इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन कर 11.6 लाख से अधिक मामलों का निपटारा किया
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 10 जुलाई, 2021 को सफलतापूर्वक राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया है। एसीजे मुनीश्वर नाथ भंडारी के मार्गदर्शन में यूपी राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण के संरक्षक-इन-चीफ / कार्यकारी अध्यक्ष और हाईकोर्ट के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रींतिकर दिवाकर भी शामिल हैं।
कानूनी सेवा समिति, राष्ट्रीय लोक अदालत ने बड़ी संख्या में मामलों के समाधान में मदद की, जिनका विवरण निम्नानुसार है:
राष्ट्रीय लोक अदालत राज्य के जिला न्यायालयों के साथ-साथ हाईकोर्ट की दोनों पीठों में आयोजित की गई थी। इसने 11.6 लाख से अधिक मामलों का निपटारा किया, जो कि पूर्व-मुकदमेबाजी के साथ-साथ लंबित मामलों में 684 करोड़ रूपये से अधिक की राशि है।
7,72,089 मुकदमे पूर्व मामलों और 3,88,545 लंबित मामलों का फैसला किया गया।
लोक अदालत नालसा के निर्देशन में आयोजित दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत का हिस्सा थी।
इस कार्यक्रम में इलाहाबाद की छह और लखनऊ की तीन पीठों ने भाग लिया।
इलाहाबाद में 1026 लम्बित प्रकरणों पर कार्यवाही की गयी, जिनमें से 356 का निराकरण किया गया। इनमें मोटर दुर्घटना के दावे, आपराधिक संशोधन, अवमानना और आईपीसी की धारा 482 के तहत आवेदन शामिल हैं।
लखनऊ में 205 लंबित मामले लिए गए, जिनमें मोटर दुर्घटना दावों के मामलों सहित 78 का निर्णय लिया गया।
जिला स्तर पर 6.47 लाख लम्बित प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिनमें से 3.88 लाख प्रकरणों का निराकरण किया गया। इस स्तर पर, 15.8 लाख पूर्व-मुकदमे लिए गए और 7.7 लाख का निपटारा किया गया।