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चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस निखिल करियल
जस्टिस निखिल कारियल ट्रांसफर विवाद- 'हम आपत्तियों की जांच करेंगे': सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने गुजरात के वकीलों को आश्वासन दिया, उन्हें हड़ताल खत्म करने के लिए कहा

भारत के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस निखिल करियल के पटना हाईकोर्ट में प्रस्तावित ट्रांसफर पर एसोसिएशन द्वारा उठाई जा रही आपत्तियों पर चर्चा करने के लिए आज गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।सीजेआई ने बार के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों की विधिवत जांच की जाएगी। हालांकि, उन्होंने आगे कहा कि ऐसा आश्वासन दिया गया है, इसलिए वकीलों को काम से दूर नहीं रहना चाहिए।कॉलेजियम के 2 अन्य सदस्यों (जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस मुकेश आर....

फैमिली कोर्ट डिफॉल्ट के खारिज होने के बाद सीआरपीसी की धारा 125 के तहत आवेदन को बहाल कर सकता है: उड़ीसा हाईकोर्ट
फैमिली कोर्ट डिफॉल्ट के खारिज होने के बाद सीआरपीसी की धारा 125 के तहत आवेदन को बहाल कर सकता है: उड़ीसा हाईकोर्ट

उड़ीसा हाईकोर्ट ने कहा कि फैमिली कोर्ट के पास सीआरपीसी की धारा 125 आवेदन को बहाल करने के लिए 'अंतर्निहित शक्ति' है, जिसे पहले गैर-अभियोजन के लिए खारिज कर दिया गया था।जस्टिस राधा कृष्ण पटनायक की एकल पीठ ने कहा,"जब रखरखाव की कार्यवाही डिफ़ॉल्ट के कारण खारिज कर दी जाती है और यदि यह दावा किया जाता है कि किसी प्रावधान के अभाव में इसे बहाल करने के लिए अदालत के अधिकार क्षेत्र का अभाव है, तो इसे गैर-अभियोजन के लिए कैसे खारिज किया जा सकता था, फिर से सीआरपीसी में कोई प्रावधान नहीं है। न्यायालय के अनुसार...

ज्ञानवापी :   इस पर विचार कर रहे हैं कि शिव लिंग आयु निर्धारित करने के लिए कौन से आधुनिक तरीके अपनाए जा सकते हैं: इलाहाबाद हाईकोर्ट में एएसआई ने कहा
ज्ञानवापी : " इस पर विचार कर रहे हैं कि 'शिव लिंग' आयु निर्धारित करने के लिए कौन से आधुनिक तरीके अपनाए जा सकते हैं": इलाहाबाद हाईकोर्ट में एएसआई ने कहा

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया कि वह उन आधुनिक तकनीकों की जांच कर रहा है, जिन्हें ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर पाए गए कथित 'शिव लिंग' की आयु निर्धारित करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है। एएसआई के वकील मनोज कुमार सिंह ने हालांकि कहा कि संरचना की आयु निर्धारित करने के लिए सापेक्ष कार्बन डेटिंग की विधि अपनाई जा सकती है। यह भी कहा गया कि ये केवल प्रथम दृष्टया अवलोकन हैं और एएसआई अभी भी इस बात पर विचार कर रहा है कि शिव लिंग की आयु...

दिल्ली दंगा : बहन की शादी में शामिल होने के लिए उमर खालिद ने यूएपीए मामले में अंतरिम जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट का रुख किया
दिल्ली दंगा : बहन की शादी में शामिल होने के लिए उमर खालिद ने यूएपीए मामले में अंतरिम जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट का रुख किया

दिल्ली हाईकोर्ट में पिछले महीने नियमित जमानत से इनकार किए जाने के बाद स्टूडेंट एक्टिविस्ट उमर खालिद ने 2020 के पूर्वोत्तर दिल्ली दंगों के बड़े साजिश मामले में दो सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत के लिए शहर की कड़कड़डूमा अदालत का रुख किया। सूत्रों के मुताबिक, खालिद ने अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए अंतरिम जमानत मांगी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा जांच की जा रही एफआईआर 59/2020 में आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के साथ-साथ कठोर गैरकानूनी गतिविधियां...

