मृत्युदंड के मानसिक स्वास्थ्य परिप्रेक्ष्य पर जस्टिस मुरलीधर के विचार LIVE
भारत में मौत की सजा पाने वाले कैदियों के बीच मानसिक बीमारियों और बौद्धिक अक्षमता को समझने के लिए प्रोजेक्ट 39ए के पांच साल पूरे होने पर डेथवर्थी: ए मेंटल हेल्थ प्रोस्पेक्टिव ऑफ द डेथ पेनल्टी विषय पर एक परिचर्चा आयोजित की जा रही है।
न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर (मुख्य न्यायाधीश, उड़ीसा हाईकोर्ट) अपने विचार साझा कर रहे हैं।
जुड़िए लाइव
https://www.youtube.com/watch?v=q4tRBGTpZeg