अपनी जान के खतरे की आशंका जाहिर करने के तीन दिन बाद ही वकील एवं पैनलिस्ट बाबर कादिर को श्रीनगर के हवाल इलाके में उनके आवास के निकट गुरुवार शाम गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया।
कादरी जम्मू एवं कश्मीर हाईकोर्ट के प्रख्यात वकील थे और कश्मीर में मानवाधिकारों एवं किशोर न्याय से संबंधित अनेक मामलों से जुड़े थे।
हाल ही हमें उन्होंने ट्वीट किया था कि उनकी जान को खतरा है, क्योंकि उनके खिलाफ यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि वह एजेंसियों के लिए कार्य करते हैं।
उन्होंने शान नज़ीर नामक एक व्यक्ति द्वारा भेजे गये संदेश का स्क्रीनशॉट भी साझा किया था, जिसमें उस व्यक्ति ने कादरी को एजेंसियों द्वारा प्रोजेक्ट किये जाने के कारण टीवी बहस के दौरान अधिक मौका दिये जाने का आरोप लगाया था।
कादरी ने लिखा था, "मैं राज्य के पुलिस प्रशासन से अनुरोध करता हूं कि वह शाह नज़ीर नामक व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करे, क्योंकि शाह नज़ीर ने यह दुष्प्रचार किया है कि मैं एजेंसियों के लिए काम करता हूं।"
उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो भी डाला था, जिसमें दावा किया गया था कि बार एसोसिएशन के वकील उन्हें मार डालने की योजना बना रहे हैं।
उन्हें वारदात के बाद जब शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में लाया गया, कथित तौर पर उसी वक्त उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
कादरी जम्मू एवं कश्मीर में एक दशक से अधिक समय से वकालत कर रहे थे। वर्ष 2012 में उन्हें कश्मीर बार एसोसिएशन ने लगातार आलोचना करने के लिए निलंबित कर दिया था। हाल ही में बार ने निलंबन हटाने संबंधी उनका अनुरोध ठुकरा दिया था।