'AORs न्याय वितरण प्रणाली की जीवन रेखा', जस्टिस सूर्यकांत ने AORs सम्मान समारोह में प्रेरक प्रारूपण की कला पर प्रकाश डाला

सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) ने हाल ही में नव-नामांकित एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड (AoRs) के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस जेके माहेश्वरी और जस्टिस केवी विश्वनाथन प्रमुख अतिथियों के रूप में मौजूद रहे।
जस्टिस सूर्यकांत ने इस अवसर पर कानूनी प्रणाली में एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड (AORs) की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, उन्हें "न्याय वितरण प्रणाली की जीवन रेखा" कहा।

जस्टिस सूर्यकांत ने कानूनी पेशे में प्रेरक मसौदा तैयार करने की कला पर चर्चा की। उन्होंने नए AoRs को सलाह दी कि मसौदा तैयार करने की कला केवल तथ्यों को बताने में नहीं है, यह उन्हें इस तरह से प्रस्तुत करने के बारे में है जो पाठक की रुचि को आकर्षित करे।
उन्होंने कहा कि मसौदे के पहले पैराग्राफ को जिज्ञासा पैदा करनी चाहिए, जिससे जज को आगे पढ़ने के लिए मजबूर होना चाहिए, यानी, प्रत्येक बिंदु को अगले बिंदु में सहजता से प्रवाहित होना चाहिए, जिससे स्पष्टता और सुसंगतता सुनिश्चित हो।

जस्टिस माहेश्वरी ने नवनियुक्त एओआर को बधाई दी और अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए मामले की गहन तैयारी और तर्कों को दृढ़तापूर्वक प्रस्तुत करने के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित जस्टिस विश्वनाथन ने भी नए एओआर को अपनी शुभकामनाएं दीं और उनसे इस अवसर को अपनी जिम्मेदारियों की याद दिलाने के रूप में देखने का आग्रह किया। उन्होंने उन्हें उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और अपने पेशे पर गर्व करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस कार्यक्रम में SCAORA के अध्यक्ष श्री विपिन नायर, उपाध्यक्ष श्री अमित शर्मा और मानद सचिव श्री निखिल जैन भी मौजूद थे।