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'न्यायिक अवसंरचना केवल प्रशासनिक चिंता का विषय नहीं, यह न्याय की धारणा और क्रियान्वयन को भी आकार देती है': जस्टिस सूर्यकांत
सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस सूर्यकांत ने रविवार को मद्रास हाईकोर्ट में एक विरासत भवन के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।उन्होंने कहा,"मद्रास हाईकोर्ट, संस्थागत प्रतिबद्धता के संरक्षक और न्याय के प्रति हमारी सामूहिक खोज के प्रतीक के रूप में भारत के प्रतिष्ठित हाईकोर्ट्स में सर्वोच्च स्थान रखता है। 1862 में अपनी स्थापना के बाद से इस कोर्ट ने न्यायविदों की एक शानदार परंपरा को पोषित किया। आज हम जिस पुनर्निर्मित विरासत भवन का उद्घाटन कर रहे हैं, वह उस परंपरा को और मजबूत करता है।...
'AI पर आँख मूंदकर भरोसा न करें': बॉम्बे हाईकोर्ट ने असत्यापित AI-जनित केस कानूनों पर पारित आयकर निर्धारण रद्द किया
बॉम्बे हाईकोर्ट ने यह देखते हुए आयकर निर्धारण रद्द किया कि निर्धारण अधिकारी ने मूल्यांकन आदेश पारित करते समय गैर-मौजूद, AI-जनित केस कानूनों पर भरोसा किया था।अदालत ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के युग में कर अधिकारी ऐसे AI-जनित परिणामों पर आँख मूंदकर भरोसा नहीं कर सकते। अर्ध-न्यायिक कार्यों में AI-जनित केस कानूनों का उपयोग करने से पहले उनका क्रॉस-सत्यापन किया जाना चाहिए।जस्टिस बी.पी. कोलाबावाला और जस्टिस अमित एस. जामसांडेकर की खंडपीठ ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस युग में...
कर्मचारियों को केवल उसी तत्काल निचले पद पर वापस किया जा सकता है, जहां से उन्हें पदोन्नत किया गया, न कि सबसे निचले पद पर: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की जस्टिस संजय के. अग्रवाल और जस्टिस राधाकिशन अग्रवाल की खंडपीठ ने कहा कि किसी कर्मचारी को केवल उसी तत्काल निचले पद पर वापस किया जा सकता है जहां से उन्हें पदोन्नत किया गया और उन्हें उससे निचले पद पर वापस करना असंवैधानिक और कानून की दृष्टि से अनुचित है।पृष्ठभूमि तथ्ययाचिकाकर्ता की नियुक्ति शुरू में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में तकनीशियन ग्रेड-III के पद पर हुई। उन्हें क्रमिक रूप से पदोन्नति मिली। वे कनिष्ठ अभियंता (विद्युत) के पद पर पहुंचे। 15.07.2013 को उन्हें 19.06.2013 से...
पत्नी द्वारा शराब की लत के झूठे आरोप लगाने के बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने पति को तलाक की मंज़ूरी दी
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने यह देखते हुए एक व्यक्ति को क्रूरता के आधार पर तलाक की मंज़ूरी दी कि पत्नी ने उस पर शराब की लत के झूठे आरोप लगाए।ऐसा करते हुए कोर्ट ने मंडला के फैमिली कोर्ट का फैसला और डिक्री रद्द कर दिया, जिसमें पति की तलाक की याचिका को परित्याग और क्रूरता के आधार पर खारिज कर दिया गया।जस्टिस विशाल धगत और जस्टिस अनुराधा शुक्ला की खंडपीठ ने कहा,"हम इस अपील को इस आधार पर स्वीकार करते हैं कि नशे की लत का झूठा आरोप लगाकर क्रूरता की गई। साथ रहने को फिर से शुरू न करने के दृढ़ संकल्प के बावजूद...
मद्रास हाईकोर्ट ने Cryptocurrency को संपत्ति के रूप में मान्यता दी, कहा- इसे "ट्रस्ट में रखा जा सकता है"
मद्रास हाईकोर्ट ने शनिवार को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को एक प्रकार की संपत्ति के रूप में मान्यता दी, जिसका स्वामित्व, आनंद और ट्रस्ट में रखा जा सकता है। साथ ही न्यायालय ने निवेशक को सुरक्षा प्रदान की, जिसकी डिजिटल संपत्तियां एक बड़े साइबर हमले के बाद वज़ीरएक्स एक्सचेंज पर ज़ब्त कर ली गई थीं।जस्टिस एन आनंद वेंकटेश द्वारा अंतरिम राहत की मांग करने वाली मध्यस्थता याचिका पर पारित आदेश में सुप्रीम कोर्ट के दो फैसलों अहमद जी.एच. आरिफ बनाम संपत्ति कर आयुक्त और जिलुभाई नानभाई खाचर बनाम गुजरात...
