पृथ्वी शॉ सेल्फी रो: बॉम्बे हाईकोर्ट ने क्रिकेटर को नोटिस जारी किया, इन्फ्लुएंसर की दोस्त सपना गिल ने एफआईआर रद्द कराने के लिए याचिका दायर की
जस्टिस सुनील बी शुकरे और जस्टिस एमएम साथाये की खंडपीठ ने मीडिया इन्फ्लुएंसर की दोस्त सपना गिल की उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द कराने के लिए दायर याचिका पर प्रतिवादी से छह सप्ताह में जवाब मांगा।
शॉ के दोस्त आशीष यादव द्वारा दायर शिकायत के आधार पर गिल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 143, 148, 149, 384 और 387, 427, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिल की ओर से पेश एडवोकेट अली काशिफ खान ने तर्क दिया कि शॉ ने छेड़छाड़ के आरोपों से खुद को बचाने के लिए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की। उन्होंने आगे तर्क दिया कि आईपीसी की धारा 384, 387 के तहत गिल के खिलाफ एफआईआर में कोई मामला नहीं बनता है।
गिल ने शॉ, यादव, चार पुलिस अधिकारियों और सहारा स्टार में मेंशन क्लब के मालिकों को प्रतिवादी बनाया।
यादव की शिकायत के मुताबिक, शॉ और यादव 15 फरवरी को होटल सहारा स्टार के कैफे में डिनर कर रहे थे, तभी गिल और उनके दोस्त सेल्फी लेने शॉ के पास आए। पहले तो उन्होंने मान लिया, लेकिन बाद में उन्होंने इनकार कर दिया और विवाद शुरू हो गया।
यादव ने दावा किया कि रात के खाने के बाद उन्होंने बेसबॉल बैट के साथ व्यक्ति को बाहर खड़ा देखा और उसने कार की विंडशील्ड पर बल्ले से प्रहार किया।
यह आगे आरोप है कि गिल ने मोटरसाइकिल पर पुरुषों के साथ अपनी कार में शॉ का पीछा किया और ओशिवारा पुलिस स्टेशन के सामने उनकी कार से टकरा गई। इसके बाद गिल ने कथित तौर पर पैसे की मांग की और उन्हें झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। यादव ने शिकायत दर्ज की और गिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
मौजूदा याचिका में गिल ने आरोप लगाया कि शॉ ने उन्हें झूठा फंसाया। उसने आरोप लगाया कि शॉ ने सार्वजनिक स्थान पर उसके साथ छेड़छाड़ की।
गिल ने शॉ के खिलाफ छेड़छाड़ और शील भंग करने के आरोपों के साथ मजिस्ट्रेट के समक्ष शिकायत भी दर्ज कराई।
गिल ने दावा किया कि उनके क्रिकेट प्रशंसक दोस्त शोभित ठाकुर ने सेल्फी के लिए शॉ से संपर्क किया और उनसे दुश्मनी की गई। गिल की दलील के मुताबिक, वीडियो के लिए कहने पर शॉ ने अवैध रूप से अपने दोस्त का फोन ले लिया।
उसने आरोप लगाया कि शॉ और उसके दोस्त नशे में ठाकुर के साथ मारपीट कर रहे थे और जब उसने उसे बचाने की कोशिश की तो शॉ ने उससे छेड़छाड़ की। शॉ और उसके दोस्त ने बेसबॉल के बल्ले से उसका बार से पीछा किया और पुलिस के आने पर घटनास्थल से भाग गए। इसलिए वो शॉ की कार का पीछा कर रही थी।
इसलिए उसने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने और शॉ के खिलाफ उसके मामले की जांच के लिए पुलिस को निर्देश देने की मांग की।
उसने मामले में शामिल कई पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कथित रूप से अपने अधिकार का दुरुपयोग करने और उसके खिलाफ अनुचित आपराधिक प्रावधान लागू करने के लिए शॉ के साथ काम करने के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही की भी मांग की।
केस टाइटल- सपना गिल बनाम महाराष्ट्र राज्य