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निजता मानवीय गरिमा का मूल है: केरल हाईकोर्ट ने अपमान और साइबर हमलों का सामना कर रही महिला की ऑनलाइन तस्वीरें हटाने का आदेश दिया
'निजता मानवीय गरिमा का मूल है': केरल हाईकोर्ट ने अपमान और साइबर हमलों का सामना कर रही महिला की ऑनलाइन तस्वीरें हटाने का आदेश दिया

केरल हाईकोर्ट ने हाल ही में पुलिस महानिदेशक को अनैतिक तस्करी (रोकथाम) अधिनियम, 1956 के तहत अपराध की शिकार एक महिला की ऑनलाइन फोटो और विवरणों को हटाने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया। याचिकाकर्ता ने सोशल मीडिया पर प्रसारित अपने नाम और फोटो वाली ऑनलाइन सामग्री को हटाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उक्त सामग्री के कारण उसे अपमानित होना पड़ा और उस पर साइबर हमले हुए।याचिकाकर्ता की इस दलील पर ध्यान देते हुए कि सोशल मीडिया पर इस तरह की सामग्री का प्रसार उसके निजता के अधिकार का उल्लंघन है,...

अदालत आरोप से कम अपराध के लिए आरोपी को सजा दे सकती है, लेकिन आरोप में बदलाव किए बिना अधिक अपराध के लिए सजा नहीं दे सकती: कर्नाटक हाईकोर्ट
अदालत आरोप से कम अपराध के लिए आरोपी को सजा दे सकती है, लेकिन आरोप में बदलाव किए बिना अधिक अपराध के लिए सजा नहीं दे सकती: कर्नाटक हाईकोर्ट

कर्नाटक हाईकोर्ट ने माना कि ट्रायल कोर्ट के पास किसी आरोपी को छोटे अपराध के लिए भी दोषी ठहराने की शक्ति है, भले ही आरोप बड़े अपराधों के लिए तय किए गए हों। लेकिन जब आरोप छोटे अपराध के लिए तय किए जाते हैं, तो सीआरपीसी की धारा 216 के अनुसार आरोपों में बदलाव किए बिना, अदालत बड़े अपराध के लिए दोषी नहीं ठहरा सकती है और आरोपित अपराध से अधिक कारावास की सजा नहीं दे सकती है। जस्टिस के नटराजन की एकल न्यायाधीश पीठ ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम की धारा 6 के तहत आरोपी सुब्रमणि को निचली...

उत्तराखंड हाईकोर्ट ने राज्य को बूढ़े, अशक्त जानवरों के समर्पण के लिए नीति बनाने का सुझाव दिया; मवेशी छोड़ने वालों पर जुर्माना
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने राज्य को बूढ़े, अशक्त जानवरों के समर्पण के लिए नीति बनाने का सुझाव दिया; मवेशी छोड़ने वालों पर जुर्माना

मानव-पशु संघर्ष से संबंधित एक मामले में, उत्तराखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को उन व्यक्तियों के लिए एक नीति बनाने का सुझाव दिया है, जो अपने मवेशियों, विशेष रूप से बूढ़े और अशक्त मवेशियों को रखने में रुचि नहीं रखते हैं, ताकि वे इसे आश्रय गृह में डाल सकें।चीफ जस्टिस विपिन सांघी और जस्टिस राकेश थपलियाल की खंडपीठ ने कहा कि मानव-पशु संघर्ष बढ़ने का एक कारण बूढ़े मवेशियों और गायों को छोड़ना है जो दूध देने वाली नहीं हैं, और जिनका उपयोग मालिकों द्वारा खेती के उद्देश्यों के लिए नहीं किया जा सकता है।कोर्ट...

