"मैं आसान शब्दों में लिखने में विश्वास करता हूं, फैसले आम लोगों को समझ में आने चाहिए': कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दिनेश कुमार ने अपने विदाई भाषण में कहा
कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, जस्टिस पीएस दिनेश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि वह सरल शब्दों का इस्तेमाल करके आसान, पठनीय निर्णय लिखने में विश्वास करते हैं।
कर्नाटक राज्य बार काउंसिल द्वारा आयोजित विदाई समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा, "निर्णय लिखने में संवैधानिक जिम्मेदारियों को बनाए रखने की एक गंभीर प्रक्रिया शामिल होती है, निर्णय आम लोगों द्वारा आसानी से समझने योग्य होने चाहिए।"
अपने विदाई भाषण में उन्होंने बताया कि कानूनी पेशे से उनका परिचय कम उम्र में उनके पिता के माध्यम से शुरू हुआ, जिनका एक वकील और जज के रूप में जीवन बौद्धिक आभा और दैवीय आस्था का प्रतीक था, उन्होंने कहा, “भारतीय परंपरा 'आचार्य देवो भव' कहकर शिक्षकों को भगवान के बराबर मानती है। मेरे सभी गुरुओं ने नैतिक और सैद्धांतिक जीवन जीकर एक शानदार उदाहरण स्थापित किया है।''
जस्टिस कुमार ने साल 1990 में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस शिवराज वी पाटिल के चैंबर में काम करना शुरू किया था, "जिन्होंने महत्वपूर्ण सबक दिया कि कानूनी पेशे में सफलता की कुंजी तैयारी और कानून की मजबूत समझ पर आधारित है।"
जस्टिस कुमार ने कहा, "मैं भारत के पूर्व चीफ जस्टिस माननीय जस्टिस श्री एम एन वेंकटचलैया द्वारा दशकों तक मार्गदर्शन पाने के लिए सबसे भाग्यशाली हूं, जिनके न्यायिक नेतृत्व कौशल ने भारतीय न्यायपालिका की प्रगति को गति दी है।"
उन्होंने बताया कि भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी के साथ उनके जुड़ाव ने उन्हें कानूनी करियर में एक आवश्यक गुण के रूप में दृढ़ता की आवश्यकता को विकसित करना सिखाया। "यूनियन ऑफ इंडिया और यूपीएससी, सीबीआई आदि जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील के रूप में दशकों से मेरे कानूनी ज्ञान का क्षितिज विस्तारित हुआ है।"
मुख्य न्यायाधीश कुमार को 2 जनवरी, 2015 को कर्नाटक हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में और 30 दिसंबर, 2016 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने इस वर्ष 25 जनवरी को कर्नाटक हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभाला। इस महीने की 3 तारीख को कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में उन्हें नियुक्त किया गया।
केंद्र सरकार ने गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस एनवी अंजारिया को कर्नाटक हाईकोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की अधिसूचना जारी कर दी है।