दिल्ली हाईकोर्ट, दिल्ली
दिल्ली शराब घोटाला मामला: हाईकोर्ट ने इंडिया टुडे, रिपब्लिक टीवी की रिपोर्ट पर जताई आपत्ति; 5 न्यूज चैनलों को नोटिस जारी

दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) ने न्यूज चैनलों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि दिल्ली शराब घोटाला मामले के संबंध में उनकी रिपोर्टिंग केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी आधिकारिक प्रेस रिलीज के अनुसार होया दिशानिर्देशों के अनुपालन में हो जो समाचार प्रसारण को नियंत्रित करते हैं।जस्टिस यशवंत वर्मा ने आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ी एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व सीईओ विजय नायर की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश पारित किया, जिसमें आरोप लगाया गया...

कमाने योग्य विवाहित पुरुष पत्नी और बच्चों का खर्च उठाने के लिए बाध्य, दरिद्रता की दलील नहीं दे सकताः जेएंडके एंड एल हाईकोर्ट ने  दोहराया
कमाने योग्य विवाहित पुरुष पत्नी और बच्चों का खर्च उठाने के लिए बाध्य, दरिद्रता की दलील नहीं दे सकताः जेएंडके एंड एल हाईकोर्ट ने दोहराया

जम्मू एंड कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट ने दोहराया है कि एक बार जब कोई व्यक्ति विवाह कर लेता है और एक परिवार का पालन-पोषण करने का फैसला कर लेता है, तो फिर वह मुड़कर यह नहीं कह सकता है कि वह विवाह से संबंधित अपने नैतिक और कानूनी दायित्व को निभाने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि वह आजीविका कमाने के मूड में नहीं है। जस्टिस विनोद चटर्जी कौल की पीठ ने विक्रम जामवाल बनाम गीतांजलि राजपूत व एक अन्य (2010) 1 जेकेजे 236 के मामले में दिए गए फैसले पर भरोसा किया और कहा, ''यह फैसला व्यक्ति को करना होता है कि उसे...

बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दीपांकर दत्ता
'इंटरनेट पर सामग्री तक पहुंच के कारण ऐसे अपराध हो रहे हैं, मजबूत कानून आवश्यक: बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सीजे दीपांकर दत्ता

दिल्ली में हाल ही में हुई श्रद्धा वाकर मर्डर केस (Shraddha Walker Murder Case) का जिक्र करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दीपांकर दत्ता ने कहा कि इंटरनेट पर सामग्री तक पहुंच के कारण ऐसे अपराध हो रहे हैं।सीजे दत्ता ने कहा,"आपने अखबारों में मुंबई में प्यार और दिल्ली में आतंक (श्रद्धा वॉकर केस) के बारे में कुछ कहानियों के बारे में पढ़ा है। ये सभी अपराध इसलिए हो रहे हैं क्योंकि इंटरनेट पर सामग्री की आसान पहुंच है।"जस्टिस दत्ता शनिवार को पुणे में दूरसंचार विवाद निपटान और अपीलीय न्यायाधिकरण...

कोच्चि में नशे में धुत व्यक्ति केरल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एस. मणिकुमार का वाहन रोका, गालियां दीं, आरोपी गिरफ्तार
कोच्चि में नशे में धुत व्यक्ति केरल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एस. मणिकुमार का वाहन रोका, गालियां दीं, आरोपी गिरफ्तार

केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एस. मणिकुमार के आधिकारिक वाहन को कोच्चि के गोश्री ब्रिज के पास सोमवार देर रात करीब 2 बजे एक शख्स ने रोक लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्य न्यायाधीश मणिकुमार कंटेनर रोड के माध्यम से हवाई अड्डे से लौट रहे थे, जब आरोपी व्यक्ति, जिसकी पहचान तिजो के रूप में हुई है, वह वाहन के सामने कूद गया और राज्य के वरिष्ठतम न्यायाधीश के खिलाफ मौखिक रूप से गाली देना शुरू कर दी।मुख्य न्यायाधीश के सुरक्षा स्टाफ की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया...