रावण, भगवान हनुमान का चित्रण भारतीय सभ्यता से अलग; संवाद बहुत ही सस्ते: आदिपुरुष के प्रदर्शन के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका
'रावण, भगवान हनुमान का चित्रण भारतीय सभ्यता से अलग; संवाद बहुत ही सस्ते': 'आदिपुरुष' के प्रदर्शन के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका

ओम राउत निर्दे‌शित विवा‌दित फिल्म आदिपुरुष के प्रदर्शन के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में पहले से लंबित एक जनहित या‌चिका में एक संशोधन आवेदन दायर किया गया है, जिसमें कहा गया है कि आदिपुरुष फिल्म में रावण और भगवान हनुमान जैसे पात्रों का चित्रण भारतीय सभ्यता से पूरी तरह अलग है।संशोधन याचिका में मनोज मुंतशिर शुक्ला के संवादों पर भी आपत्ति जताई गई है। उन्हें 'हास्यास्पद, 'गंदा' और 'रामायण युग की महिमा के खिलाफ' बताया गया है। लंबित जनहित याचिका में शुक्ला को प्रतिवादी के रूप में शामिल करने की मांग की गई...

COVID-19 प्रोटोकॉल उल्लंघन: अदालत ने दिल्ली के मंत्री राज कुमार आनंद को बरी किया; दिल्ली पुलिस की जांच में असंख्य खामियां गिनाई
COVID-19 प्रोटोकॉल उल्लंघन: अदालत ने दिल्ली के मंत्री राज कुमार आनंद को बरी किया; दिल्ली पुलिस की जांच में 'असंख्य खामियां' गिनाई

राष्ट्रीय राजधानी की एक अदालत ने पिछले साल मार्च में दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता के आवास के पास हुए विरोध प्रदर्शन से जुड़े मामले में दिल्ली के मंत्री राज कुमार आनंद और आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षद अंकुश गर्ग को बरी कर दिया।आप नेताओं पर लोक सेवक द्वारा विधिवत प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा के लिए आईपीसी की धारा 188 के सपठित धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया। दिल्ली पुलिस ने उन पर सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना नारे लगाते हुए मार्च करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने और...

सरफेसी अधिनियम की धारा 13(2) के तहत वसूली नोटिस को चुनौती डीआरटी के समक्ष दी जा सकती है, न कि सिविल न्यायालय के समक्ष, जब तक कि वादी धोखाधड़ी का आरोप न लगाए: बॉम्बे हाईकोर्ट
सरफेसी अधिनियम की धारा 13(2) के तहत वसूली नोटिस को चुनौती डीआरटी के समक्ष दी जा सकती है, न कि सिविल न्यायालय के समक्ष, जब तक कि वादी धोखाधड़ी का आरोप न लगाए: बॉम्बे हाईकोर्ट

बॉम्बे हाईकोर्ट ने हाल ही में माना कि एक बार जब एक सुरक्षित लेनदार सरफेसी अधिनियम, 2002 की धारा 13(2) के तहत डिमांड नोटिस जारी करता है, तो सिविल कोर्ट का क्षेत्राधिकार वर्जित हो जाता है, और नोटिस को कोई भी चुनौती ऋण वसूली न्यायाधिकरण ( डीआरटी) के क्षेत्र में आती है। जस्टिस एमएस जावलकर ने एक उधारकर्ता के दीवानी मुकदमे को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि बैंक ने ऋण खाते को गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के रूप में वर्गीकृत करते समय ऋणदाताओं और उचित ऋण अभ्यास संहिता के लिए उचित व्यवहार...

सड़क उल्लंघनों का पता लगाने के लिए एआई कैमरों के उपयोग को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण हतोत्साहित नहीं किया जा सकता: केरल हाईकोर्ट
सड़क उल्लंघनों का पता लगाने के लिए एआई कैमरों के उपयोग को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण हतोत्साहित नहीं किया जा सकता: केरल हाईकोर्ट

केरल हाईकोर्ट ने हाल ही में कहा कि सड़क उल्लंघनों का पता लगाने के लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) कैमरों का उपयोग करने के 'अभिनव उद्यम' को केवल परियोजना के कार्यान्वयन में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण हतोत्साहित नहीं किया जा सकता है।जस्टिस पी वी कुन्हिकृष्णन की एकल पीठ ने कहा कि परियोजना की पारदर्शिता और यहां तक कि भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर आपत्तियां हो सकती हैं। हालांकि, उनसे अलग से निपटा जाना चाहिए।बेंच ने कहा,“सड़कों पर एआई निगरानी कैमरे स्थापित करके मोटर वाहन अधिनियम और नियमों के प्रावधानों...

