संपादकीय

आदेश 41 नियम 27 सीपीसी : सच्चा परीक्षण यही है कि क्या अपीलीय अदालत जोड़ने की मांग किए जाने वाले अतिरिक्त साक्ष्यों पर विचार किए बिना फैसला सुना सकती है : सुप्रीम कोर्ट
आदेश 41 नियम 27 सीपीसी : सच्चा परीक्षण यही है कि क्या अपीलीय अदालत जोड़ने की मांग किए जाने वाले अतिरिक्त साक्ष्यों पर विचार किए बिना फैसला सुना सकती है : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (10 मार्च 2022) को दिए गए एक फैसले में, सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश 41 नियम 27 की व्याख्या की, जो किसी अपीलीय अदालत को असाधारण परिस्थितियों में अतिरिक्त सबूत लेने में सक्षम बनाता है।अदालत ने कहा कि अतिरिक्त सबूत जोड़ने की मांग करने वाले एक आवेदन की अनुमति दी जा सकती है जहां (1) अतिरिक्त सबूत पेश करने की मांग मामले पर संदेह के बादल को हटा देती है और (2) वाद में मुख्य मुद्दे पर सबूत का प्रत्यक्ष और (3) महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है और न्याय के हित में स्पष्ट रूप से यह...

सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली
अपीलीय न्यायालय बरी करने के आदेश की अपील में सबूतों की गहन जांच में शामिल हो, खुद को संतुष्ट भी करे कि क्या ट्रायल कोर्ट का निर्णय संभव और प्रशंसनीय दृष्टिकोण है : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दोहराया है कि अपीलीय न्यायालय से बरी होने के खिलाफ अपील से निपटने के दौरान न केवल उसके सामने सबूतों की जांच करने की उम्मीद की जाती है, बल्कि वो खुद को संतुष्ट करने के लिए कर्तव्यबद्ध भी है कि क्या ट्रायल कोर्ट का निर्णय संभव और प्रशंसनीय दोनों है ?जस्टिस एसके कौल और जस्टिस एमएम सुंदरेश की पीठ ने एनडीपीएस से संबंधित एक मामले में एक आरोपी की सजा को पलटने के हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ एक आपराधिक अपील पर विचार करते हुए यह टिप्पणी की।इस मुद्दे पर फैसला सुनाने के लिए, बेंच...

क्या एलएमवी लाइसेंस 7500 किलो से कम वजन वाले परिवहन वाहन को चलाने की अनुमति देता है ? सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ ने मुकुंद देवांगन फैसले पर संदेह जताया, बड़ी पीठ को भेजा
क्या एलएमवी लाइसेंस 7500 किलो से कम वजन वाले परिवहन वाहन को चलाने की अनुमति देता है ? सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ ने 'मुकुंद देवांगन' फैसले पर संदेह जताया, बड़ी पीठ को भेजा

सुप्रीम कोर्ट की तीन-न्यायाधीशों की बेंच ने एक बड़ी बेंच को इस मुद्दे को संदर्भित किया है कि क्या कोई व्यक्ति, हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के ड्राइविंग लाइसेंस के बल पर, 7500 किलोग्राम से कम वजन वाले परिवहन वाहन को चला सकता है?जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एस रवींद्र भट और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की तीन न्यायाधीशों की पीठ ने मुकुंद देवांगन बनाम ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (2017) 14 SCC 663 मामले में एक समन्वय पीठ द्वारा दिए गए निर्णय की शुद्धता पर संदेह किया।दरअसल मुकुंद देवांगन में, तीन-न्यायाधीशों...

लखीमपुर खीरी के अहम गवाह पर हमला हुआ: प्रशांत भूषण ने आशीष मिश्रा की जमानत के खिलाफ चुनौती पर जल्द सुनवाई की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट को बताया
"लखीमपुर खीरी के अहम गवाह पर हमला हुआ": प्रशांत भूषण ने आशीष मिश्रा की जमानत के खिलाफ चुनौती पर जल्द सुनवाई की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट को बताया

अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि लखीमपुर खीरी मामले के एक गवाह पर बीती रात हमला किया गया।यह कहते हुए भूषण ने मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा को दी गई जमानत के खिलाफ अपराध पीड़ितों के परिवारों द्वारा दायर याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग की।पिछले हफ्ते भी भूषण ने याचिका की तत्काल सूची की मांग की थी, जिस पर सीजेआई रमण ने इसे आज (11 मार्च) सूचीबद्ध करने पर सहमति व्यक्त की थी। हालांकि इस मामले को आज सूचीबद्ध नहीं किया गया है।भूषण ने आज...

