12 घंटे से अधिक समय तक पीठ ने की सुनवाई : बॉम्बे हाईकोर्ट ने मामलों के निपटारे के लिए देर रात 11.15 बजे तक की सुनवाई
बॉम्बे हाईकोर्ट की अवकाश पीठ ने अपने समक्ष सूचीबद्ध मामलों की सुनवाई के लिए बुधवार को 12 घंटे से अधिक समय तक मैराथन सुनवाई की।
जस्टिस शारुख जिमी कथावाला और जस्टिस एसपी तावड़े की खंडपीठ सुबह 10.30 बजे से देर रात तक सत्र में रही। जब पीठ ने कार्यवाही समाप्त की तब घड़ी 11.15 बजा रही थी।
बैठने के दौरान लंच या डिनर के लिए कोई अवकाश नहीं लिया गया। जजों ने बीच-बीच में हल्का-फुल्का नाश्ता किया।
पीठ द्वारा बुधवार को लिया गया आखिरी मामला पूर्व गृहमंत्री के खिलाफ परमबीर सिंह की शिकायत पर सीबीआई जांच के संबंध में महाराष्ट्र सरकार द्वारा दायर याचिका थी।
वरिष्ठ अधिवक्ता रफीक दादा और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने देर रात सुनवाई के दौरान लगभग आधे घंटे तक दलीलें दीं। इससे पहले पीठ ने मामले को आगे की सुनवाई के लिए शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
इस मामले के बाद बेंच ने बोर्ड को पूरा किया, जिसमें 80 मामले सूचीबद्ध थे।
COVID-19 महारमाी के चलते पीठ ने मामलों की सुनवाई वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की।
जस्टिस कथावाला को नियमित काम के घंटों से परे काम करने के लिए जाना जाता है। एकल पीठ के रूप में बैठते हुए भी उन्होंने कुछ अवसरों पर आधी रात के बाद तक सुनवाई की है।
मई 2018 में न्यायमूर्ति कथावाला ने एकल पीठ में बैठते हुए अवकाश पीठ पर उनके सामने सूचीबद्ध मामलों को निपटाने के लिए रात साढ़े तीन बजे तक रात भर का सत्र आयोजित किया था।