पत्रकार की शिकायत के बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सरकारी अधिकारी के खिलाफ जालसाजी की FIR रद्द करने से किया इनकार
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सरकारी अधिकारी की याचिका खारिज की, जिसने अपने और अपने ड्राइवर के खिलाफ जालसाजी का आरोप लगाते हुए दर्ज FIR रद्द करने की मांग की थी। यह याचिका पत्रकार द्वारा दायर की गई शिकायत के बाद दायर की गई, जिसमें कहा गया कि उनके नाम से फर्जी शिकायतें परिवहन मंत्री और परिवहन आयुक्त को भेजी गईं।जस्टिस मिलिंद रमेश फड़के की पीठ ने कहा,"FIR और उससे जुड़ी सामग्री की सावधानीपूर्वक जांच करने पर यह न्यायालय इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि आरोपों को उनके मूल स्वरूप में देखने पर प्रथम दृष्टया...
अनुशासनात्मक प्राधिकारी की पूर्व स्वीकृति के बिना आरोपपत्र शुरू से ही अमान्य, बाद में इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती: दिल्ली हाईकोर्ट
जस्टिस नवीन चावला और जस्टिस मधु जैन की दिल्ली हाईकोर्ट की खंडपीठ ने कहा कि केंद्रीय सिविल सेवा (CCA) नियम, 1965 के नियम 14(3) के तहत सक्षम अनुशासनात्मक प्राधिकारी की पूर्व स्वीकृति के बिना जारी किया गया आरोपपत्र शुरू से ही अमान्य है, कानून में अस्तित्वहीन है। इसके अलावा, इसे बाद में पुष्टि द्वारा मान्य नहीं किया जा सकता।पृष्ठभूमि तथ्यरक्षा मंत्रालय में संयुक्त निदेशक के विरुद्ध कदाचार के आरोपों पर केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 के नियम 3(1)(iii) का उल्लंघन करने के आरोप में आरोपपत्र जारी...
POCSO Act में लोक सेवक का अर्थ
शब्द लोक सेवक का तात्पर्य ऐसे व्यक्ति से है, जो इस समय सेवा में, जब कोर्ट से अपराध का संज्ञान लेने के लिए कहा गया हो। बलात्संग के अपराध से सम्बन्धित विधि में परिवर्तन के लिए प्रेरणा विख्यात मथुरा वाद जहाँ पीडिता मथुरा नामक जनजातीय लड़की थी ने बलात्संग के अपराध से सम्बन्धित विधि में परिवर्तन के लिए प्रभावित किया था। वर्तमान वाद में एक युवा लड़की के साथ पुलिस थाना में बलात्संग किए जाने का अभिकथन किया गया था। उसे स्वयं उसके भाई के द्वारा परिवाद पर उसके पति के साथ रात में पूछताछ के लिए बुलाया गया...
POCSO Act में गुरुतर लैंगिक हमले से संबंधित प्रावधान
इस एक्ट की धारा 5 गुरुतर लैंगिक हमले की परिभाषा देती है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि गुरुतर अर्थात बड़ा। अगर कोई किसी विश्वास के पद पर रहते हुए किसी बालक के साथ लैंगिक हमला करता है तो इसे गुरुतर लैंगिक हमला माना गया है। जैसे एक पुलिस अधिकारी पद पर रहते हुए अगर लैंगिक हमला करेगा तो यह गुरुतर लैंगिक हमला होगा। इस आलेख में धारा 5 पर प्रकाश डाला जा रहा है।एक मामले में कहा गया है कि तीन वर्ष की लड़की की योनि में अंगुली डालना, जो चिकित्सीय साक्ष्य के द्वारा समर्पित है इसमें कोई संदेह नहीं छोड़ता है...
सुप्रीम कोर्ट वीकली राउंड अप : सुप्रीम कोर्ट के कुछ खास ऑर्डर/जजमेंट पर एक नज़र
सुप्रीम कोर्ट में पिछले सप्ताह (20 अक्टूबर, 2025 से 24 अक्टूबर, 2025 तक) तक क्या कुछ हुआ, जानने के लिए देखते हैं सुप्रीम कोर्ट वीकली राउंड अप। पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट के कुछ खास ऑर्डर/जजमेंट पर एक नज़र।उत्तर प्रदेश धर्मांतरण विरोधी कानून में कठोर शर्तें, धर्मांतरित व्यक्ति का विवरण प्रकाशित करने के आदेश की जांच की आवश्यकता हो सकती है: सुप्रीम कोर्टप्रयागराज स्थित सैम हिगिनबॉटम कृषि प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय (SHUATS) के कुलपति और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कथित रूप से लोगों के जबरन...
