इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थिति 'चिंताजनक': सुप्रीम कोर्ट जज ने ऐसा क्यों कहा?

Update: 2025-01-09 10:14 GMT

उत्तर प्रदेश के विधायक (MLA) अब्बास अंसारी की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस ने हाईकोर्ट के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह उन हाईकोर्ट में से एक है, जिसके बारे में "चिंतित" होना चाहिए।

उक्त याचिका में अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट के विशिष्ट निर्देश के बावजूद इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा उनके संपत्ति विवाद की सुनवाई न करने का आरोप लगाया।

हालांकि, अंसारी की पृष्ठभूमि से हाईकोर्ट को प्रभावित करने के आरोप पीठ (जिसमें जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह भी शामिल थे) के समक्ष नहीं उठे, लेकिन जस्टिस कांत ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा,

"कुछ हाईकोर्ट के बारे में हम नहीं जानते कि क्या होगा। यह (इलाहाबाद हाईकोर्ट) उन हाईकोर्ट में से एक है, जिसके बारे में हमें चिंतित होना चाहिए। दुर्भाग्य से, फाइलिंग में बाधा उत्पन्न हुई है, लिस्टिंग में बाधा उत्पन्न हुई। कोई नहीं जानता कि कौन-सा मामला सूचीबद्ध होगा। मैं पिछले शनिवार को वहां था, मैंने कुछ संबंधित जजों और रजिस्ट्रार के साथ लंबी बातचीत की। यह सबसे बड़ा हाईकोर्ट है।"

उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने कई मौकों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट, खास तौर पर आपराधिक अपीलों की लंबितता के बारे में चिंता जताई थी।

केस टाइटल: अब्बास अंसारी बनाम उत्तर प्रदेश राज्य और अन्य, एमए 61/2025 एसएलपी (सी) संख्या 25151/2024 में

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