कलकत्ता हाईकोर्ट ने वर्चुअल सुनवाई में अधिवक्ताओं की सहायता के लिए 7 'वीसी कियोस्क' स्थापित किए
कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक उपाय के रूप में वर्चअल सुनवाई में भाग लेने के लिए वकीलों को सक्षम करने के लिए सात वर्चुअल कोर्ट कियोस्क (वीसी कियोस्क) की स्थापना की।
चीफ जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव के आदेश पर वीसी कियोस्क स्थापित किए गए।
वीसी कियोस्क निम्नलिखित स्थानों पर स्थापित किए गए हैं,
3 (तीन) मुख्य भवन के भूतल पर वीसी कियोस्क (गेट बी की सीढ़ी के बगल में)
1 (एक) वीसी कियोस्क मुख्य भवन के गेट ई पर
शताब्दी भवन के भूतल पर 2(दो) वीसी कियोस्क
1(एक) वीसी कियोस्क सेसक्विसेंटेनरी बिल्डिंग में (ई-सेवा केंद्र पर)
वीसी कियोस्क 20 जनवरी से काम कर रहे हैं और अगले आदेश तक ऐसा करते रहेंगे।
इसके अलावा, इस आशय की एक अधिसूचना जारी की गई।
इस अधिसूचना में कहा गया,
"अधिवक्ताओं से अनुरोध है कि वे ईमेल के माध्यम से प्राप्त संबंधित न्यायालय के जूम मीटिंग आईडी और पासकोड का उपयोग करके वर्चुअल सुनवाई में शामिल हों। एडवोकेट अपने/उसके तुरंत बाद कियोस्क को खाली कर देगा। अगले एक तक पहुंच प्रदान करने से मामला खत्म हो जाता है।"
उल्लेखनीय है कि COVID-19 महामारी की चल रही तीसरी लहर के कारण हाईकोर्ट वर्तमान में केवल वर्चुअल अदालत की सुनवाई के माध्यम से कार्य कर रहा है। हाइब्रिड मोड की अनुमति केवल उन जमानत मामलों के संबंध में दी जा रही है। इनमें लोक अभियोजकों को फिजिकल रूप से उपस्थित होने की अनुमति दी गई और अन्य मामलों में जहां वकीलों को न्यायालय में दस्तावेज पेश करने होते हैं।
अधिसूचना डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें