अश्लील सामग्री की परिभाषा और उससे जुड़े विक्रय, वितरण, और सार्वजनिक प्रदर्शन का अपराध : धारा 294, भारतीय न्याय संहिता 2023

Update: 2024-11-08 12:29 GMT

भारतीय न्याय संहिता, 2023 ने भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) जैसे पुराने कानूनों को बदलते हुए नए कानूनी ढाँचे पेश किए हैं। इस संहिता की एक महत्वपूर्ण धारा, धारा 294, अश्लीलता (Obscenity) और इससे जुड़े अपराधों पर चर्चा करती है।

यह धारा यह स्पष्ट करती है कि अश्लील सामग्री क्या होती है, ऐसे सामग्री के साथ जुड़े हुए अवैध कार्य कौन से हैं और कुछ विशेष मामलों में अपवाद (Exceptions) भी देती है। यहाँ धारा 294 के प्रावधानों का सरल हिंदी में विस्तार से विवरण दिया गया है ताकि इसे बेहतर ढंग से समझा जा सके।

अश्लील सामग्री की परिभाषा (Definition of Obscene Material)

धारा 294(1) के तहत, किसी भी प्रकार की सामग्री, जैसे किताब, पम्फलेट (Pamphlet), पेपर, चित्र (Drawing), पेंटिंग (Painting) या डिजिटल रूप में कुछ भी, अश्लील मानी जाएगी अगर उसमें निम्नलिखित गुण पाए जाएँ:

1. अगर वह कामुकता (Lasciviousness) को उभारती हो या यौन इच्छा (Sexual Desire) जगाती हो।

2. अगर वह किसी व्यक्ति की यौन रुचि (Prurient Interest) को बढ़ावा देती हो।

3. उसका कुल प्रभाव, या उसका कोई एक हिस्सा भी, उस व्यक्ति को भ्रष्ट (Corrupt) कर सकता है जो उसे देखता, पढ़ता या सुनता है।

उदाहरण: यदि किसी वेबसाइट पर ऐसा सामग्री है जो यौन व्यवहार (Sexual Behavior) को बढ़ावा देती है, बिना किसी कलात्मक (Artistic) या सूचनात्मक (Informative) उद्देश्य के, तो इसे इस धारा के तहत अश्लील माना जा सकता है। इसी प्रकार, अगर कोई पम्फलेट लोगों को कामुक (Erotic) तरीके से प्रभावित करता है, तो वह भी इस परिभाषा में आएगा।

अश्लील सामग्री से जुड़े अवैध कार्य (Prohibited Acts Involving Obscene Material)

धारा 294(2) के अंतर्गत, विभिन्न कार्य जो अश्लील सामग्री के साथ जुड़े हैं, उन्हें अपराध माना गया है। इन कार्यों का विवरण इस प्रकार है:

अश्लील सामग्री का विक्रय, वितरण, और सार्वजनिक प्रदर्शन (Sale, Distribution, and Public Exhibition of Obscene Material)

कोई भी व्यक्ति जो अश्लील सामग्री को बेचता है, किराए पर देता है, वितरित करता है, सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करता है, या अपने पास रखता है, तो वह इस धारा के अंतर्गत अपराधी माना जाएगा। इसमें भौतिक और डिजिटल दोनों प्रकार की सामग्री शामिल है।

उदाहरण: अगर किसी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थान (Public Place) पर अश्लील पोस्टर्स बेचते हुए या सोशल मीडिया (Social Media) पर अश्लील सामग्री साझा (Share) करते हुए पाया जाता है, तो उसे इस प्रावधान (Provision) के अंतर्गत अपराधी माना जा सकता है।

अश्लील सामग्री का आयात, निर्यात और परिवहन (Import, Export, and Conveyance of Obscene Objects)

धारा 294(2)(b) के अनुसार, अश्लील सामग्री का आयात, निर्यात या परिवहन (Transport) करना भी अपराध है, खासकर जब व्यक्ति को यह जानकारी हो कि इसे बेचा, किराए पर दिया या सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया जाएगा।

उदाहरण: अगर कोई व्यक्ति किसी देश से अश्लील पत्रिकाएं (Magazines) मंगवाकर बेचने की योजना बना रहा है, तो वह इस प्रावधान के तहत अपराधी माना जाएगा।

अश्लील व्यापार में शामिल होना या उससे लाभ कमाना (Engaging in or Profiting from Obscene Business)

कोई भी व्यक्ति जो जानबूझकर किसी ऐसे व्यापार (Business) में शामिल होता है या उससे लाभ कमाता है जिसमें अश्लील सामग्री शामिल हो, वह धारा 294(2)(c) के तहत अपराधी है। यह प्रावधान (Provision) उन लोगों को लक्षित (Target) करता है जो अप्रत्यक्ष रूप से अश्लील सामग्री के प्रसार (Circulation) का समर्थन करते हैं।