दिल्ली हाईकोर्ट
श्रद्धा मर्डर केस: जांच सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग वाली जनहित याचिका हाईकोर्ट में दायर, कहा- मीडिया को हर मिनट की जानकारी लीक कर रही दिल्ली पुलिस

एक वकील ने दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में एक जनहित याचिका दायर की है जिसमें श्रद्धा वाकर मर्डर केस (Shraddha Murder Case) की जांच दिल्ली पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को ट्रांसफर करने की मांग की गई है।जनहित याचिका में एडवोकेट जोशीनी तुली ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने मीडिया और लोगों को जांच के संबंध में हर डिटेल्स का खुलासा किया है जिसकी कानून में अनुमति नहीं है।याचिका में कहा गया है कि अदालती सुनवाई के स्थान पर मीडिया और जनता की उपस्थिति "सबूतों और गवाहों के साथ हस्तक्षेप" के समान...

जब विवाद दीवानी प्रकृति का हो तो शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस पर कर्तव्य के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए रिट क्षेत्राधिकार लागू करने की मांग की केरल हाईकोर्ट ने की निंदा
जब विवाद दीवानी प्रकृति का हो तो शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस पर 'कर्तव्य के उल्लंघन' का आरोप लगाते हुए रिट क्षेत्राधिकार लागू करने की मांग की केरल हाईकोर्ट ने की निंदा

केरल हाईकोर्ट ने मंगलवार को व्यवस्था दी कि अवैध बेदखली/अनधिकृत प्रवेश के खतरे को दीवानी अदालत में जाकर दूर किया जा सकता है। इसने आगे कहा कि पुलिस सुरक्षा की मांग करने वाले ऐसे मामलों में हाईकोर्ट के रिट क्षेत्राधिकार को लागू नहीं किया जा सकता है, जब बुनियादी तथ्य भी विवादित हों और दावा किए गए अधिकारों को संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत सारांश कार्यवाही में स्थापित न किया जा सके। जस्टिस के. विनोद चंद्रन और जस्टिस सी. जयचंद्रन की एक खंडपीठ एक मकान मालिक द्वारा दायर रिट अपील पर सुनवाई कर रही थी,...

पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल
टी-20 क्रिकेट मैच का हवाला देते हुए काम बंद करना: पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल ने पटियाला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया

पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल ने पटियाला जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को 10 नवंबर को टी20 विश्व कप सेमीफाइनल मैच के मद्देनजर पटियाला जिले की अदालतों में 'दोपहर के भोजन के बाद कोई काम नहीं' का प्रस्ताव पारित करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।बार काउंसिल ने अपने नोटिस में कहा है कि जिला बार एसोसिएशन पटियाला के अध्यक्ष की हैसियत से एडवोकेट जतिंदरपाल सिंह घुमान द्वारा पारित प्रश्नगत प्रस्ताव को देखकर वह हैरान रह गया।इस बात पर जोर देते हुए कि बार काउंसिल सभी मामलों में उच्च नैतिक/शिष्टाचार...

इलाहाबाद हाईकोर्ट
अग्रिम जमानत केवल एक वैधानिक अधिकार है जो अनुच्छेद 21 से जुड़ा नहीं है; उत्तरोत्तर याचिकाएं सुनवाई योग्य नहीं : इलाहाबाद हाईकोर्ट

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस बात पर जोर देते हुए कि दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 438 के तहत अग्रिम जमानत का अनुरोध करना केवल एक वैधानिक अधिकार है, इस सप्ताह के शुरू में कहा कि दूसरी बार और उत्तरोत्तर अग्रिम जमानत अर्जी सुनवाई योग्य नहीं है। जस्टिस सुरेश कुमार गुप्ता की पीठ ने आगे कहा कि सीआरपीसी की धारा 439 (नियमित जमानत याचिकाओं को नियंत्रित करने वाला प्रावधान), जो भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 से उत्पन्न होती है, के विपरीत सीआरपीसी की धारा 438 केवल एक वैधानिक अधिकार है और अग्रिम जमानत...