महिला न्यायाधीशों की उपस्थिति विविधता बढ़ाती है, न्यायालयों को अधिक लोकतांत्रिक वैधता प्रदान करती है: जस्टिस बी.वी. नागरत्ना
महिला न्यायाधीशों की उपस्थिति विविधता बढ़ाती है, न्यायालयों को अधिक लोकतांत्रिक वैधता प्रदान करती है: जस्टिस बी.वी. नागरत्ना

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने गुरुवार को 'महिला न्यायाधीशों का अंतरराष्ट्रीय दिवस' मनाने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया।शीर्ष न्यायालय की चार महिला न्यायाधीशों, न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी, न्यायमूर्ति हेमा कोहली, बी.वी. नागरत्ना और बेला एम. त्रिवेदी के साथ सीजेआई एन वी रमाना शामिल हुए। वर्चुअल कार्यक्रम में प्रतिभागियों और दर्शकों को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला न्यायाधीश दिवस पीठ की महिला सदस्यों की विभिन्न उपलब्धियों के प्रतीक के रूप में मनाया...

National Uniform Public Holiday Policy
डीवी एक्ट के तहत पति-पत्नी के बीच विवाद में बेदखली की डिक्री पाने वाले मकान मालिक को भुगतना न पड़े: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत पति और पत्नी के बीच विवाद में उस मकान मालिक को पीड़ित नहीं होना चाहिए, जो बेदखली की डिक्री का हकदार है।जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ दिल्ली हाईकोर्ट के 13 मई, 2021 के आदेश ("आक्षेपित निर्णय") के खिलाफ एसएलपी पर विचार कर रही थी।आक्षेपित निर्णय में, हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा था जिसमें कहा गया था कि परिसर पर दंपती का अनधिकृत और अवैध कब्जा था और पट्टेदार को सूट परिसर का कब्जा दे रहे थे।पीठ ने दिल्ली...

महिलाओं की समानता की स्थिति वास्तविक व्यवहार की तुलना में किताबों में अधिक: न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी
महिलाओं की समानता की स्थिति वास्तविक व्यवहार की तुलना में किताबों में अधिक: न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी

महिला न्यायाधीशों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस को मनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में बोलते हुए सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय संविधान महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को खत्म करने का आदेश देता है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि महिलाओं की समानता वास्तविक व्यवहार की तुलना में किताबों में अधिक है।न्यायमूर्ति बनर्जी ने कहा कि आज भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व उन लोगों में कम है जो भविष्य की पीढ़ियों को प्रभावित करने वाले निर्णय लेते हैं और...

पैनल अधिवक्ताओं की नियुक्ति में महिलाओं को वरीयता दी जाए, कानूनी शिक्षा में लड़कियों को आरक्षण होना चाहिए : सीजेआई रमाना
पैनल अधिवक्ताओं की नियुक्ति में महिलाओं को वरीयता दी जाए, कानूनी शिक्षा में लड़कियों को आरक्षण होना चाहिए : सीजेआई रमाना

भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने महिला न्यायाधीशों के अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि पैनल अधिवक्ताओं के रूप में नियुक्ति करते समय महिलाओं को वरीयता दी जानी चाहिए, जिससे पीठ के समक्ष उनकी उपस्थिति और दृश्यता बढ़ सके। सीजेआई रमना ने कहा," महिला प्राकृतिक रूप से बहुआयामी होती हैं और इसलिए उन पर पेशे में सफल होने के लिए बाध्य है, लेकिन अगर वह केवल कुछ व्यक्तिगत मामलों पर निर्भर रहती हैं, जो उनके पास आते हैं तो ऐसे में अदालतों के समक्ष उसकी...