एशियानेट पत्रकार ने एसएफआई नेता को बदनाम करने की कथित साजिश के रचने के आरोप में उन पर दर्ज एफआईआर के खिलाफ केरल हाईकोर्ट का रुख किया
एशियानेट पत्रकार ने एसएफआई नेता को बदनाम करने की कथित साजिश के रचने के आरोप में उन पर दर्ज एफआईआर के खिलाफ केरल हाईकोर्ट का रुख किया

एशियानेट न्यूज चैनल की मुख्य रिपोर्टर अखिला नंदकुमार ने महाराजा कॉलेज परीक्षा विवाद के संबंध में सीपीआई (एम) के छात्र विंग नेता पीएम अर्शो को बदनाम करने की साजिश रचने के आरोप में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने के लिए केरल हाईकोर्ट का रुख किया है।जस्टिस के. बाबू की एकल न्यायाधीश पीठ को अभियोजन पक्ष ने सूचित किया कि नियुक्ति की अगली तारीख तक मामले में नंदकुमार के खिलाफ कोई दंडात्मक कदम नहीं उठाया जाएगा।पीएम अर्शो महाराजा कॉलेज में स्नातकोत्तर पुरातत्व के छात्र और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया...

केरल हाईकोर्ट ने अंधविश्वास और मानव बलि के खिलाफ कानून बनाने की मांग वाली जनहित याचिका बहाल की
केरल हाईकोर्ट ने अंधविश्वास और मानव बलि के खिलाफ कानून बनाने की मांग वाली जनहित याचिका बहाल की

केरल हाईकोर्ट ने शुक्रवार को उस जनहित याचिका को बहाल कर दिया, जिसमें राज्य सरकार को 'केरल अमानवीय बुराई प्रथाओं, जादू-टोना और काला जादू उन्मूलन विधेयक, 2019' के अधिनियमन और कार्यान्वयन के संबंध में विचार करने और निर्णय लेने के लिए निर्देश जारी करने की मांग की गई थी।न्यायालय ने पहले याचिका को डिफ़ॉल्ट रूप से खारिज कर दिया था, क्योंकि याचिकाकर्ता केरल युक्ति वादी संघम का कोई वकील न्यायालय के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ था।चीफ जस्टिस एस.वी.एन. भट्टी और जस्टिस बसंत बालाजी की खंडपीठ के समक्ष वकील पी.वी....

जनता के पैसे से वकील कोई एलीट सोसायटी नहीं बना सकते: मद्रास हाईकोर्ट ने मद्रास बार एसोसिएशन को बिना किसी भेदभाव के सदस्यता देने का निर्देश दिया
'जनता के पैसे से वकील कोई एलीट सोसायटी नहीं बना सकते': मद्रास हाईकोर्ट ने मद्रास बार एसोसिएशन को बिना किसी भेदभाव के सदस्यता देने का निर्देश दिया

मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में कठोर बाई-लॉज के कारण मद्रास बार एसो‌सिएशन को कड़ी फटकार लगाई। उन उप-नियमों के कारण एक सामान्य वकील के लिए एसोसिएशन का सदस्य बनना बहुत मुश्किल है। अदालत ने एसोसिएशन को सीनियर एडवोकेट एलीफैंट जी राजेंद्रन को 2012 में उनके बेटे को एक सीनियर एडवोकेट द्वारा पीने का पानी देने से इनकार करने के मामल में मुआवजे के रूप में पांच लाख रुपये का भुगतान करने का भी निर्देश दिया।जस्टिस एसएम सुब्रमण्यम ने कहा कि एसोसिएशन के उपनियम इस तरह से तैयार किए गए हैं कि सामान्य अधिवक्ताओं को...

