ED की गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पहुंचे सुप्रीम कोर्ट; कल होगी सुनवाई
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कथित भूमि घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने सीनियर एडवोकेट डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी के साथ मिलकर तत्काल सुनवाई के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) की अगुवाई वाली पीठ के समक्ष सोरेन के मामले का उल्लेख किया।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ इस मामले पर कल (शुक्रवार) सुनवाई के लिए सहमत हुए।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया कि सोरेन ने इन्हीं प्रार्थनाओं के साथ झारखंड हाईकोर्ट में समान याचिका दायर की गई, जिस पर हाईकोर्ट आज यानी गुरुवार को सुनवाई कर रहा है।
सिब्बल ने इस पर कहा कि उक्त याचिका हाईकोर्ट से वापस ले ली जाएगी।
सिब्बल ने कहा,
"इस अदालत को पीएमएलए एक्ट की धारा 19 की रूपरेखा तय करनी है... किसी व्यक्ति को इस तरह कैसे गिरफ्तार किया जा सकता है...यह देश की राजनीति को प्रभावित करता है।"
एसजी ने कहा,
"यह एचसी के साथ अन्याय होगा, क्योंकि उनके अनुरोध पर मामले को पहले बोर्ड पर रखा गया और अब कल के लिए पोस्ट किया गया।"
सिब्बल ने अपना वचन दोहराया कि हाईकोर्ट में याचिका वापस ले ली जाएगी।
सिब्बल ने दलील दी कि याचिका उल्लंघन के गंभीर मुद्दे उठाती है।
जवाब में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि सोरेन पर लगे आरोप भी बेहद गंभीर हैं।
सोरेन ने बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे की घोषणा की थी।