कर्नाटक हाईकोर्ट

धर्मस्थल दफ़नाने का मामला: हाईकोर्ट ने निवासियों द्वारा चिन्हित स्थलों पर निरीक्षण और उत्खनन की मांग वाली याचिका पर नोटिस जारी किया
धर्मस्थल दफ़नाने का मामला: हाईकोर्ट ने निवासियों द्वारा चिन्हित स्थलों पर निरीक्षण और उत्खनन की मांग वाली याचिका पर नोटिस जारी किया

कर्नाटक हाईकोर्ट ने सोमवार को धर्मस्थल दफ़नाने के मामलों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) को शहर के दो निवासियों की याचिका पर नोटिस जारी किया, जिसमें उन्होंने चिन्हित स्थलों पर शवों का निरीक्षण और उत्खनन करने के लिए समयबद्ध कार्रवाई करने के उनके अनुरोध पर विचार करने का अनुरोध किया।जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने पुरंदर गौड़ा और अन्य द्वारा दायर याचिकाओं पर SIT को नोटिस जारी किया और कहा,"याचिकाकर्ताओं को अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा, क्योंकि अपराध संख्या 39/2025 (एक सफाई कर्मचारी द्वारा दर्ज की गई...

साइबर कमांड सेंटरों को मज़बूती से सुदृढ़ किया जाना चाहिए: कर्नाटक हाईकोर्ट ने प्रभावी संचालन के लिए सुझाव दिए
साइबर कमांड सेंटरों को मज़बूती से सुदृढ़ किया जाना चाहिए: कर्नाटक हाईकोर्ट ने प्रभावी संचालन के लिए सुझाव दिए

कर्नाटक हाईकोर्ट ने बुधवार (10 सितंबर) को कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए अदालती आदेश के तहत स्थापित साइबर कमांड सेंटरों (CCC) को मज़बूती से सुदृढ़ किया जाना चाहिए और उन्हें सिर्फ़ कागज़ों तक सीमित नहीं रहना चाहिए।जस्टिस एम. नागप्रसन्ना ने इस वर्ष 25 अप्रैल को अपने आदेश में राज्य सरकार से कहा कि वह ऐसे केंद्रों पर उपयुक्त अधिकारियों की नियुक्ति करके साइबर कमांड सेंटरों को क्रियाशील बनाए।इसके बाद सरकार ने 8 सितंबर को एक सरकारी आदेश पारित किया, जिस...

नाबालिग से विवाहित पुरुष द्वारा यौन शोषण अक्षम्य, कमजोर वर्ग की महिलाओं-बच्चों पर समाज रहे सतर्क: कर्नाटक हाईकोर्ट
नाबालिग से विवाहित पुरुष द्वारा यौन शोषण अक्षम्य, कमजोर वर्ग की महिलाओं-बच्चों पर समाज रहे सतर्क: कर्नाटक हाईकोर्ट

कर्नाटक हाईकोर्ट ने हाल ही में कहा कि एक विवाहित व्यक्ति द्वारा एक नाबालिग लड़की पर यौन उत्पीड़न का कृत्य अक्षम्य है और इसे सख्ती से देखा जाना चाहिए, न केवल बच्चों और महिलाओं के मन में विश्वास बहाल करने के लिए, बल्कि बड़े पैमाने पर समाज को एक मजबूत संकेत भेजने के लिए भी।पीठ ने कहा, "यहां यह देखा गया है कि, पीड़िता अनुसूचित जाति से संबंधित है और वह शोषण के उद्देश्य से अपीलकर्ता जैसे व्यक्तियों के प्रति अतिसंवेदनशील है। इसलिए, समाज के कमजोर वर्गों से संबंधित महिलाओं और बच्चों के प्रति अधिक सतर्क...

भविष्य की कार्रवाई के बहाने पेंशन रोकी नहीं जा सकती: कर्नाटक हाईकोर्ट
भविष्य की कार्रवाई के बहाने पेंशन रोकी नहीं जा सकती: कर्नाटक हाईकोर्ट

कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा है कि किसी पूर्व कर्मचारी की पेंशन और सेवानिवृत्ति लाभों को इस आधार पर अनिश्चितकाल तक रोका नहीं जा सकता कि भविष्य में कभी उस पर अनुशासनात्मक कार्यवाही हो सकती है।चीफ़ जस्टिस विभु बाखरु और जस्टिस सी. एम. जोशी की खंडपीठ ने यह टिप्पणी करते हुए बंगलोर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड की अपील खारिज कर दी। कंपनी ने एकल न्यायाधीश के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें कंपनी को कर्मचारी मालती बी को सेवानिवृत्ति लाभ—मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति अनुग्रह राशि, अवकाश नकदीकरण का लाभ और अन्य...