अस्पृश्यता केवल जाति-आधारित नहीं; इसमें इस विचार के आधार पर सभी प्रकार के सामाजिक बहिष्कार शामिल हैं कि कुछ व्यक्ति निम्न हैं: मद्रास हाईकोर्ट
'अस्पृश्यता' केवल जाति-आधारित नहीं; इसमें इस विचार के आधार पर सभी प्रकार के सामाजिक बहिष्कार शामिल हैं कि कुछ व्यक्ति निम्न हैं: मद्रास हाईकोर्ट

मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में देखा कि "अस्पृश्यता" केवल जाति आधारित प्रथा नहीं, बल्कि इसमें सामाजिक बहिष्कार की सभी प्रथाएं शामिल हैं, जिनका आधार पवित्रता/प्रदूषण और पदानुक्रम/अधीनता के अनुष्ठानिक विचारों में है।अदालत ने कहा,"विशिष्ट जाति-आधारित प्रथा से परे जाकर 'अस्पृश्यता' में सामाजिक बहिष्कार की सभी प्रथाएं शामिल हैं जिनका आधार पवित्रता/प्रदूषण और पदानुक्रम/अधीनता के अनुष्ठानिक विचारों में है।"हाईकोर्ट ने मद्रास बार एसोसिएशन के सदस्यता नियमों से निपटने के दौरान ये महत्वपूर्ण टिप्पणियां कीं,...

ट्रेडमार्क उल्लंघन: पटना हाईकोर्ट ने जिला अदालत से 2014 में हीरो इकोटेक के खिलाफ हीरो साइकिल के मुकदमे की सुनवाई में तेजी लाने को कहा
ट्रेडमार्क उल्लंघन: पटना हाईकोर्ट ने जिला अदालत से 2014 में हीरो इकोटेक के खिलाफ हीरो साइकिल के मुकदमे की सुनवाई में तेजी लाने को कहा

पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) ने 2014 के ट्रेडमार्क उल्लंघन के मुकदमे में प्रतिवादियों को लिखित बयान दाखिल करने से रोकने के अपने आदेश को वापस लेने के पटना कोर्ट के फैसले के खिलाफ पंजाब स्थित हीरो साइकिल लिमिटेड की याचिका खारिज कर दी है।जस्टिस सुनील दत्त मिश्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में हीरो साइकिल के पक्ष में दिए गए निषेधाज्ञा को बहाल करते हुए ट्रायल कोर्ट से मुकदमे में तेजी लाने और इसे जल्द से जल्द पूरा करने का अनुरोध किया था।अदालत ने कहा,"उपरोक्त तथ्यों और परिस्थितियों के...

उड़ीसा हाईकोर्ट ने पीए की संदिग्ध मौत के लिए मलकानगिरी के पूर्व कलेक्टर के खिलाफ हत्या के आरोप को खारिज कि, इसकी जगह आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया
उड़ीसा हाईकोर्ट ने पीए की संदिग्ध मौत के लिए मलकानगिरी के पूर्व कलेक्टर के खिलाफ हत्या के आरोप को खारिज कि, इसकी जगह 'आत्महत्या के लिए उकसाने' का आरोप लगाया

उड़ीसा हाईकोर्ट ने 2019 में अपने निजी सहायक (पीए) की रहस्यमय मौत के लिए मलकानगिरी जिले के पूर्व कलेक्टर, आईएएस अधिकारी मनीष अग्रवाल के खिलाफ लगाए गए हत्या के आरोप को खारिज कर दिया।जस्टिस शशिकांत मिश्रा की एकल न्यायाधीश पीठ ने हालांकि, पूर्व जिला मजिस्ट्रेट और अन्य आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और आपराधिक साजिश के आरोप को बरकरार रखा।एकल न्यायाधीश पीठ ने कहा,“मृतक द्वारा आत्महत्या करने की घटनाओं से संबंधित उपरोक्त विवरण से प्रथम दृष्टया पता चलता है कि सभी तीन आरोपी व्यक्तियों...

