कथित तौर पर एलएलबी की डिग्री पूरी किए बिना दो साल तक अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस करने की आरोपी सेसी जेवियर ने इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए केरल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
जेवियर ने पिछले हफ्ते तब सुर्खियां बटोरी थीं जब एक गुमनाम पत्र ने उस पर स्टेट बार काउंसिल में दाखिला नहीं लेने या यहां तक कि एलएलबी क्वालिफाई नहीं करने का आरोप लगाया था। उसने अलाप्पुझा की अदालतों के समक्ष दो साल तक एक वकील के रूप में प्रैक्टिस की थी।
केरल बार काउंसिल से पूछताछ करने पर बार एसोसिएशन के अधिकारी यह जानकर हैरान रह गए थे कि सेसी जेवियर द्वारा दी गई रजिस्ट्रेशन नंबर एक दूसरे अधिवक्ता की थी, जो तिरुवनंतपुरम में प्रैक्टिस कर रहा था। विडंबना यह है कि उन्होंने इस साल बार एसोसिएशन का चुनाव लड़ा और लाइब्रेरियन के रूप में चुनी गईं।
हालांकि, मामला सामने आने पर वह छिप गई। पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी। फिर भी वे 27 वर्षीय आरोपी का पता नहीं लगा सके।
मामले ने एक नाटकीय मोड़ ले लिया जब उसने अलाप्पुझा में मजिस्ट्रेट के सामने आत्मसमर्पण करने का प्रयास किया, यह मानते हुए कि उसे जमानत पर रिहा कर दिया जाएगा।
हालांकि, यह महसूस करने पर कि उस पर गैर-जमानती अपराध का आरोप लगाया गया है, वह कोर्ट रूम से चली गईं।
इस मामले में उनका प्रतिनिधित्व एडवोकेट रॉय चाको करेंगे।
अलाप्पुझा बार एसोसिएशन के सदस्यों ने इस बीच अदालत के समक्ष उनके लिए पेश नहीं होने का फैसला किया था।
पुलिस ने अलाप्पुझा बार एसोसिएशन के सचिव अभिलाष सोमन द्वारा दायर शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 417 और 419 के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें दावा किया गया था कि उसके पास आवश्यक योग्यता नहीं है और उसने एसोसिएशन को केरल बार काउंसिल का एक नकली रोल नंबर प्रस्तुत किया था।
शिकायत में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आगे आरोप लगाया था कि उसने पुस्तकालय से दुर्लभ दस्तावेजों को गुम कर दिया। पुलिस ने इस संबंध में उसके खिलाफ चोरी का मामला भी दर्ज कर लिया है।
शीर्षक: सेसी जेवियर बनाम केरल राज्य