कर्नाटक हाईकोर्ट ने संविधान दिवस समारोह में अंबेडकर की तस्वीर न रखने के आरोपी विधान परिषद अधिकारी का निलंबन रद्द किया
कर्नाटक हाईकोर्ट ने संविधान दिवस समारोह में अंबेडकर की तस्वीर न रखने के आरोपी विधान परिषद अधिकारी का निलंबन रद्द किया

कर्नाटक हाईकोर्ट ने राज्य विधान परिषद की उप सचिव के.जे. जलजाक्षी के निलंबन को रद्द कर दिया। उन पर 26 नवंबर, 2024 को आयोजित संविधान दिवस समारोह में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की तस्वीर न लगाने का आरोप था। जस्टिस एचटी नरेंद्र प्रसाद ने रिकॉर्डों का अवलोकन करते हुए कहा,“क्या याचिकाकर्ता 26.11.2024 को आयोजित संविधान दिवस समारोह के दौरान प्रतिवादी संख्या 1 - परिषद के कार्यालय में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की तस्वीर न लगाने के लिए ज़िम्मेदार है, और क्या याचिकाकर्ता अकेले इसके लिए ज़िम्मेदार है, यह एक ऐसा मामला है...

गैरकानूनी सट्टेबाजी केस : Congress MLA की गिरफ्तारी को पत्नी की चुनौती, हाईकोर्ट ने ED को जारी किया नोटिस
गैरकानूनी सट्टेबाजी केस : Congress MLA की गिरफ्तारी को पत्नी की चुनौती, हाईकोर्ट ने ED को जारी किया नोटिस

कर्नाटक हाईकोर्ट ने बुधवार (3 सितंबर) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) को नोटिस जारी किया। यह नोटिस कांग्रेस विधायक (Congress MLA) के.सी. वीरेंद्र की पत्नी आर.डी. चैत्रा की याचिका पर जारी किया गया, जिसमें विधायक की गिरफ्तारी को अवैध मनमाना और संविधान के अनुच्छेद 19 व 21 के तहत मौलिक अधिकारों का उल्लंघन बताया गया।जस्टिस एम. आई. अरुण की पीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए ईडी को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई 8 सितंबर के लिए निर्धारित की।विधायक वीरेंद्र को ED ने 23 अगस्त, 2025 को अवैध...

धारा 112 साक्ष्य अधिनियम | बिना आवश्यकता के पितृत्व निर्धारित करने के लिए डीएनए परीक्षण के लिए बाध्य करना विवाह की पवित्रता और निजता के अधिकार का उल्लंघन है: कर्नाटक हाईकोर्ट
धारा 112 साक्ष्य अधिनियम | बिना आवश्यकता के पितृत्व निर्धारित करने के लिए डीएनए परीक्षण के लिए बाध्य करना विवाह की पवित्रता और निजता के अधिकार का उल्लंघन है: कर्नाटक हाईकोर्ट

कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा कि डीएनए परीक्षण की अनुमति केवल साक्ष्य अधिनियम की धारा 112 के तहत ही दी जानी चाहिए, जब बच्चे के जन्म के दौरान माता-पिता के बीच संपर्क की अनुपस्थिति साबित हो जाए, क्योंकि धारा 112 के तहत यह अनुमान सार्वजनिक नैतिकता और सामाजिक शांति पर आधारित है। न्यायालय ने आगे कहा कि बिना आवश्यकता के ऐसे परीक्षण कराना विवाह की पवित्रता के साथ-साथ दंपत्ति को दिए गए निजता और सम्मान के मौलिक अधिकार का भी उल्लंघन है।संदर्भ के लिए: भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 112 (भारतीय साक्ष्य अधिनियम...

