जानिए हमारा कानून

1382 जेलों में अमानवीय स्थितियों पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: कैदियों की मौतों पर चिंतन
1382 जेलों में अमानवीय स्थितियों पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: कैदियों की मौतों पर चिंतन

रे: इनह्यूमन कंडीशंस इन 1382 प्रिज़न्स (2017) मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय जेलों में कैदियों के साथ होने वाली हिंसा और मौतों के गंभीर मुद्दों पर गौर किया। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने जेलों की खराब स्थितियों, जैसे भीड़भाड़, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, और आत्महत्या के बढ़ते मामलों को उजागर किया।कोर्ट ने कैदियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया और उन प्रणालीगत समस्याओं (systemic issues) को संबोधित किया, जो हिरासत में होने वाली अप्राकृतिक मौतों का कारण बनती हैं। मुख्य...

शिकायत और पुलिस रिपोर्ट के मामलों का एकीकरण : भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 233 का विस्तृत विवरण
शिकायत और पुलिस रिपोर्ट के मामलों का एकीकरण : भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 233 का विस्तृत विवरण

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023, जो 1 जुलाई, 2024 से लागू हुआ है, ने भारत में आपराधिक जांच और ट्रायल (Trial) की प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इस अधिनियम की धारा 233 एक अहम प्रावधान है, जो उस स्थिति से निपटने का तरीका बताती है जब एक शिकायत मामला (Complaint Case) मैजिस्ट्रेट के सामने चल रहा हो और यह पता चले कि पुलिस भी उसी अपराध की जांच कर रही है। यह धारा सुनिश्चित करती है कि ऐसे मामलों में न्याय प्रक्रिया सुचारू और प्रभावी रहे, और मामलों में अनावश्यक विलंब न हो। शिकायत मामले और...