सोशल मीडिया पर घूम रहा चीफ जस्टिस का मॉर्फ्ड वीडियो, बोले, AI के खतरों से वाकिफ हूं
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) बीआर गवई ने सोमवार को टिप्पणी की कि उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित मॉर्फ्ड वीडियो के बारे में पता है, जिसमें उनके कोर्ट रूम में जूता फेंकने की कोशिश को गलत तरीके से दर्शाया गया है।
चीफ जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस के विनोद चंद्रन की खंडपीठ भारतीय न्यायपालिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग को विनियमित करने के लिए दिशानिर्देश या नीति तैयार करने के निर्देश देने की मांग वाली रिट याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
सुनवाई के दौरान, याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वकील ने दलील दी कि अदालती प्रक्रियाओं में AI डिवाइस का इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है, हालाँकि इनमें संभावित जोखिम और कमियां भी हैं।
"यह न्यायालय भी AI का उपयोग कर रहा है, लेकिन इसकी बुराइयां ऐसी हैं—" वकील ने तब कहना शुरू किया, जब चीफ जस्टिस ने बीच में ही कहा, "हमें इसकी जानकारी है, हमने हमारा (दोनों का) नकली वीडियो देखा है"— वे ऑनलाइन प्रसारित हो रहे नकली वीडियो का ज़िक्र कर रहे थे।
न्यायालय ने अब मामले की अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद निर्धारित की है।
Case Details : RAWAL vs. UNION OF INDIA|W.P.(C) No. 001041 / 2025