"किसी और की विफलता के लिए चिकित्सा पेशेवर क्यों जिम्मेदार ठहराए जा रहे हैं?" : सीजेआई एनवी रमाना
सीजेआई एनवी रमाना ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर अपने भाषण में ड्यूटी के दौरान डॉक्टरों पर हो रहे क्रूर हमलों पर चिंता व्यक्त की।
सीजेआई ने कहा कि,
"यह दुखद है कि ड्यूटी के दौरान हमारे डॉक्टरों पर बेरहमी से हमला किया जा रहा है। किसी और की विफलता के लिए चिकित्सा पेशेवर क्यों जिम्मेदार ठहराए जा रहे हैं?"
न्यायमूर्ति रमाना ने देश में डॉक्टरों और चिकित्सा बुनियादी ढांचे के संबंध में अन्य मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार में चिकित्सा निकायों और संबंधित एजेंसियों को इन चिंताओं को दूर करने के लिए एक साथ काम करना होगा।
सीजेआई ने कहा कि तभी हम हर साल पहली जुलाई को डॉक्टरों का ईमानदारी से अभिवादन कर सकते हैं।
सीजेआई रमाना ने कहा कि चिकित्सा पेशेवरों की अपर्याप्त संख्या, बुनियादी ढांचा, दवाएं, पुरानी तकनीक और सरकार द्वारा चिकित्सा क्षेत्र को प्राथमिकता नहीं देने जैसे मुद्दे चिंता का विषय हैं।
सीजेआई ने कहा कि,
"ऐसा क्यों है कि कॉरपोरेट्स और निवेशकों द्वारा मुनाफाखोरी का दोष डॉक्टरों पर लगाया जा रहा है?"
सीजेआई ने कहा कि फैमिली डॉक्टर की परंपरा लुप्त हो रही है, यह देखकर दुख होता है कि अच्छे और योग्य डॉक्टर खुद का एक अच्छा अस्पताल शुरू नहीं कर सकते और जीवित नहीं रह सकते। सीजेआई ने यह भी कहा कि 8- 9 साल की कड़ी मेहनत के बाद भी डॉक्टर अच्छे वेतन के लिए संघर्ष करते हैं।
सीजेआई ने कहा कि सरकार में चिकित्सा निकायों और संबंधित एजेंसियों को इन चिंताओं को दूर करने के लिए एक साथ काम करना होगा।
सीजेआई ने अपने भाषण के दौरान डॉक्टरों द्वारा घातक महामारी से लड़ने के लिए किए गए अथक और निस्वार्थ कार्य को भी स्वीकार किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आंकड़ों पर ध्यान देते हुए, जो बताता है कि 798 से अधिक डॉक्टरों ने दूसरी लहर में अपनी जान गंवाई है। सीजेआई ने चिकित्सा पेशेवरों की मौतों पर शोक व्यक्त किया।
सीजेआई ने कहा कि,
"मेरे तरफ से प्रार्थना और सहानुभूति उन चिकित्सा पेशेवरों और स्वास्थ्य कर्मियों के परिवारों के लिए है जिन्होंने COVID-19 महामारी में अपनी जान गंवाई है।"
सीजेआई ने कहा कि आप सभी को मेरा सलाम है।
सीजेआई ने संयुक्त राज्य अमेरिका के एक युवा चिकित्सा पेशेवर लिज़ी द्वारा लिखे गए निम्नलिखित प्रेरक विचारों को उद्धृत करते हुए कहा कि उनके शब्द उस दर्द को दर्शाते हैं जिसके हम सभी साक्षी रहे हैं।
आपको तड़पता देख मेरा दिल टूट रहा है, हम स्वास्थ्यकर्मी टूट रहे हैं।
जब मैं काम के लिए तैयार होता हूं, यह सिर्फ एक नौकरी नहीं है, जब मैं एक और मरीज को खो देता हूं तो मैं अपनी कार में रोता हूं। आप देखते हैं कि मैं इंसान हूं, मैं आपकी तरह ही खून बह रहा हूं और हर मौत को देखता हूं और मेरा भी एक हिस्सा मर जाता है।