HPNLU, शिमला ने तीसरी समन्वय अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता प्रतियोगिता (SIMC) 2025 का सफल आयोजन किया

Update: 2025-10-17 07:15 GMT

हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (HPNLU), शिमला ने माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रीति सक्सेना के नेतृत्व में 18-20 सितंबर और 13-15 अक्टूबर 2025 तक तीसरी समन्वय अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता प्रतियोगिता (SIMC) का सफल आयोजन किया। यह प्रतिष्ठित आयोजन विश्वविद्यालय के वैकल्पिक विवाद समाधान (ADR) प्रकोष्ठ द्वारा किया गया, जिसमें देश-विदेश के 33 प्रमुख विधि संस्थानों ने भाग लिया, जिनमें राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के साथ सिंगापुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय भी शामिल था। प्रतियोगिता हाइब्रिड मोड में हुई, जबकि क्वार्टर फ़ाइनल, सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल राउंड एचपीएनएलयू परिसर, शिमला में ऑफलाइन आयोजित किए गए।

उद्घाटन समारोह में माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रीति सक्सेना सहित कई प्रतिष्ठित अतिथि और मध्यस्थता विशेषज्ञ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य विधि छात्रों में वैकल्पिक विवाद समाधान (ADR) के सिद्धांतों को प्रोत्साहित करना और पारंपरिक मुकदमेबाजी से परे उनके वकालत, बातचीत और समस्या-समाधान कौशल को विकसित करना था।

13 अक्टूबर 2025 को सुश्री दिव्या राव (संस्थापक, ज्यूरिसज्ञान) और श्री आदित्य आर्यन (PACT) ने विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया, जिसमें मध्यस्थता रणनीतियों और नैतिक संचार पर चर्चा हुई। 14 अक्टूबर को क्वार्टर फ़ाइनल और सेमीफ़ाइनल राउंड आयोजित हुए, जबकि फ़ाइनल और समापन समारोह 15 अक्टूबर 2025 को संपन्न हुआ।

फ़ाइनल राउंड का निर्णय प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल ने किया, जिसमें श्री कोराडो मोरा (इटली), श्री रुवान वाथुकराजे (सिडनी), श्रीमती प्रियंका खेनल (मध्यस्थ, डीसीडीआरसी शिमला), श्री सुरेंद्र गिल (वरिष्ठ अधिवक्ता, कॉर्पोरेट और बैंकिंग कानून), और डॉ. संतोष कुमार शर्मा (डीन, शैक्षणिक मामलों, एचपीएनएलयू) शामिल थे।

समापन समारोह में माननीय जस्टिस सी.बी. बारोवालिया, लोकायुक्त, हिमाचल प्रदेश एवं अध्यक्ष, राज्य मानवाधिकार आयोग मुख्य अतिथि रहे। श्री हेमेंद्र सिंह चंदेल, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन विशेष अतिथि और श्री रुवान वाथुकराजे मुख्य अतिथि थे।

गणमान्य अतिथियों ने मध्यस्थता को शांति और न्याय को बढ़ावा देने वाला माध्यम बताते हुए इसे “ध्यान का एक रूप” और “जीत-जीत प्रक्रिया” कहा।

पुरस्कार विजेता:

सर्वश्रेष्ठ मध्यस्थ (विजेता): जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल, सोनीपत

सर्वश्रेष्ठ वार्ताकार जोड़ी (विजेता): हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, रायपुर

उपविजेता मध्यस्थ: यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, पंजाब विश्वविद्यालय

उपविजेता वार्ताकार जोड़ी एवं सर्वश्रेष्ठ मध्यस्थ (प्रारंभिक दौर): महाराष्ट्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, मुंबई

सर्वश्रेष्ठ मध्यस्थता योजना: राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, पंजाब

सर्वश्रेष्ठ वार्ताकार जोड़ी (प्रारंभिक दौर): राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, जोधपुर

कार्यक्रम रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए डॉ. रुचि गुप्ता (संकाय समन्वयक, एडीआर सेल) ने भारत में मध्यस्थता संस्कृति को बढ़ावा देने में एसआईएमसी की भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रो. (डॉ.) आलोक कुमार, रजिस्ट्रार, एचपीएनएलयू ने सभी अतिथियों, प्रायोजकों और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

तीसरी समन्वय अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता प्रतियोगिता (SIMC) 2025 ने वैकल्पिक विवाद समाधान के महत्व को पुनः स्थापित किया और संवाद, सहानुभूति एवं सहयोग की भावना से युक्त भविष्य के विधि पेशेवरों को तैयार करने में एचपीएनएलयू शिमला की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

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