लिव इन पार्टनर के पक्ष में गिफ्ट डीड : सुप्रीम कोर्ट ने कहा, दाता और प्राप्तकर्ता के बीच संबंधों पर मूल्य निर्णय पारित नहीं करना चाहिए, यदि डीड वैध रूप से निष्पादित की गई थी
लिव इन पार्टनर के पक्ष में गिफ्ट डीड : सुप्रीम कोर्ट ने कहा, दाता और प्राप्तकर्ता के बीच संबंधों पर "मूल्य निर्णय" पारित नहीं करना चाहिए, यदि डीड वैध रूप से निष्पादित की गई थी

सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि उपहार डीड की वैधता का निर्धारण करते समय, न्यायालयों को दाता और प्राप्तकर्ता के बीच संबंधों पर "मूल्य निर्णय" पारित नहीं करना चाहिए, और सिर्फ एक चीज जो मायने रखती है वह यह है कि क्या डीड वैध रूप से निष्पादित की गई थी।कोर्ट एक महिला के पक्ष में पुरुष द्वारा निष्पादित एक डीड को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रहा था जो उसकी लिव-इन पार्टनर थी।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वसीयतनामा या गैर-वसीयतनामा संबंधी स्वभाव का निर्धारण करते समय, न्यायालयों को तब तक ट्रांसफर हस्तांतरण...

हिमाचल की फार्मा कंपनी ने खराब गुणवत्ता वाली ऑफलोविस दवा की आपूर्ति की: चेन्नई कोर्ट ने भागीदारों पर 1.2 लाख रुपये जुर्माना लगाया
हिमाचल की फार्मा कंपनी ने खराब गुणवत्ता वाली 'ऑफलोविस' दवा की आपूर्ति की: चेन्नई कोर्ट ने भागीदारों पर 1.2 लाख रुपये जुर्माना लगाया

चेन्नई की एक अदालत ने हिमाचल स्थित क्विक्सोटिक हेल्थ केयर के भागीदारों को 'ऑफलोविस' दवा के खराब गुणवत्ता वाले वेरिएंट की आपूर्ति करने का दोषी पाया है, जिससे ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 की धारा 18 (ए) और 18 (बी) का उल्लंघन होता है।XV मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट, जॉर्ज टाउन के समक्ष फार्मास्युटिकल फर्म के तीन भागीदारों ने अपना अपराध स्वीकार किया और दोषी ज्ञापन दायर किया। यह ध्यान देने योग्य है कि ए1 -मैसर्स क्विक्सोटिक हेल्थ केयर और ए2-श्री सतीश सिंघल, जो फर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य...

सुप्रीम कोर्ट ने टेलीकास्ट बैन को चुनौती देने वाली मीडिया वन चैनल की याचिका पर केंद्र को नोटिस जारी किया
सुप्रीम कोर्ट ने टेलीकास्ट बैन को चुनौती देने वाली मीडिया वन चैनल की याचिका पर केंद्र को नोटिस जारी किया

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने गुरुवार को मीडिया वन (MediaOne) द्वारा दायर विशेष अनुमति याचिका (SLP) में नोटिस जारी किया, जिसमें केरल उच्च न्यायालय के सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा उस पर लगाए गए प्रतिबंध को बरकरार रखने के आदेश का विरोध किया गया था।जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस विक्रम नाथ की बेंच ने अंतरिम राहत की प्रार्थना पर विचार करने के लिए मामले को अगले मंगलवार (15 मार्च) के लिए पोस्ट कर दिया है।पीठ ने केंद्र से प्रासंगिक फाइलें (गृह मंत्रालय की फाइलें जिन्होंने...

सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली
कर्मचारी सिर्फ इस आधार पर एसीपी की मांग नहीं कर सकता कि ये एमएसीपी से ज्यादा लाभकारी है : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के उस फैसले को रद्द कर दिया है जिसमें 1 जनवरी, 2006 से मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेस(एमएसीपी) योजना को दिल्ली विकास प्राधिकरण में लागू करने का निर्देश दिया गया था।जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एस रवींद्र भट और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ दिल्ली विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों को 1 जनवरी, 2006 से एमएसीपी का लाभ देने के दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली एसएलपी पर विचार कर रही थी।सुप्रीम कोर्ट ने माना कि कर्मचारी एश्योर्ड करियर प्रोग्रेस (एसीपी) योजना के...