कर्नाटक हाईकोर्ट सितंबर में सुनेगा विजय माल्या की याचिका, किंगफिशर कर्ज वसूली की जानकारी मांगी
कर्नाटक हाईकोर्ट सितंबर में सुनेगा विजय माल्या की याचिका, किंगफिशर कर्ज वसूली की जानकारी मांगी

कर्नाटक हाईकोर्ट ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या और यूनाइटेड ब्रेवरीज होल्डिंग्स लिमिटेड के निदेशक दलजीत महल की सितंबर में दायर याचिकाओं को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया, जिसमें संबंधित बैंकों को उनके, यूबीएचएल और अन्य प्रमाणपत्र देनदारों द्वारा बकाया राशि पर खातों का विवरण प्रदान करने का निर्देश देने की मांग की गई थी।याचिका में मांग की गई है कि ऋण वसूली न्यायाधिकरण द्वारा जारी संशोधित वसूली प्रमाण पत्र दिनांक 10.04.2017 के बाद से समय-समय पर अर्जित ब्याज को ध्यान में रखते हुए और समय-समय पर...

सरकारी कर्मचारी का तबादला केवल विधायक की सिफारिश पर किए जाने से अवैध नहीं: कर्नाटक हाईकोर्ट
सरकारी कर्मचारी का तबादला केवल विधायक की सिफारिश पर किए जाने से अवैध नहीं: कर्नाटक हाईकोर्ट

कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा है कि किसी सरकारी कर्मचारी का स्थानांतरण केवल विधान सभा सदस्य (विधायक) के कहने या उसकी सिफ़ारिश पर किए जाने से अमान्य नहीं होगा। जस्टिस एसजी पंडित और जस्टिस केवी अरविंद की खंडपीठ ने तहसीलदार एस वेंकटेशप्पा द्वारा दायर याचिका को खारिज करते हुए यह बात कही।उन्होंने कर्नाटक प्रशासनिक न्यायाधिकरण के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें प्रतिवादी संख्या 4 के स्थानांतरण और उनकी जगह 31.12.2024 की अधिसूचना के तहत नियुक्ति के आदेश को रद्द करने की उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया था।यह...

कर्नाटक हाईकोर्ट 30 अगस्त को ऑनलाइन मनी गेम्स पर प्रतिबंध लगाने वाले केंद्र के नए कानून के खिलाफ याचिका पर सुनवाई करेगा
कर्नाटक हाईकोर्ट 30 अगस्त को 'ऑनलाइन मनी गेम्स' पर प्रतिबंध लगाने वाले केंद्र के नए कानून के खिलाफ याचिका पर सुनवाई करेगा

कर्नाटक हाईकोर्ट शनिवार (30 अगस्त) को ऑनलाइन गेमिंग कंपनी हेड डिजिटल वर्क्स, जो 'ए23 रम्मी' का संचालन करती है, की उस याचिका पर सुनवाई करेगा जिसमें ऑनलाइन गेमिंग प्रचार एवं विनियमन अधिनियम 2025 को चुनौती दी गई है। यह अधिनियम 'ऑनलाइन मनी गेम्स' और बैंक सेवाओं व उससे संबंधित विज्ञापनों की पेशकश पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान करता है। यह याचिका गुरुवार (28 अगस्त) को जस्टिस बी एम श्याम प्रसाद की पीठ के समक्ष प्रस्तुत की गई, जिन्होंने कहा कि मामले की सुनवाई 30 अगस्त को होगी।उल्लेखनीय है कि यह नया...

कर्नाटक हाईकोर्ट ने महात्मा गांधी की आत्मकथा मामले में राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ जनहित याचिका खारिज की
कर्नाटक हाईकोर्ट ने महात्मा गांधी की आत्मकथा मामले में राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ जनहित याचिका खारिज की

कर्नाटक हाईकोर्ट ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य को महात्मा गांधी की आत्मकथा माई एक्सपेरिमेंट्स विद ट्रुथ' के 'खंड 2' पर प्रकाश डालने के निर्देश देने की मांग वाली जनहित याचिका खारिज की, जिसके गायब होने की बात कही गई है।चीफ जस्टिस विभु बाखरू और जस्टिस सीएम जोशी की खंडपीठ ने जागृत कर्नाटक, जागृत भारत नामक संगठन द्वारा दायर याचिका खारिज की, जिसका प्रतिनिधित्व इसके अध्यक्ष के एन मंजूनाथ ने स्वयं किया था।मंजूनाथ ने दावा किया कि गांधी की आत्मकथा के खंड 2 में...

