ठाणे का CDR केस : महाराष्ट्र सरकार ने वकील को रिहा करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी, SC ने नोटिस जारी किया
मुंबई के पास ठाणे के कॉल डिटेल्स रिकार्ड ( CDR) केस में वकील रिजवान सिद्दीकी को बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा रिहा करने के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सिद्दीकी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
सोमवार को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड की बेंच ने बॉम्बे हाईकोर्ट के ठाणे के डीसीपी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश पर भी रोक लगा दी है।
इस सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश मुकुल रोहतगी ने कहा कि इस तरह मजिस्ट्रेट के रिमांड आदेश पर हाईकोर्ट में हैबियस कॉरपस की सुनवाई नहीं हो सकती। ये एक घोटाला है।बॉलीवुड में फिल्म स्टार अपने वैवाहिक झगडे में एक दूसरे की सीडीआर व जानकारी निकालते हैं और इसके लिए बड़ी रकम दी जाती है।हाईकोर्ट इस तरह किसी को रिहा करने के आदेश नही दे सकता।
दरअसल सीडीआर मामले में ठाणे पुलिस की हिरासत में रहे वकील रिजवान सिद्दीकी को रिहा करने के 22 मार्च के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हाईकोर्ट ने कहा था कि गिरफ्तारी के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। इसी कारण बॉम्बे हाईकोर्ट ने ठाणे पुलिस को एडवोकेट रिजवान सिद्दीकी को हिरासत से रिहा करने आ आदेश दिया था। रिजवान पर आरोप है कि उसने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के कहने पर सीडीआर मामले में आरोपी जासूस प्रशांत पालेकर के जरिए नवाजुद्दीन सिद्दिकी की पत्नी आलिया सिद्दीकी के सीडीआर निकलवाए थे। अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी का नाम तब सामने आया जब ठाणे पुलिस ने कई जासूसों को गैरकानूनी तरीके से कॉल डेटा रिकॉर्डिंग के मामले में पकड़ा। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि रिजवान सिद्दीकी नवाज की पत्नी की जासूसी कर रहे थे।
इस मामले में पुलिस ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी को भी पूछताछ के लिए थाने बुलाया था लेकिन वो नहीं गए। दरअसल, कुछ समय पहले ठाणे पुलिस ने अवैध रूप से मोबाईल कंपनियों से कॉल डिटेल्स निकालने वाले गिरोह के 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया था कि ये लोग निजी जासूसी कंपनियों के लिए लोगों के फोन के रिकॉर्ड निकालते थे।
गौरतलब है कि पुलिस ने इस CDR केस में नवाजुद्दीन के अलावा जैकी श्रॉफ की पत्नी आयशा श्रॉफ और कंगना रनौत का भी नाम लिया था। पुलिस ने दावा किया है कि जांच के दौरान यह भी पता चला कि 2016 में कंगना रनौत ने भी ऋतिक रोशन का मोबाइल नंबर रिजवान सिद्दीकी के साथ साझा किया था।