औद्योगिक विवाद अधिनियम के तहत मेडिकल सेल्स प्रतिनिधि 'कर्मचारी' नहीं: दिल्ली हाईकोर्ट
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि अपने कार्यक्षेत्र में विशिष्ट प्रशिक्षण प्राप्त मेडिकल सेल्स प्रतिनिधि को औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 (Industrial Disputes Act) के तहत 'कर्मचारी' नहीं माना जा सकता।अधिनियम की धारा 2(s) 'कर्मचारी' की परिभाषा किसी भी उद्योग में नियोजित किसी भी व्यक्ति को मानती है, जो शारीरिक, अकुशल, कुशल, तकनीकी, परिचालन, लिपिकीय या पर्यवेक्षी कार्य करता है।एक मेडिकल सेल्स प्रतिनिधि का काम डॉक्टरों से मिलना और उन्हें उस मेडिकल कंपनी द्वारा लॉन्च की गई सभी नई दवाओं और उत्पादों के बारे में...
NHAI Act | NHAI राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, प्रबंधन और रखरखाव तथा सुविधाओं के निर्माण के लिए बाध्य: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिनियम, 1988 (NHAI Act) के तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के वैधानिक कर्तव्यों को दोहराते हुए जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने कहा कि NHAI कानूनी रूप से अपने अधीन राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, प्रबंधन और रखरखाव तथा ऐसे राजमार्गों के निकट सड़क किनारे सुविधाओं के निर्माण के लिए बाध्य है।जस्टिस संजय धर ने राजिंदर सिंह नामक व्यक्ति द्वारा दायर रिट याचिका खारिज करते हुए ये महत्वपूर्ण टिप्पणियां कीं, जिसमें जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर...
राजधानी के CCTV फुटेज तक जनता की पहुंच की मांग वाली याचिका खारिज
दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में दिल्ली के CCTV फुटेज को सार्वजनिक करने की मांग वाली जनहित याचिका खारिज की।सेव इंडिया फ़ाउंडेशन द्वारा दायर याचिका में दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार द्वारा लगाए गए कैमरों से CCTV फ़ीड को समयबद्ध तरीके से सार्वजनिक डोमेन पर अपलोड और साझा करने का निर्देश देने की मांग की गई।चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस तुषार राव की खंडपीठ ने ऐसा कोई भी निर्देश देने से इनकार करते हुए कहा कि शहर के CCTV फुटेज की निगरानी पुलिस के कर्तव्य के अंतर्गत आती है और आम जनता द्वारा यह काम नहीं...
राज्य ऊर्जा निदेशालय नवीकरणीय ऊर्जा प्रमाणपत्रों के लिए मान्यता को अस्वीकार नहीं कर सकता: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा कि ऊर्जा निदेशालय को नवीकरणीय ऊर्जा प्रमाणपत्र प्रणाली के तहत मान्यता के लिए आवेदन को अस्वीकार करने का अधिकार नहीं है, क्योंकि ऐसे निर्णय केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग द्वारा नामित केंद्रीय एजेंसी के विशेष अधिकार क्षेत्र में आते हैं।जस्टिस अजय मोहन गोयल ने टिप्पणी की:"नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से बिजली उत्पादन में लगी कोई उत्पादन कंपनी पंजीकरण के लिए आवेदन करने के योग्य है या नहीं... इसका निर्णय केंद्रीय एजेंसी द्वारा किया जाना है, न कि राज्य एजेंसी द्वारा।"याचिकाकर्ता...
भूटान के लॉ ग्रेजुएट के लिए सुप्रीम कोर्ट में लॉ क्लर्क के दो पद उपलब्ध होंगे: चीफ जस्टिस बीआर गवई
भारत और भूटान के बीच न्यायिक सहयोग को गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) बीआर गवई ने घोषणा की कि सुप्रीम कोर्ट में लॉ क्लर्क के दो पद भूटान के लॉ ग्रेजुएट को प्रतिवर्ष प्रदान किए जाएंगे।यह घोषणा चीफ जस्टिस गवई की भूटान की आधिकारिक यात्रा के दौरान की गई, जहां उन्होंने 25 अक्टूबर को भूटान के महामहिम राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और एक दिन पहले प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे के साथ बैठकें कीं। चीफ जस्टिस ने दोनों देशों की न्यायपालिकाओं के बीच सहयोग...
