VC पर बीयर मग के साथ दिखे सीनियर वकील पर गुजरात हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान, वकील ने मांगी बिना शर्त माफी
गुजरात हाईकोर्ट ने 1 जुलाई को सीनियर एडवोकेट भास्कर तन्ना के खिलाफ स्वत: संज्ञान अवमानना कार्यवाही शुरू की, जब वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बीयर मग से पीते हुए दिखाई दिए। इसके बाद सीनियर एडवोकेट ने कोर्ट में बिना शर्त माफी मांगी।
यह घटना 26 जून को जस्टिस संदीप भट्ट की पीठ के समक्ष हुई थी और इसका वीडियो क्लिप व्यापक रूप से सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ।
जस्टिस एएस सुपेहिया और जस्टिस आरटी वचानी की खंडपीठ ने इस व्यवहार को चौंकाने वाला और निंदनीय करार देते हुए कहा कि इसका न्यायिक प्रणाली और विधि के शासन पर गंभीर असर पड़ता है।
तन्ना ने कोर्ट में पेश होकर कहा,
“यह जानबूझकर नहीं हुआ। मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं। जो भी सजा कोर्ट देना चाहे, मैं उसे स्वीकार करूंगा।”
कोर्ट ने मौखिक रूप से कहा,
“आप अपनी बात लिखित में कार्यवाही में रख सकते हैं।”
सीनियर वकील ने यह भी अनुरोध किया कि यह मामला अखबारों में न जाए।
इस पर कोर्ट ने कहा,
“हम ऐसा नहीं कर सकते। कार्यवाही सार्वजनिक क्षेत्र में है।”
तन्ना ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा,
“यह तकनीकी गलती थी। मैं कोर्ट की गरिमा को ठेस पहुँचाने का इरादा नहीं रखता था। यह सिर्फ 15 सेकंड की गलती थी। मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। कृपया इसे समाप्त करने पर विचार करें।”
कोर्ट ने कहा कि वह लिखित में स्पष्टीकरण दाखिल करें और उनकी बात पर विचार किया जाएगा।
मामला अगली तारीख पर सूचीबद्ध किया जाएगा, क्योंकि नियमों के अनुसार कार्यवाही पंजीकृत होने में दो सप्ताह का समय लगता है।
केस टाइटल: हाईकोर्ट स्वत: संज्ञान अवमानना बनाम भास्कर तन्ना