राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कल नई दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आयोजित संविधान दिवस समारोह में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भारत के सबसे बड़े लोकतंत्र में संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन का शांतिपूर्ण आधार है और यह व्यक्तिगत गरिमा तथा राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है।
राष्ट्रपति ने ज़मीनी स्तर पर लोगों के लिए आसान और सुलभ विधिक सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने चीफ़ जस्टिस सूर्यकांत, सुप्रीम कोर्ट के अन्य जजों और बार प्रतिनिधियों—विकास सिंह, मनन कुमार मिश्रा, विपिन नायर, अमित शर्मा और निखिल जैन—से भी मुलाकात की। कार्यक्रम में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणि और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी उपस्थित रहे।