COVID-19 की दूसरी लहर: तेलंगाना हाईकोर्ट ने रोटेशन बेसिस पर पूरी तरह से वर्चुअल मोड के माध्यम से काम करने का फैसला किया
तेलंगाना हाईकोर्ट ने COVID-19 मामलों में आए उछाल को देखते हुए गुरुवार को अपने पहले के एसओपी को संशोधित करते हुए यह फैसला किया कि सभी बेंच सुनवाई के हाइब्रिड मोड को जारी रखने के बजाय तत्काल प्रभाव से मामलों की सुनवाई करेंगे।
उक्त प्रक्रिया कोा प्रभाग द्वारा और साथ ही हाईकोर्ट की एकल पीठों द्वारा रोटेशनल आधार पर पालन किया जाएगा।
तेलंगाना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी अधिसूचना दिनांक 15.04.2021 के अनुसार,:
"COVID-19 महामारी की वर्तमान लहर को देखते हुए संदर्भ 1 में SOP के आंशिक संशोधन में और संदर्भ 2 में उद्धृत अधिसूचना के सुपर सत्र में हाईकोर्ट ने सभी मामलों की सुनवाई आयोजित करने का निर्णय लिया है। डिवीजन बेंच और सिंगल बेंच द्वारा रोटेशन के आधार पर हाईकोर्ट में मामलों की वर्चुअल सुनवाई जारी रखने के बजाय तत्काल प्रभाव से बेंचमार्क वस्तुतः तत्काल प्रभाव से सुनवाई होगी।"
हाईकोर्ट ने फरवरी में रोटेशन के आधार पर वर्चुअल सुनवाई के साथ-साथ फिजिकल सुनवाई फिर से शुरू करने का फैसला किया था।
कोरोना मामलों में काफी गिरावट, भारत सरकार और राज्य सरकार के नवीनतम दिशा-निर्देशों और COVID -19 प्रतिबंधों में ढील देने के बाद और हाईकोर्ट अधिवक्ता संघ सहित सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद उक्त निर्णय लिया गया।
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