NEET PG 2025: Answer key प्रकाशित करने वाली 3 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने आज (26 सितंबर) तीन याचिकाओं में नोटिस जारी किया, जिनमें NEET-PG परीक्षा में उत्तर कुंजी (Answer Keys) प्रकाशित करने की मांग की गई है।
जस्टिस जे.बी. परदिवाला और जस्टिस के.वी. विश्वनाथन की बेंच ने मामले की सुनवाई की। कोर्ट को बताया गया कि परीक्षा में 2 लाख से अधिक छात्र उपस्थित हुए थे, और मेघराज रॉय की याचिका में 20 याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट का रुख किया है, जिसमें केवल प्रश्न और उत्तर कुंजी के खुलासे की मांग नहीं बल्कि पारदर्शिता (Transparency) से जुड़े मुद्दे भी उठाए गए हैं। इस पर न्यायमूर्ति परदिवाला ने पूछा, “2 लाख छात्रों में से केवल 14 ही क्यों हम तक आए हैं?”
इस मामले में एक सिनियर एडवोकेट शिखिल सूरी ने बताया कि याचिकाकर्ता काउंसलिंग प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते, जो परिणाम घोषित होने के बाद शुरू होगी। लेकिन उत्तर कुंजी का खुलासा न होने का मुद्दा बड़ी संख्या में छात्रों को प्रभावित करेगा।
एक अन्य वकील, जो मेघराज रॉय के मामले में उपस्थित थे, ने कहा कि हालांकि 20 याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट का रुख किया है, लेकिन उन्होंने एक Google फॉर्म बनाया है जिसमें लगभग 2000 छात्रों ने हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने अनुरोध किया कि इस मामले को अन्य याचिकाओं से अलग किया जाए, क्योंकि यह केवल उत्तर कुंजी के खुलासे तक सीमित नहीं बल्कि बड़े सवाल उठाता है।
कोर्ट ने नोटिस जारी किए, लेकिन जस्टिस परदिवाला ने मौखिक टिप्पणी की, “आप कब पढ़ाई करेंगे? इस सारी लॉजिटिगेशन (मुकदमाबाजी) से बाहर निकलो। पढ़ाई पर ध्यान दो। अगर आप लगातार आकर शिकायत करेंगे कि यह ठीक नहीं है, वह ठीक नहीं है, तो काम नहीं बनेगा। 2 लाख छात्रों में से केवल कुछ ही शिकायत करने क्यों आए हैं?”
कोर्ट इस मामले की सुनवाई चार सप्ताह बाद करेगी।
यह रिट याचिकाएँ NEET-PG परीक्षा में पारदर्शिता बढ़ाने के उपायों की मांग करती हैं, जिसमें उत्तर कुंजी का प्रकाशन भी शामिल है। 29 अप्रैल को एक अन्य मामले में कोर्ट ने पारदर्शिता के लिए रॉ स्कोर, उत्तर कुंजी और सामान्यीकरण (Normalization) सूत्रों का प्रकाशन निर्देशित किया था।
30 मई को कोर्ट ने NEET-PG 2025 की सिंगल-शिफ्ट परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया था, जबकि अन्य राष्ट्रीय परीक्षाओं के साथ तुलना के लिए पारदर्शिता के मुद्दे लंबित रखे गए थे।