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट
साक्ष्य अधिनियम की धारा 101- वसीयत के अस्तित्व को साबित करने के लिए प्रतिवादी वादी के समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत कर सकता है जब वादी अन्यथा दावा करता है: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा कि एक प्रतिवादी दीवानी मुकदमे में वादी के समक्ष साक्ष्य का नेतृत्व कर सकता है, जब वे वसीयत के अस्तित्व का दावा करते हैं, जो कि वाद में दी गई याचिका के विपरीत है।जस्टिस विवेक अग्रवाल ने कहा कि एक ऐसे मामले में जहां वादी का दावा है कि एक व्यक्ति की मृत्यु बिना वसीयत के हुई है, जबकि प्रतिवादी एक वसीयत के अस्तित्व का तर्क देता है, वादी द्वारा लगाए गए दावे को केवल यह सत्यापित करने के बाद तय किया जाएगा कि कोई वसीयत है या नहीं।पक्षकारों के वकील को सुनने और रिकॉर्ड को देखने...

अपनी प्रेमिका की हत्या करने, उसके शरीर को 6 टुकड़ों में काटकर फेंकने का मामला: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरोपी को जमानत देने से इनकार किया
अपनी प्रेमिका की हत्या करने, उसके शरीर को 6 टुकड़ों में काटकर फेंकने का मामला: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरोपी को जमानत देने से इनकार किया

इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने पिछले हफ्ते समीर खान नाम के एक व्यक्ति को जमानत देने से इनकार कर दिया, जिस पर जुलाई 2020 में अपनी 'प्रेमिका/पत्नी' की हत्या करने, उसके शरीर को 6 टुकड़ों में काटने और एक सुनसान जगह पर फेंकने का आरोप लगाया गया था।जस्टिस दिनेश कुमार सिंह की पीठ ने टिप्पणी की,"आरोपों, अपराध की जघन्यता और रिकॉर्ड पर उपलब्ध सबूतों को ध्यान में रखते हुए, इस अदालत को आरोपी-आवेदक को जमानत देने का कोई आधार नहीं मिला।"मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार, आरोपी (खान) ने 5 जुलाई 2020...

कानूनी वारिसों को रिकॉर्ड में लाए बिना मृत व्यक्ति के खिलाफ पारित  आदेश शून्यः दिल्ली हाईकोर्ट
कानूनी वारिसों को रिकॉर्ड में लाए बिना मृत व्यक्ति के खिलाफ पारित आदेश शून्यः दिल्ली हाईकोर्ट

दिल्ली हाईकोर्ट ने मृत व्यक्ति के खिलाफ उसके सभी कानूनी प्रतिनिधियों को रिकॉर्ड में लाए बिना पारित कर निर्धारण/आकलन आदेश को शून्य(निरर्थक) करार देते हुए रद्द कर दिया है। जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की खंडपीठ ने कहा कि निर्धारिती (assessee) की मौत की सूचना उसके कानूनी वारिसों ने दी थी। आईटीआर में भी यह खुलासा किया गया था कि यह कानूनी प्रतिनिधि द्वारा दायर की गई है। हालांकि, रिकॉर्ड पर तथ्यों की जानकारी की कमी के कारण, कानूनी रूप से आवश्यक के रूप में उसके सभी कानूनी...

