जस्टिस ललिता कन्नेगांती ने कर्नाटक हाईकोर्ट के जज के रूप में शपथ ली

Update: 2023-07-28 09:37 GMT

तेलंगाना हाईकोर्ट से ट्रांसफर के बाद जस्टिस ललिता कन्नेगांती ने शुक्रवार को कर्नाटक हाईकोर्ट के जज के रूप में शपथ ली।

चीफ जस्टिस प्रसन्ना बी वराले ने उन्हें पद की शपथ दिलाई।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद कर्नाटक राज्य बार काउंसिल के अध्यक्ष विशालराघु एचएल ने स्वागत भाषण दिया।

जवाब में जस्टिस कन्नेगंती ने कहा,

“कर्नाटक राज्य मौजूदा पारंपरिक गुणों के साथ वैश्वीकरण का आदर्श मिश्रण है। यह अत्यंत विविधता की भूमि है चाहे वह संस्कृति हो, विरासत हो या प्रकृति हो। कर्नाटक में सामाजिक और राजनीतिक रूप से संचालित आंदोलनों में महिलाओं की भागीदारी का समृद्ध इतिहास है, स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर महिलाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आगे उन्होंने कहा,

“राज्य सुप्रीम कोर्ट की जज माननीय जस्टिस बीवी नागरत्ना का घर है, जो भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस होंगी। ऐसे गौरवशाली संस्थान का हिस्सा बनकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।”

उन्होंने आगे टिप्पणी की कि न्याय का उपभोक्ता स्वच्छ, त्वरित और सस्ता न्याय चाहता है।

उन्होंने कहा,

"मुझे पूरा विश्वास है कि बार की सक्षम सहायता से मैं अपने कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन कर सकूंगी।"

जस्टिस कन्नेगांती को 1994 में वकील के रूप में नामांकित किया गया और उन्होंने कानून के सभी क्षेत्रों में प्रैक्टिस की। वह कृषि बाज़ार समितियों की सरकारी वकील थीं; अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा यूनिवर्सिटी, बंदोबस्ती; तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम; श्री वेंकटेश्वर वैदिक यूनिवर्सिटी, श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसवीआईएमएस) और संस्कृत यूनिवर्सिटी, तिरुपति आदि की वकील रही।

उन्होंने 2 मई, 2020 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के स्थायी जज के रूप में कार्यभार संभाला और 15 नवंबर, 2021 को उन्हें तेलंगाना हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया।

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