BJP नेता ने केरल हाईकोर्ट में एम्पुराण पर प्रतिबंध लगाने के लिए याचिका दायर की, कहा- फिल्म सांप्रदायिक हिंसा भड़का सकती है

केरल हाईकोर्ट में मलयालम फिल्म एम्पुराण की स्क्रीनिंग रोकने के लिए रिट याचिका दायर की गई। याचिकाकर्ता भारतीय जनता पार्टी (BJP) त्रिशूर जिला समिति के सदस्य वी. वी. विजेश हैं।
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में फिल्म में गोधरा के बाद हुए सांप्रदायिक दंगों के चित्रण पर आपत्ति जताई और कहा कि इससे सांप्रदायिक हिंसा भड़कने का खतरा है।
मोहनलाल अभिनीत बड़े बजट की फिल्म एम्पुराण उस समय विवाद का केंद्र बन गई है, जब कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने 2002 के गुजरात दंगों के चित्रण पर आपत्ति जताई।
इसके बाद मोहनलाल ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से खेद व्यक्त किया और कहा कि आपत्तिजनक अंश हटा दिए जाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार निर्माताओं ने फिल्म को फिर से संपादित किया।
याचिकाकर्ता ने मोहनलाल के बयान को जनता को फिल्म देखने के लिए मजबूर करने का मार्केटिंग एजेंडा बताया।
याचिकाकर्ता ने कहा कि फिल्म में रक्षा मंत्रालय के बारे में ऐसी टिप्पणियां की गई, जो इसकी विश्वसनीयता और अखंडता को कमजोर करेंगी।
याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि फिल्म में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का संभावित जोखिम है।
याचिका में कहा गया,
"फिल्म की रिलीज के बाद से, कई अफवाहें और विवाद सामने आए हैं। इसकी निरंतर स्क्रीनिंग से सांप्रदायिक हिंसा भड़काने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने का संभावित जोखिम है।"
याचिकाकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि फिल्म पृथ्वीराज के निर्देशक को अपनी फिल्मों के माध्यम से एनडीए सरकार को निशाना बनाने की आदत है, जिससे उसकी प्रतिष्ठा को धूमिल किया जा सके।
यह भी आरोप लगाया गया कि फिल्म के निर्माता, एंटनी पेरुंबवूर और गोकुलम गोपालन विदेशी फंडिंग के लिए ED की जांच के दायरे में हैं।
केस टाइटल: वी.वी. विजेश बनाम सचिव और अन्य