BREAKING | CAS ने पेरिस ओलंपिक में जॉइंट सिल्वर मेडल के लिए विनेश फोगट की याचिका खारिज की

Update: 2024-08-15 05:01 GMT

खेल पंचाट न्यायालय (CAS) ने पहलवान विनेश फोगट की याचिका खारिज की। उक्त याचिका में उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में अपनी अयोग्यता को चुनौती दी थी और संयुक्त रजत पदक की मांग की थी, क्योंकि उन्हें अपने सब-50 किलोग्राम वर्ग में स्वीकार्य वजन से 100 ग्राम अधिक होने के कारण फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

CAS ने उनकी याचिका दर्ज की थी, जबकि पहले 11 अगस्त को फैसला सुनाया जाना था, बाद में इसे स्थगित कर दिया गया था।

यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के खिलाफ फोगट द्वारा दायर याचिका को एकल मध्यस्थ ने खारिज कर दिया। उल्लेखनीय है कि सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे ने मामले में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का प्रतिनिधित्व किया था।

मामले की पृष्ठभूमि

रिपोर्ट के अनुसार, फोगट को 50.1 किलोग्राम वजन के साथ 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फाइनल मुकाबले में भाग लेने से अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जबकि वह 50 किलोग्राम से कम वजन की श्रेणी में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं।

ओलंपिक में कुश्ती स्पर्धाओं की देखरेख करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, पहलवानों का वजन उनके मुकाबलों के दोनों दिन तौला जाता है। जो पहलवान किसी भी दिन अपने वर्ग में वजन नहीं ला पाते हैं, उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया जाता है और वे पूरी प्रतियोगिता में अपना स्थान खो देते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, फोगट ने प्रतियोगिता के पहले दिन वजन तो ला दिया था, लेकिन दूसरे दिन उनका वजन अधिक था, जिसके कारण उन्होंने पूरी प्रतियोगिता में अपना स्थान खो दिया, जबकि पहले दिन उन्होंने अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को हराकर सफलतापूर्वक फाइनल में जगह बनाई थी- जबकि उन्होंने अपना अपेक्षित वजन ला दिया था।

इसके कारण पहलवान फाइनल में पहुंचने के लिए उचित प्रतिस्पर्धा करने के बावजूद सिल्वर मेडल के लिए भी पात्र नहीं हो पाई।

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