16 वर्षीय किशोरी सेक्स के बारे में सोच-समझकर निर्णय लेने में सक्षम: मेघालय हाईकोर्ट ने प्रेमी के खिलाफ POCSO मामला रद्द किया
16 वर्षीय किशोरी सेक्स के बारे में सोच-समझकर निर्णय लेने में सक्षम: मेघालय हाईकोर्ट ने प्रेमी के खिलाफ POCSO मामला रद्द किया

मेघालय हाईकोर्ट ने नाबालिग पर यौन उत्पीड़न से संबंधित पॉक्सो एक्ट की धारा 3 और 4 के तहत अपराध के लिए दर्ज एफआईआर रद्द करते हुए माना कि 16 वर्षीय किशोर यौन संबंध के संबंध में सचेत निर्णय लेने में सक्षम है।जस्टिस डब्ल्यू डिएंगदोह की पीठ ने कहा,"इस न्यायालय का उस आयु वर्ग (लगभग 16 वर्ष की आयु के नाबालिग का संदर्भ) के किशोर के शारीरिक और मानसिक विकास को देखते हुए यह तर्कसंगत मानेगा कि ऐसा व्यक्ति संभोग के वास्तविक कार्य में अपनी भलाई के संबंध में सचेत निर्णय लेने में सक्षम है।"पीठ उस याचिका पर...

घरेलू हिंसा अधिनियम | मुस्लिम महिला तलाक के बाद भी भरण-पोषण की मांग कर सकती है: बॉम्बे हाईकोर्ट
घरेलू हिंसा अधिनियम | मुस्लिम महिला तलाक के बाद भी भरण-पोषण की मांग कर सकती है: बॉम्बे हाईकोर्ट

बॉम्बे हाईकोर्ट ने हाल ही में कहा कि मुस्लिम महिला तलाक के बाद भी घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम, 2005 (डीवी एक्ट) के तहत राहत मांग सकती है।जस्टिस जीए सनप ने घरेलू हिंसा मामले में अपनी पत्नी के लिए गुजारा भत्ता बढ़ाने के सत्र न्यायालय के आदेश के खिलाफ व्यक्ति के पुनर्विचार आवेदन को खारिज कर दिया।अदालत ने कहा,"... भले ही तर्क के लिए यह मान लिया जाए कि अनावेदक ने आवेदक को तलाक दे दिया है, डीवी एक्ट की धारा 12 के तहत शुरू की गई कार्यवाही में उसे भरण-पोषण से वंचित नहीं किया जा सकता...

NEET PG: तेलंगाना हाईकोर्ट ने एमसीसी को ट्रांसजेंडर उम्मीदवार को अनुसूचित जाति कैटेगरी के अलावा थर्ड जेंडर की स्थिति का लाभ देने का निर्देश दिया
NEET PG: तेलंगाना हाईकोर्ट ने एमसीसी को ट्रांसजेंडर उम्मीदवार को अनुसूचित जाति कैटेगरी के अलावा थर्ड जेंडर की स्थिति का लाभ देने का निर्देश दिया

तेलंगाना हाईकोर्ट ने मेडिकल काउंसलिंग आयोग को ट्रांसजेंडर उम्मीदवार को NEET PG 2023 में "अनुसूचित जाति" की स्थिति के अलावा, थर्ड जेंडर की स्थिति का लाभ देने का निर्देश दिया।चीफ जस्टिस उज्जल भुइयां और जस्टिस एन.तुकाराम जी की पीठ ने कहा,“इस बीच जब भी NEET PG 2023 के लिए काउंसलिंग शुरू होगी, उत्तरदाताओं विशेष रूप से प्रतिवादी नंबर 6 (मेडिकल काउंसलिंग कमीशन) याचिकाकर्ता की “अनुसूचित जाति” के उम्मीदवार की स्थिति के अलावा थर्ड जेंडर की स्थिति का लाभ भी बढ़ाएगा। NEET PG 2023 के लिए केंद्रीय कोटा के तहत...

