भारी धूल और खराब सड़क की वजह से NH-21 पर वाहन चलाना मुश्किल: हिमाचल प्रदेश हाइकोर्ट ने NHAI को फटकार लगाई, स्टेटस रिपोर्ट मांगी
हिमाचल प्रदेश हाइकोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग 21 के कुल्लू-मनाली खंड पर खराब सड़क की स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
चीफ जस्टिस एम.एस. रामचंद्र राव और जस्टिस ज्योत्सना रेवल दुआ की खंडपीठ द्वारा पारित आदेश में न्यायालय ने कहा कि NH-05 की स्थिति में सुधार के लिए कुछ कदम उठाए गए, लेकिन NH-21 का मनाली-मंडी खंड उपेक्षित है।
NHAI द्वारा NH-05 के संबंध में हाल ही में दायर की गई स्टेटस रिपोर्ट पर ध्यान देते हुए कोर्ट ने उस सड़क को बेहतर बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। हालांकि अदालत के आदेश में NHAI को अगली सुनवाई में NH-21 के मनाली-मंडी खंड पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया गया।
खंडपीठ ने दर्ज किया,
"हमने हाल ही में सप्ताह के आखिर में कुल्लू और मनाली का दौरा किया, जिसमें पाया गया कि सड़कों की स्थिति को सुधारने या कई स्थानों पर भूस्खलन को हटाने के लिए कुछ खास नहीं किया गया, जहां जुलाई और अगस्त 2023 के महीनों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ था।”
कार्यात्मक सुरंगों की उपस्थिति स्वीकार करते हुए अदालत ने उपेक्षित सड़क रखरखाव के कारण होने वाले खतरों पर जोर दिया, खासकर मनाली और मंडी के बीच।
इन ज्वलंत मुद्दों के जवाब में कोर्ट ने NHAI को NH-21 के मनाली-मंडी खंड पर विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया, जिसमें मौजूदा चुनौतियों को दूर करने के लिए प्रस्तावित कदमों की रूपरेखा दी गई।
मामले की अगली सुनवाई 4 अप्रैल 2024 को निर्धारित की गई।
केस टाइटल- न्यायालय अपने स्वयं के प्रस्ताव बनाम हिमाचल प्रदेश राज्य और अन्य।