मद्रास हाईकोर्ट में गुरुवार को एक पति और पत्नी को न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने के एक दुर्लभ अवसर को देखा गया।
न्यायमूर्ति मुरली शंकर कठपुराजू और न्यायमूर्ति थम्सीलसेवी टी. वल्लापालयम ने आठ अन्य लोगों के साथ हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। ये दोनोंं पति पत्नी हैंं।
महाधिवक्ता विजय नारायण ने नव-शपथ लेने वाले न्यायाधीशों का स्वागत भाषण देते हुए कहा कि यह पहली बार है कि पति और पत्नी को एक ही दिन मद्रास हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई है।
मुरली शंकर कुप्पुराजु, जो तिरुचि में प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश के रूप में सेवारत थे और मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच में रजिस्ट्रार (न्यायिक) के रूप में तैनात थेमिलसेल्वी टी. वेलायपालयम ने वर्ष 1996 में शादी की थी।
पिछले साल एक पति-पत्नी जोड़े जस्टिस विवेक पुरी और जस्टिस अर्चना पुरी को एक ही दिन पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई थी।
साल 2009 में दिल्ली हाईकोर्ट में पति पत्नी जस्टिस ए के पाठक और जस्टिस इंदरमीत कौर को एक साथ नियुक्त किया गया था।
मद्रास हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के रूप में पदोन्नत किए गए दस न्यायिक अधिकारियों ने बुधवार को शपथ ली। वे हैं :
1.गोविंदराजुलु चंद्रशेखरन
2.एए नक्कीरन
3.वीरासामी शिवगणनाम्
4.गणेशन इलंगोवन
5.अनन्ति सुब्रमण्यन
6.काननमल शनमुग सुंदरम
7.सती कुमार सुकुमार कुरुप
8.मुरली शंकर कुपुराजु
9.मंजुला रामाराजू नालिया
10.थमिलसेल्वी टी. वलयालापलयम
यह 1 दिसंबर को था कि केंद्र सरकार ने उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में इन दस न्यायिक अधिकारियों के नामों की नियुक्ति को मंजूरी दी थी।
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने 23 सितंबर को उनके नाम की सिफारिश की थी।
न्यायमूर्ति अनंथी सुब्रमण्यम और काननमल शंमुग सुंदरम को छोड़कर सभी अपने कार्यालय दो साल की अवधि के लिए ग्रहण करेंगे, जिन्हें क्रमशः 30 जुलाई, 2022 और 19 जुलाई, 2022 तक नियुक्त किया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह यहां लाइव-स्ट्रीम किया गया था।