धारा 147: भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना

    धारा की समझ: धारा 147 के अनुसार, जो भी व्यक्ति भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ता है, युद्ध छेड़ने का प्रयास करता है, या युद्ध छेड़ने में सहायता (abet) करता है, वह एक गंभीर अपराध का दोषी है। इस अपराध के लिए सजा मौत या आजीवन कारावास (life imprisonment) है, और इसके साथ-साथ जुर्माना (fine) भी लगाया जा सकता है।

    दृष्टांत (Illustration) की व्याख्या: इस धारा के अंतर्गत दिए गए दृष्टांत (illustration) से अपराध की व्याख्या (explanation) में मदद मिलती है। इसमें कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति, जिसे हम 'अ' कहें, भारत सरकार के खिलाफ एक विद्रोह (insurrection) में शामिल होता है, तो 'अ' ने इस धारा में परिभाषित अपराध किया है।

    विद्रोह (insurrection) का मतलब है किसी स्थापित सत्ता के खिलाफ हिंसा (violence) के साथ बगावत करना। उदाहरण के लिए, अगर 'अ' किसी ऐसे समूह में शामिल होता है जो बल (force) के माध्यम से सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहा है, तो उसने भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का अपराध किया है।

    उदाहरण (Example): मान लीजिए एक उग्रवादी समूह (militant group) सरकारी इमारतों (government buildings) पर बड़े पैमाने पर हमला करने की योजना बनाता है ताकि सरकार को उखाड़ फेंका जा सके। यदि कोई व्यक्ति इस हमले में सक्रिय रूप से भाग लेता है, तो वह भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ रहा है और इस प्रकार धारा 147 का उल्लंघन कर रहा है।

    धारा 148: युद्ध छेड़ने की साजिश (Conspiracy)

    धारा की समझ: धारा 148 उन लोगों के बारे में है जो धारा 147 के तहत दंडनीय (punishable) किसी भी अपराध को करने की साजिश (conspiracy) करते हैं, या जो केंद्रीय सरकार (Central Government) या किसी राज्य सरकार (State Government) को आपराधिक बल (criminal force) या आपराधिक बल दिखाने के द्वारा धमकाने की साजिश करते हैं।

    ऐसी साजिश के लिए सजा आजीवन कारावास (imprisonment for life) या दस साल तक की सजा है, और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

    साजिश की व्याख्या (Explanation of Conspiracy): इस धारा में स्पष्ट किया गया है कि साजिश को मान्यता (recognition) देने के लिए जरूरी नहीं है कि उसके तहत कोई कार्य (act) या अवैध चूक (illegal omission) हो।

    केवल योजना बनाने या किसी कृत्य को करने के लिए सहमत (agreement) होने भर से ही साजिश (conspiracy) बन जाती है।

    उदाहरण (Example): कल्पना कीजिए कि कुछ लोग एक राज्य सरकार के कार्यालय पर हमला करने की योजना बनाते हैं ताकि अधिकारियों (officials) को धमकाया जा सके और उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा सके।

    भले ही योजना को अंजाम न दिया गया हो, ऐसे हमले को अंजाम देने की योजना या सहमति भर से यह धारा 148 के तहत साजिश मानी जाएगी।

    धारा 149: युद्ध की तैयारी

    धारा की समझ: धारा 149 यह बताती है कि जो भी व्यक्ति पुरुष, हथियार (arms), गोला-बारूद (ammunition) इकट्ठा करता है या अन्यथा युद्ध की तैयारी करता है, जिससे कि वह युद्ध छेड़ने के लिए तैयार हो सके या भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की योजना बना सके, वह अपराधी है।

    इस अपराध की सजा आजीवन कारावास (life imprisonment) या दस साल तक की सजा है, और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

    तैयारी के कार्यों की समझ (Understanding Preparatory Acts): तैयारी में हथियार जुटाना, लोगों को भर्ती करना या कोई भी ऐसा कार्य शामिल हो सकता है जो यह दिखाता है कि व्यक्ति सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का इरादा रखता है। कानून इस बात की आवश्यकता नहीं करता है कि युद्ध वास्तव में शुरू हो; केवल तैयारी ही दंडनीय है।

    उदाहरण (Example): मान लीजिए कि एक व्यक्ति हथियार इकट्ठा करना शुरू कर देता है और एक निजी सेना (private army) बनाने के लिए लोगों को भर्ती करता है, जिसका उद्देश्य केंद्रीय सरकार पर हमला करना है। भले ही हमला कभी नहीं हो, केवल तैयारी के कारण ही व्यक्ति धारा 149 के तहत दोषी हो जाता है।

    धारा 150: युद्ध की योजना को छिपाना

    धारा की समझ: धारा 150 उन लोगों को दंडित करती है जो भारत सरकार के खिलाफ युद्ध की योजना को छिपाते हैं। यदि कोई व्यक्ति ऐसी योजना के बारे में जानता है और उसे जानबूझकर छिपाता है, या यह जानते हुए भी कि उसकी छिपी हुई जानकारी से युद्ध को आसान बनाया जा सकता है, तो उसे दस साल तक की सजा हो सकती है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

    छिपाने का महत्व (Importance of Concealment): यह धारा इस बात पर जोर देती है कि व्यक्तियों की जिम्मेदारी है कि वे किसी भी योजना की सूचना (report) दें जिसके बारे में उन्हें पता हो और जो सरकार के खिलाफ युद्ध से संबंधित हो। ऐसा न करने पर वे अपराध में सहभागी बन जाते हैं।

    उदाहरण (Example): मान लीजिए एक व्यक्ति, 'ब', जानता है कि एक समूह भारतीय संसद (Indian Parliament) पर हमला करने की योजना बना रहा है। इसके बजाय कि वह इस जानकारी को अधिकारियों को बताए, 'ब' इसे छुपाने का निर्णय लेता है। यह छिपाव (concealment) 'ब' को धारा 150 के तहत दोषी बनाता है, भले ही उसने इस हमले में सक्रिय रूप से भाग नहीं लिया हो।

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