सीआरपीसी धारा 394 के तहत मृतक अपीलकर्ता की ओर से पेश हुए वकील/ एमिक्स क्यूरी को अपील जारी रखने के लिए निकट संबंधी नहीं माना जा सकता : सुप्रीम कोर्ट
सीआरपीसी धारा 394 के तहत मृतक अपीलकर्ता की ओर से पेश हुए वकील/ एमिक्स क्यूरी को अपील जारी रखने के लिए 'निकट संबंधी' नहीं माना जा सकता : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अपील जारी रखने के उद्देश्य से सीआरपीसी की धारा 394 के तहत मृतक अपीलकर्ता की ओर से पेश हुए एमिक्स क्यूरी को 'निकट संबंधी' नहीं माना जा सकता।जस्टिस विनीत सरन और जस्टिस अनिरुद्ध बोस की पीठ ने कहा कि एक अपराधी द्वारा दायर की गई आपराधिक अपील उसकी मृत्यु पर समाप्त हो जाएगी यदि अपील जारी रखने के लिए अनुमति के लिए 30 दिनों के भीतर किसी करीबी रिश्तेदार माता-पिता, पति या पत्नी, वंशज, भाई या बहन द्वारा नहीं कोई आवेदन किया जाता है।इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपीलकर्ता को...

जाति के आधार पर सशस्त्र बलों को नहीं बांटा जा सकता: सुप्रीम कोर्ट ने एनडीए में एससी/एसटी आरक्षण की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार किया
'जाति के आधार पर सशस्त्र बलों को नहीं बांटा जा सकता': सुप्रीम कोर्ट ने एनडीए में एससी/एसटी आरक्षण की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार किया

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने मंगलवार (8 मार्च) को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण की मांग वाली याचिका से निपटने के लिए अनिच्छा व्यक्त की।न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति एमएम सुंदर की पीठ ने कहा कि वह एनडीए में महिलाओं के शामिल होने के मुद्दे से निपट रही है और स्पष्ट किया कि वह जाति आधारित आरक्षण की याचिका पर विचार नहीं करेगी।पीठ कुश कालरा बनाम भारत संघ के मामले पर विचार कर रही थी, जो एनडीए में महिलाओं को शामिल...

केवल वैकेंसी होने से किसी कर्मचारी के पक्ष में पूर्वव्यापी प्रोमोशन के अधिकार का गठन नहीं होगा : सुप्रीम कोर्ट
केवल वैकेंसी होने से किसी कर्मचारी के पक्ष में पूर्वव्यापी प्रोमोशन के अधिकार का गठन नहीं होगा : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि केवल वैकेंसी (रिक्ति) होने से किसी कर्मचारी के पक्ष में पूर्वव्यापी प्रोमोशन के अधिकार का गठन नहीं होगा।जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एमएम सुंदरेश की पीठ ने कहा कि किसी पद पर पदोन्नति केवल पदोन्नति की तारीख से दी जानी चाहिए, न कि उस तारीख से जिस दिन रिक्ति हुई है।एमएस पूनम, जो जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड-II ("जेएजी-II") अधिकारी के पद पर कार्यरत थीं, उक्त क्षमता में वर्ष 2010 में स्वेच्छा से सेवानिवृत्त हुईं। सुरेश गुप्ता को एडहॉक आधार पर जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव...

सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों की चुनौती पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से 2021 के वरिष्ठ पदनामों का रिकॉर्ड मांगा

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने मंगलवार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab And Haryana High Court) से पिछले साल 19 अधिवक्ताओं को दिए गए वरिष्ठ पद के संबंध में रिकॉर्ड मांगा।न्यायमूर्ति यूयू ललित, न्यायमूर्ति रवींद्र भट और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की खंडपीठ उच्च न्यायालय द्वारा अपनाई जाने वाली वरिष्ठ पदनाम प्रक्रिया को चुनौती देने वाले तीन अधिवक्ताओं द्वारा दायर एक रिट याचिका पर विचार कर रही थी।सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि यदि उनके रिश्तेदार...

सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली
शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से लड़कियों को राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में एडमिशन दिया जाएगा: केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया

केंद्र सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को सूचित किया कि शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 से लड़कियों को राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों (आरएमएस) में एडमिशन दिया जाएगा।आरएमएस में एडमिशन के संबंध में, जो सभी ब्वॉयज स्कूल हैं और भारतीय सैनिकों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने वाली संस्था के रूप में कार्य करता है, पीठ ने कहा कि हलफनामे में शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 से लड़कियों को शामिल करने का आश्वासन दिया गया है।न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश की पीठ ने आदेश में...