मृतक कर्मचारी की दूसरी पत्नी से पैदा हुआ बच्चा अनुकंपा नियुक्ति पाने के योग्यः राजस्थान हाईकोर्ट
मृतक कर्मचारी की दूसरी पत्नी से पैदा हुआ बच्चा अनुकंपा नियुक्ति पाने के योग्यः राजस्थान हाईकोर्ट

राजस्थान हाईकोर्ट (जोधपुर बेंच) ने माना है कि मृतक कर्मचारी की दूसरी पत्नी से पैदा हुआ बच्चा अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए योग्य है। इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए जस्टिस संदीप मेहता और जस्टिस कुलदीप माथुर की पीठ ने मुकेश कुमार बनाम भारत संघ 2022 लाइव लॉ (एससी) 205 के मामले में सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले पर भरोसा किया, जिसमें यह माना गया है कि अनुकंपा नियुक्ति नीति मृतक कर्मचारी के बच्चों को वैध और नाजायज के रूप में वर्गीकृत करके केवल वंश के आधार पर किसी व्यक्ति के खिलाफ भेदभाव नहीं कर सकती...

किशोर न्याय अधिनियम के तहत जन्म तिथि के प्रमाण के लिए आधार कार्ड को दस्तावेज के रूप में मान्यता नहीं : केरल हाईकोर्ट
किशोर न्याय अधिनियम के तहत जन्म तिथि के प्रमाण के लिए आधार कार्ड को दस्तावेज के रूप में मान्यता नहीं : केरल हाईकोर्ट

केरल हाईकोर्ट ने गुरुवार को कहा है कि आधार कार्ड को किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 द्वारा एक्ट के तहत आरोपी की जन्म तिथि के प्रमाण के दस्तावेज के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। जस्टिस बेचू कुरियन थॉमस ने कहा कि जब किसी आरोपी की उम्र के संबंध में कोई विवाद होता है और यदि स्कूल से मिला प्रमाण पत्र उपलब्ध है, जो जन्म तिथि निर्दिष्ट करता है, तो केवल उसी पर जेजे अधिनियम, 2015 की धारा 94(2)(i) के तहत कथित बच्चे के जन्म की तारीख की पहचान करने के उद्देश्य से गौर किया जा...

यूपी के मुख्यमंत्री के खिलाफ कथित टिप्पणी- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने समाजवादी पार्टी नेता अनुराग भदौरिया के खिलाफ एफआईआर रद्द करने से इनकार किया
यूपी के मुख्यमंत्री के खिलाफ कथित टिप्पणी- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने समाजवादी पार्टी नेता अनुराग भदौरिया के खिलाफ एफआईआर रद्द करने से इनकार किया

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक टीवी डिबेट शो के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वर्गीय महंत अवैद्यनाथ के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग भदौरिया के खिलाफ दर्ज एक एफआईआर को खारिज करने से इनकार कर दिया।जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रेणु अग्रवाल की पीठ ने उसकी एफआईआर को रद्द करने और उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाने की उसकी याचिका को खारिज कर दिया।यह ध्यान दिया जा सकता है कि भदौरिया के खिलाफ एफआईआर भारतीय जनता पार्टी...

डॉक्टरों के साक्ष्य रिकॉर्ड करने के लिए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने एससी की ई कोर्ट परियोजना के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पॉइंट का लोकार्पण किया
डॉक्टरों के साक्ष्य रिकॉर्ड करने के लिए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने एससी की ई कोर्ट परियोजना के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पॉइंट का लोकार्पण किया

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रवि मलिमठ ने इंदौर जिला एवं सत्र न्यायालय इंदौर ,महात्मा गांधी स्मृति मेडिकल कॉलेज एवं फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग इंदौर के सहयोग से भारत के सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरंभ किये गए ई -कोर्ट्स प्रोजेक्ट अंतर्गत रविवार को मध्य प्रदेश के डॉक्टरों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साक्ष्य रिकॉर्ड कराए जाने हेतु वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग डिस्टेंस पॉइंट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश जस्टिस शील नागू जस्टिस सुजय पॉल...