उदाहरण: मान लीजिए किसी कंपनी को उन विज्ञापनों (Advertisements) से लाभ मिलता है जो अश्लील वेबसाइट्स का प्रचार करते हैं। अगर कंपनी को पता है कि ये विज्ञापन (Ads) इस तरह की सामग्री से संबंधित हैं, तो कंपनी पर भी इस प्रावधान के तहत मामला दर्ज (File) हो सकता है।

अश्लील सामग्री या गतिविधियों का विज्ञापन या प्रचार (Advertising or Promoting Obscene Objects or Acts)

धारा 294(2)(d) के अनुसार, यह अपराध है कि किसी भी माध्यम (Means) से यह प्रचारित करना कि कोई व्यक्ति इस धारा के अंतर्गत किसी कार्य में संलग्न है या कि अश्लील सामग्री किसी के द्वारा प्राप्त की जा सकती है।

उदाहरण: अगर किसी व्यापार (Business) द्वारा यह प्रचारित किया जाता है कि वे वयस्क (Adult) पत्रिकाएँ बेचते हैं या किसी पोस्ट (Post) के माध्यम से अश्लील वस्तुएं (Objects) उपलब्ध कराई जा सकती हैं, तो यह भी इस धारा का उल्लंघन है।

इस धारा के तहत अपराध करने का प्रयास (Attempting to Commit an Offense under Section 294)

अंत में, धारा 294(2)(e) के तहत, यदि कोई व्यक्ति किसी ऐसे कार्य में शामिल होने का प्रयास (Attempt) करता है जो इस धारा के अंतर्गत आता है, तो वह अपराधी माना जाएगा।

उदाहरण: यदि कोई व्यक्ति अश्लील सामग्री को वितरित करने का प्रयास करता है लेकिन सफल नहीं होता, तब भी उसे इस प्रावधान के अंतर्गत दोषी माना जा सकता है।

अश्लीलता से जुड़े अपराधों की सज़ा (Punishments for Obscene Material Offenses)

धारा 294 के तहत अश्लील सामग्री से जुड़े अपराधों के लिए सज़ा का निर्धारण किया गया है:

• पहली बार दोषी ठहराना: दो साल तक की कैद और पांच हजार रुपये तक का जुर्माना।

• दूसरी या उसके बाद दोषी ठहराना: पांच साल तक की कैद और दस हजार रुपये तक का जुर्माना।

धारा 294 के अपवाद (Exceptions to Section 294)

यह धारा कुछ प्रकार की सामग्री को अपवाद के तौर पर मान्यता देती है, जहाँ उद्देश्य किसी को भ्रष्ट या प्रभावित करने का नहीं होता बल्कि विशेष मान्यता प्राप्त उद्देश्यों की पूर्ति करना होता है।

धार्मिक उद्देश्यों के लिए (For Religious Purposes)

कोई भी सामग्री जो धार्मिक उद्देश्य (Religious Purpose) के लिए उपयोग की जाती है, इस धारा से मुक्त है। इसमें धार्मिक परंपराओं (Traditions) का हिस्सा मानी जाने वाली किताबें, पम्फलेट, लिखाई या चित्र शामिल हैं।

उदाहरण: ऐसे देवी-देवताओं के चित्र जिन्हें धार्मिक प्रथाओं (Practices) के लिए उपयोग किया जाता है, इस कानून के तहत अश्लील नहीं माने जाते हैं।

प्राचीन स्मारक और धार्मिक स्थलों के लिए (Ancient Monuments and Religious Sites)

कोई भी प्रतिरूप (Representation) जो प्राचीन स्मारकों या धार्मिक स्थलों पर उकेरा या चित्रित किया गया है, वह भी धारा 294 के प्रावधानों से मुक्त है। इसमें शामिल हैं:

1. प्राचीन स्मारक (Ancient Monument) जो प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष अधिनियम (Ancient Monuments and Archaeological Sites and Remains Act), 1958 के अंतर्गत आते हैं।

2. मंदिर (Temple) या मूर्तियों को ले जाने के लिए उपयोग की जाने वाली गाड़ियाँ।

उदाहरण: प्राचीन मंदिरों की दीवारों पर की गई पारंपरिक (Traditional) नक्काशी, जो महाकाव्यों और पौराणिक कथाओं (Mythology) के दृश्यों को दर्शाती है, इससे मुक्त मानी जाती है क्योंकि उनका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है और उनका उद्देश्य अश्लील नहीं है।

भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 294, अश्लीलता को नियंत्रित (Regulate) करने और उस सामग्री को सीमित करने के उद्देश्य से बनाई गई है जो समाज को भ्रष्ट या नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है।

अश्लील सामग्री से जुड़े अपराधों को अपराधी घोषित कर इस धारा का उद्देश्य समाज पर ऐसे सामग्री के नकारात्मक प्रभाव को कम करना है। कानून ने यह सुनिश्चित किया है कि विशेष परिस्थितियों में, जैसे धार्मिक या ऐतिहासिक कलाकृतियाँ, इस कानून के अंतर्गत न आएं, जिससे कानून संस्कृति और परंपरा (Tradition) का भी सम्मान करता है।

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