दिल्ली हाईकोर्ट ने उदयपुर के ताज लेक पैलेस पर Deepfake वीडियो हटाने का आदेश दिया
दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में उदयपुर के प्रसिद्ध होटल ताज लेक पैलेस के कर्मचारियों द्वारा मेहमानों को ज़हर देने का आरोप लगाते हुए एक कथित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जनित Deepfake वीडियो को हटाने का आदेश दिया।जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा ने कहा कि वीडियो की सामग्री प्रथम दृष्टया झूठी है और सीधे तौर पर होटल की प्रतिष्ठा का हनन करती है।यह मुकदमा टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड द्वारा दायर किया गया, जो होटल ब्रांड ताज का संचालन करती है।गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में हाईकोर्ट ने ताज को...
झूठी पुलिस शिकायत के शिकार खुद कर सकते हैं धारा 211 IPC के तहत मुकदमा, धारा 195 CrPC लागू नहीं होगी: दिल्ली हाईकोर्ट
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति पर झूठा आरोप लगाया गया है और वह अदालत तक नहीं पहुंचा, तो वह खुद धारा 211 IPC के तहत आरोपी के खिलाफ कार्यवाही कर सकता है, इसके लिए कोर्ट से अनुमति जरूरी नहीं।मामले में Sunair Hotels Ltd. ने VLS Finance Ltd. के खिलाफ चोरी की झूठी शिकायत दर्ज की थी, जो आयकर विभाग की पुष्टि के बाद बंद हो गई। प्रतिवादी ने इसके खिलाफ धारा 211 IPC के तहत मुकदमा दायर किया। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि धारा 195 CrPC केवल तब लागू होती है जब झूठा आरोप किसी न्यायिक कार्यवाही में या...
कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा: BCI ने AIBE परिणामों की वैधता 21 मार्च 2026 तक बढ़ाई
कर्नाटक हाईकोर्ट ने हाल ही में बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) के निर्णय को दर्ज किया, जिसमें ऑल इंडिया बार एग्ज़ामिनेशन (AIBE) परिणामों की वैधता 21 मार्च 2026 तक बढ़ा दी गई है। यह आदेश दो विधि स्नातकों द्वारा दाखिल रिट याचिका को निपटाने के दौरान आया, जिन्होंने वकील के रूप में नामांकन में देरी की शिकायत की थी।जस्टिस सुरज गोविंदराज ने याचिका सुनते हुए कहा कि BCI ने “उन छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखा है, जिन्होंने AIBE पास किया है” और इसलिए “AIBE परिणामों की वैधता 21.03.2026 तक बढ़ाना उचित...
AI वकीलों और जजों की मदद कर सकता है, उनकी जगह नहीं ले सकता: जस्टिस सूर्यकांत
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि तकनीक कानूनी प्रक्रियाओं में सहायक हो सकती है, लेकिन न्याय का मानव पहलू कभी नहीं बदला जा सकता। उन्होंने 29वें राष्ट्रीय विधिक सम्मेलन, श्रीलंका में मुख्य भाषण देते हुए कहा कि वकीलों और न्यायालयों का काम डेटा या एल्गोरिदम में नहीं, बल्कि विवेक और करुणा में निहित है।जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “AI साक्ष्य अध्ययन, ड्राफ्ट और असंगतियों को दिखा सकता है, लेकिन गवाह की आवाज़ में कांपना, याचिका में छिपी पीड़ा या निर्णय का नैतिक भार महसूस नहीं कर सकता। न्यायाधीश...
उपभोक्ता आयोग ने दोषपूर्ण लैपटॉप पर HP India और डीलर को मुआवज़ा और रिफंड देने का आदेश दिया
एर्नाकुलम जिला उपभोक्ता आयोग, जिसमें अध्यक्ष श्री डी.बी. बीनू और सदस्य श्री वी. रामचंद्रन व श्रीमती श्रीविद्या टी.एन. शामिल थे, ने एचपी इंडिया सेल्स प्रा. लि. और सिस्टमैनटेक को सेवा में कमी और अनुचित व्यापार प्रथा के लिए संयुक्त रूप से जिम्मेदार ठहराया। आयोग ने दोनों को ₹1,14,000 लैपटॉप वापसी पर लौटाने, ₹20,000 मुआवज़े और ₹5,000 मुकदमेबाज़ी खर्च देने का निर्देश दिया, साथ ही 45 दिन में पालन न होने पर 9% ब्याज लगाने का आदेश दिया।पूरा मामला: शिकायतकर्ता अब्राहम पॉल, जो करुण्या इंस्टीट्यूट ऑफ...




