सरकारी कर्मचारी का भाई अनुकंपा नियुक्ति के लिए पात्र है यदि कर्मचारी की पत्नी की मृत्यु उससे पहले हो जाती है, और उसके कोई बच्चे नहीं हैं: कर्नाटक हाईकोर्ट
सरकारी कर्मचारी का भाई अनुकंपा नियुक्ति के लिए पात्र है यदि कर्मचारी की पत्नी की मृत्यु उससे पहले हो जाती है, और उसके कोई बच्चे नहीं हैं: कर्नाटक हाईकोर्ट

कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा है कि यदि किसी कर्मचारी के जीवनसाथी की मृत्यु उससे पहले हो गई हो और कोई संतान न हो, तो मृतक कर्मचारी का केवल विवाहित होना ही मृतक के भाई को अनुकंपा नियुक्ति के आवेदन को अस्वीकार करने का आधार नहीं हो सकता। जस्टिस सूरज गोविंदराज ने के.के.आर.टी.सी., बल्लारी संभाग में कार्यरत मृतक कर्मचारी वीरेश मंटप्पा लोलासर की माता और भाई, मंतवा और संगन्ना द्वारा दायर याचिका को स्वीकार करते हुए यह निर्णय दिया।न्यायालय ने निगम को याचिकाकर्ता संख्या 2 (भाई) के आवेदन पर विचार करने और बारह...

कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया- बाइक टैक्सी एग्रीगेटर्स के लिए कोई आदेश नहीं, व्यक्तिगत चालकों को परेशान न करने की सलाह
कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया- बाइक टैक्सी एग्रीगेटर्स के लिए कोई आदेश नहीं, व्यक्तिगत चालकों को परेशान न करने की सलाह

कर्नाटक हाईकोर्ट ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उसने बुधवार (20 अगस्त) को पारित अपने आदेश में बाइक टैक्सी एग्रीगेटर्स को राज्य में संचालन की अनुमति देने के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की थी। यह स्पष्टीकरण चीफ जस्टिस विभु बखरू और जस्टिस सी एम जोशी की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई के दौरान आया।महाधिवक्ता शशि किरण शेट्टी ने खंडपीठ को सूचित किया कि 20 अगस्त के आदेश के तुरंत बाद ओला, उबर और रैपिडो जैसे एग्रीगेटर ऐप्स ने बाइक टैक्सी संचालन शुरू कर दिया था। इस पर खंडपीठ ने कहा, “हमने कोई आदेश नहीं दिया है। यदि...

हर वैध व्यापार संविधान के ज‌‌रिए संरक्षित: कर्नाटक हाईकोर्ट ने बाइक टैक्सी प्रतिबंध के खिलाफ याचिका पर कहा, राज्य मुद्दे पर विचार करने के लिए सहमत
हर वैध व्यापार संविधान के ज‌‌रिए संरक्षित: कर्नाटक हाईकोर्ट ने बाइक टैक्सी प्रतिबंध के खिलाफ याचिका पर कहा, राज्य मुद्दे पर विचार करने के लिए सहमत

कर्नाटक सरकार ने बुधवार को हाईकोर्ट को सूचित किया कि बाइक टैक्सियों के संबंध में निर्णय सरकार के सर्वोच्च स्तर पर लिया जाएगा। चीफ जस्टिस विभु बाखरू और जस्टिस सीएम जोशी की खंडपीठ द्वारा परिवहन के इस साधन को विनियमित करने के बजाय, इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने पर राज्य सरकार की खिंचाई के बाद यह निर्णय लिया गया है।न्यायाधीशों ने सुनवाई के दौरान मौखिक रूप से कहा, "आज ई-बाइक की भी अनुमति नहीं है। अब पूरी तरह से वैध व्यापार प्रतिबंधित है। जब तक आप किसी सेवा की अनुमति दे रहे हैं, आप उसे विनियमित कर सकते...

कर्नाटक हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: प्राइवेट अनएडेड स्कूल द्वारा किसी स्टूडेंट को एडमिशन न देना अनुच्छेद 21 का उल्लंघन नहीं
कर्नाटक हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: प्राइवेट अनएडेड स्कूल द्वारा किसी स्टूडेंट को एडमिशन न देना अनुच्छेद 21 का उल्लंघन नहीं

कर्नाटक हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि किसी प्राइवेट अनएडेड स्कूल द्वारा किसी स्टूडेंट को एडमिशन न देना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) का उल्लंघन नहीं है। जस्टिस सूरज गोविंदराज की बेंच ने यह टिप्पणी करते हुए मुजम्मिल काज़ी की याचिका खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने अपने नाबालिग बेटे को सेंट पॉल्स हाई स्कूल के एलकेजी में दाखिला दिलाने के लिए निर्देश मांगे थे।अदालत ने कहा कि एलकेजी में दाखिले से इनकार होने पर भी स्टूडेंट के पास कई अन्य स्कूलों में आवेदन करने और...