झारखंड हाईकोर्ट ने झारखंड के न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के मामले में स्वत: संज्ञान लिया
झारखंड हाईकोर्ट ने धनबाद जिले के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) उत्तम आनंद की मौत के मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) उत्तम आनंद की बुधवार को दिनदहाड़े एक वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई।
मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन की खंडपीठ ने एसएसपी धनबाद को आज अदालत के समक्ष उपस्थित रहने का निर्देश देते हुए आदेश जारी किया है।
इस घटना एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इन फुटेज में देखा जा सकता है कि आनंद सुबह की सैर पर निकले थे, जब धनबाद मजिस्ट्रेट कॉलोनी के पास एक वाहन ने उन्हें जानबूझकर टक्कर मार दी।
घटना के सीसीटीवी फुटेज में घटना से ठीक पहले और बाद में एक तिपहिया वाहन पर एक अज्ञात व्यक्ति सवार दिखाई दे रहा है। माना जा रहा है कि वह शामिल साजिशकर्ताओं में से एक है।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने झारखंड के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत को सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया और सीबीआई जांच की मांग की। भारत के मुख्य न्यायाधीश ने विकास सिंह को सूचित किया कि झारखंड उच्च न्यायालय ने मामला उठाया है।
धनबाद में सार्वजनिक सड़क पर सुबह की सैर के दौरान न्यायाधीश पर हमला करने वाले वाहन के सीसीटीवी दृश्य सामने आया हैं।
यह भी बताया गया है कि पुलिस की जांच जारी है और देर रात दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
न्यायाधीश उत्तम आनंद 1987 बैच के सेंट जेवियर्स स्कूल हजारीबाग के पूर्व छात्र थे। वह वर्तमान में धनबाद जजशिप में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश VIII के पद पर तैनात थे।
रिपोर्टों के अनुसार न्यायाधीश उत्तम आनंद कई हाई-प्रोफाइल मामलों में शामिल थे और हाल ही में उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी अमन सिंह के गिरोह के दो आरोपियों की जमानत खारिज कर दी थी।
अन्य मामलों में झरिया विधायक संजीव सिंह के करीबी सहयोगी रंजय सिंह की हत्या का मामला भी उनके न्यायालय में विचाराधीन है।