माता तीसरे बच्चे की देखभाल अवकाश का लाभ उठा सकती है, यदि उसके बड़े बच्चों के समय इसका लाभ नहीं उठाया गया हो: केरल हाईकोर्ट
माता तीसरे बच्चे की देखभाल अवकाश का लाभ उठा सकती है, यदि उसके बड़े बच्चों के समय इसका लाभ नहीं उठाया गया हो: केरल हाईकोर्ट

केरल हाईकोर्ट ने हाल ही में प्रशासनिक न्यायाधिकरण के आदेश को बरकरार रखा जिसमें कहा गया था कि बाल देखभाल अवकाश (सीसीएल) सुविधा को केवल दो 'सबसे बड़े' जीवित बच्चों तक ही सीमित नहीं माना जा सकता, खासकर जब पहले दो बच्चों के संबंध में ऐसी सुविधा का लाभ नहीं उठाया गया हो।जस्टिस अलेक्जेंडर थॉमस और जस्टिस सी. जयचंद्रन की खंडपीठ ने केंद्रीय सिविल सेवा (अवकाश) नियम 1972 की धारा 43-सी की व्याख्या करते हुए कहा," सीसीएल लाभ 'दो बच्चों' के लिए उपलब्ध है, चाहे वे 'सबसे बड़े' हों या नहीं। नियम केवल यह है कि...

सेल डीड की फोटोकॉपी को लघु वाद न्यायालय अधिनियम की धारा 17 और सीपीसी की धारा 145 के प्रयोजनों के लिए जमानत के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है: इलाहाबाद हाईकोर्ट
सेल डीड की फोटोकॉपी को 'लघु वाद न्यायालय अधिनियम' की धारा 17 और सीपीसी की धारा 145 के प्रयोजनों के लिए जमानत के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है: इलाहाबाद हाईकोर्ट

इलाहाबाद ‌हाईकोर्ट ने कहा है कि सेल डीड की फोटोकॉपी को सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 की धारा 145 के साथ पठित प्रांतीय लघु वाद न्यायालय अधिनियम, 1887 की धारा 17 के प्रयोजनों के लिए ज़मानत के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। जस्टिस नीरज तिवारी की पीठ ने कहा कि दोनों प्रावधानों के प्रयोजनों के लिए, एक ज़मानतदार ऐसी प्रकृति का होना चाहिए, जिसे आवश्यकता पड़ने पर बेचा जा सकता है और चूंकि, सेल डीड की फोटोकॉपी के आधार पर, संपत्ति की बिक्री नहीं हो सकती है, इसलिए ऐसी जमानत स्वीकार नहीं की जा...

Writ Of Habeas Corpus Will Not Lie When Adoptive Mother Seeks Child
हिंदू बच्चों को कथित तौर पर बाइबल पढ़ने के लिए मजबूर किया गया: मप्र हाईकोर्ट ने राज्य को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि बाल आश्रय गृहों में कोई धार्मिक शिक्षा न दी जाए

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 (जेजे अधिनियम) के तहत पंजीकृत आश्रय गृहों में रहने वाले बच्चों को कोई धार्मिक शिक्षा नहीं दी जाए। जस्टिस विशाल धगट की एकल न्यायाधीश पीठ ने बच्चों को केवल धर्मनिरपेक्ष और आधुनिक शिक्षा प्रदान करने का निर्देश देते हुए कहा,"...यह राज्य सरकार को देखना है कि आश्रय गृहों में बच्चों को धार्मिक शिक्षा ना दी जाए, बल्कि उन्हें आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाए, जैसा कि किशोर न्याय...

मोरबी ब्रिज हादसा: गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने ओरेवा ग्रुप मैनेजर की जमानत याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग किया
मोरबी ब्रिज हादसा: गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने ओरेवा ग्रुप मैनेजर की जमानत याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग किया

गुजरात हाईकोर्ट के जस्टिस समीर जे. दवे ने गुरुवार को मोरबी पुल ढहने की घटना के संबंध में ओरेवा ग्रुप मैनेजर दिनेश दवे द्वारा दायर जमानत याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। इस हादसे में पिछले साल 135 लोग मारे गए थे। जैसे ही मामला उनके सामने सुनवाई के लिए आया, जस्टिस दवे ने खुद को मामले से अलग करते हुए कहा, " क्या यह मोरबी है? मेरे सामने नहीं ।" पिछले महीने, उन्होंने तीन आरोपियों (सुरक्षा गार्डों) को जमानत दी थी और इस महीने की शुरुआत में उन्होंने इसी मामले में दो आरोपियों (टिकट क्लर्कों) को...