नेशनल लॉकडाउनः कानून के पेशेवरों को सूचना संसाधनों तक ''निर्बाध पहुंच'' उपलब्ध कराने के लिए एनएलयू-डी ने शुरू की ई लाइब्रेरी

Update: 2020-05-02 13:15 GMT

नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली ने नेशनल लाॅकडाउन के चलते अपने छात्रों व कानूनी पेशे से जुड़े लोगों तक कानूनी सूचना संसाधनों की ''निर्बाध पहुंच'' उपलब्ध कराने के लिए एक ई-लाइब्रेरी लॉन्च की है। 

एनएलयू-डी में स्थापित जस्टिस टी.पी.एस चावला लाइब्रेरी आईसीटी तकनीकों के उपयोग से अपने छात्रों और संकाय सदस्यों को सूचना सेवाएं प्रदान करेगी। इससे डिजिटल एक्सेस पोर्टल के जरिए शुल्क पर आधारित डेटाबेस तक इस समय कैंपस से बाहर रह रहे छात्रों और संकाय सदस्यों की पहुंच हो जाएगी, जिसके लिए उनको दिए गए क्रिडेंशियल उपयोग करना होगा। 

डिजिटल एक्सेस पोर्टल शुल्क आधारित डेटाबेस और साथ ही सार्वजनिक संसाधनों तक पहुँच प्रदान करता है

-लाइब्रेरी अपने सब्सक्राइब्ड डेटाबेस के माध्यम से 25000 से अधिक ईबुक और 15000 से अधिक ई जर्नल्स तक पहुंच की सुविधा प्रदान करती है।

-न्यायिक फैसले,जिनमें भारतीय न्यायालयों के साथ-साथ लगभग सभी विदेशी शीर्ष न्यायालयों और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालयों के फैसलें भी शामिल हैं। इन सभी तक भी डिजिटल प्रारूप के जरिए पहुंच संभव होगी।

-लाइब्रेरी के पब्लिक डोमेन में कानूनी सूचना संसाधनों का एक बड़ा खजाना उपलब्ध है। अर्थात जिसमें कुछ बिलियन से अधिक ई-बुक्स और कानूनी लेख शामिल हैं। 

-यह नियमित रूप से समाचार पत्रों और पत्रिकाओं की डिजिटल प्रतियों को एनएलयू-डी संकाय सदस्यों को प्रसारित करती है।

-विश्वविद्यालय के अंडर-ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों, प्रोफेसरों, न्यायिक अधिकारियों, न्यायाधीशों, सरकारी अधिकारियों और अन्य लाॅ स्कूल के छात्रों द्वारा पूछे गए शोध-आधारित प्रश्नों को प्रतिदिन लाइब्रेरी द्वारा हल किया जाता है।

इस डाटा का लाभ उठाने में लाभार्थियों की सहायता करने के लिए विश्वविद्यालय ने एक ऑनलाइन संसाधन खोलने के लिए मार्गदर्शिका'' भी बनाई है। जो कि इस लिंक पर उपलब्ध है-

https://nludelhi.ac.in/download/library/OA/mobile/index.html

इस मार्गदर्शिका या गाइड को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया गया है, जो इस प्रकार हैं-

सार्वजनिक डोमेन कानूनी संसाधन

पोर्टल का यह खंड सभी के लिए खुला है। दुनिया भर में कोई भी कानूनी पेशे से जुड़ा व्यक्ति या छात्र इस तक अपनी पहुंच बना सकता है। इसके जरिए वह संसदीय, विधायिका,न्यायिक और कानून सुधार संसाधनों सहित विभिन्न कानूनी जानकारी तक अपनी पहुंच बना सकते हैं।

शैक्षिक संसाधन 

इस खंड में कुछ बिलियन से अधिक पुस्तकें और स्कालर्ली जर्नल्स में प्रकाशित विद्वान योग्य लेख शामिल हैं। यह बड़े स्तर पर ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और ओपन शिक्षा संसाधनों तक पहुंच भी प्रदान करता है।

ऑनलाइन संसाधन 

यह खंड कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग, स्वैमः फ्री ऑनलाइन एजुकेशन, ईपीजी पाठशाला,ईआचार्य,एनपीटीईएल,विद्या मित्र,आईआईएमबीएक्स,हार्वर्डक्स और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी कोर्स ( Commonwealth of Learning, Swayam: Free Online Education, ePgPathshala, eAcharya, NPTEL, Vidya Mitra, IIMBx, Harvardx and Stanford University Courses) के बारे में समझाने या उनकी व्याख्या करने के लिए विभिन्न ओपन शैक्षिक संसाधनों और बड़े स्तर पर ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को उपलब्ध कराता है।

इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने यूजीसी द्वारा लॉ पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम मॉड्यूल के विषय पर विकसित किए गए 400 से अधिक मॉड्यूल में भी सहायता की है। 

इस संबंध में जारी बयान में कहा गया है,

"विश्वविद्यालय ने ईपीजी-पाठशाला परियोजना के तहत अपराध विज्ञान के तहत सोलह विषयों को विकसित करने में यूजीसी की सहायता की है। विश्वविद्यालय के संकाय या फैकल्टी ने भी अनुसंधान पद्धति, कॉर्पोरेट कानून, पर्यावरण कानून, आईसीटी, आईपीआर और न्याय तक पहुंच पर स्वैम-एमएचआरडी पोर्टल के तहत कई एमओओसीएस के विकास में भी योगदान दिया है।'' 

प्रेसनोट पढ़ें



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