ज़मानत मामलों की सुनवाई में आने वाली समस्याओं पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा- हम सचेत हैं, बदलाव ला रहे हैं

Update: 2025-07-21 11:12 GMT

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सोमवार (21 जुलाई) को ज़मानत मामलों की सुनवाई में देरी को लेकर बार के सदस्यों की बढ़ती चिंताओं पर ध्यान दिया।

चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा ने कहा,

"ऐसा नहीं है कि हम सचेत नहीं हैं, हम ज़मानत मामलों को लेकर चिंतित हैं। हम सचेत हैं। हमने पीठों की संख्या एक से बढ़ाकर दो कर दी है। हम पीठों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार कर रहे हैं। कृपया धैर्य रखें।"

यह टिप्पणी उस समय की गई जब कई वकील जस्टिस विनय सराफ की पीठ के समक्ष यह मुद्दा उठाने के लिए एकत्रित हुए।

वकीलों ने ज़मानत याचिकाओं की सुनवाई में देरी पर चिंता व्यक्त की जिनमें से कई उन्होंने कहा कि अप्रैल से ही सुनवाई में नहीं आई हैं। एडवोकेट परितोष त्रिवेदी ने कहा कि अदालत की गर्मी की छुट्टियों के बाद यह देरी और बढ़ गई है।

बेंच ने वकीलों को आश्वासन दिया कि वह स्थिति से पूरी तरह अवगत है। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।

अदालत ने मौखिक रूप से कहा,

"मैंने आपको सूचित किया कि इसमें समय लगेगा। हम समझ रहे हैं। हम व्यवस्था के प्रति सचेत हैं। हमें कुछ समय इंतज़ार करना होगा। गुरुवार को एक जज कार्यभार संभालेंगे।"

चीफ जस्टिस ने आगे कहा कि हाईकोर्ट फाइलिंग और जांच प्रणाली में व्यवस्थागत सुधार की योजना बना रहा है।

उन्होंने कहा,

"इस हफ़्ते का इंतज़ार कीजिए।"

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