राष्ट्रपति ने जस्टिस एनवी रमना को भारत का अगला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया
भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सीजेआई एसए बोबडे द्वारा की गई सिफारिश को स्वीकार करते हुए न्यायमूर्ति एनवी रमना को भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की है। वर्तमान सीजेआई एसए बोबडे 23 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
CJI के रूप में जस्टिस रमना का कार्यकाल 26 अगस्त, 2022 तक होगा।
17 फरवरी, 2014 को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त होने से पहले न्यायमूर्ति रमना दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे।
न्यायमूर्ति रमना का जन्म 27 अगस्त, 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम गाँव में एक कृषि परिवार में हुआ था। उन्होंने 10 फरवरी, 1983 को एक वकील के रूप में दाखिला लिया और आंध्र प्रदेश, मध्य और आंध्र प्रदेश प्रशासनिक न्यायाधिकरणों और भारत के सुप्रीम कोर्ट में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, श्रम, सेवा और चुनाव मामलों में प्रैक्टिस की। आंध्र प्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी उन्होंने कार्य किया। उन्हें 27 जून, 2000 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्होंने 10 मार्च, 2013 से 20 मई, 2013 तक आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी कार्य किया।
दो हफ्ते पहले सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी द्वारा की गई एक शिकायत को खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि जस्टिस रमना राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों में राज्य न्यायपालिका में हस्तक्षेप कर रहे हैं। एक इन-हाउस जांच के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र के सीएम की शिकायत को अयोग्य करार देते हुए खारिज कर दिया था।
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